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कीव के महाधर्माध्यक्ष शेवचुक ने प्रार्थनाओं के लिए आभार प्रकट किया

संत पापा के आह्वान पर 2 मार्च को यूक्रेन में शांति हेतु प्रार्थना एवं उपवास दिवस के बाद यूक्रेन की कलीसिया ने अपना आभार प्रकट है। ग्रीक काथलिक कलीसिया के महाधर्माध्यक्ष एस.बी. शिवतोस्लाव शेवचुक ने कीव शहर से एक वीडियो संदेश प्रकाशित कर यूक्रेन में शांति हेतु प्रार्थना करनेवाले सभी लोगों के प्रति आभार प्रकट किया है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

महाधर्माध्यक्ष शेवचुक ने कहा है, "आज हम युद्ध के आतंक के दूसरे सप्ताह में प्रवेश कर रहे हैं। यह आठवाँ दिन है। यूक्रेन अब भी खड़ा है। युद्द के आठवें दिन भी यूक्रेन संघर्ष कर रहा है।"

कीव की भूमिका और स्थान

उन्होंने कहा, "आज हमें एक अलग अनुभव हो रहा है, हम अपने आप में महसूस कर रहे हैं कि हमारी कलीसिया के जीवन में, देश के जीवन में और यूक्रेन के जीवन में किएव की भूमिका और स्थान क्या है।"  

कीव मात्र राजधानी नहीं है। कीव के संस्थापकों की अवधारणा अनुसार, कीव शहर "नया यरूशलेम" है।

उन्होंने कहा कि इन दिनों, विशेष रूप से यूक्रेन में शांति के लिए कल की विश्वव्यापी प्रार्थना के बाद, हम देख रहे हैं कि कीव दुनिया की आध्यात्मिक राजधानी में परिवर्तित हो रहा है। आज, इस स्थान की ओर, दुनिया भर के लोगों, कलीसियाओं, धर्मों और कलीसियाई समुदायों की नजरें टिकी हुई हैं।

इस सार्वभौमिक प्रार्थना के संदर्भ में, कल यूक्रेन की सभी कलीसियाओं और धर्मों के प्रतिनिधि, कलीसियाओं की अखिल-यूक्रेनी परिषद, यूक्रेन में शांति के लिए प्रार्थना करने हेतु संत सोफिया महागिरजाघर में फिर से एकत्र हुए।

यह वास्तव में शहर के बीच ईश्वर की प्रज्ञा के प्रतीक में ईश्वर की उपस्थिति है जो हमारे लोगों के जीवन में, हमारे राज्य के जीवन में सन्निहित है।

आज हम ईश्वर से प्रज्ञा की याचना करते हैं जो हमेशा हमारी कलीसिया एवं हमारे लोगों के जीवन की नींव रही है और जो हमारे धैर्य की शक्ति की नींव है ताकि ईश्वर की प्रज्ञा मानव के पागलपन को रोक दे, ताकि शांति के ईश्वर, जिस पर हम विश्राम करते हैं, हमें इस शांति की रक्षा करने का अवसर दें, अपनी आशा उनपर रखने दें ताकि हम हिलें नहीं।

युद्ध का आठवाँ दिन

इस रात भी युद्ध का आतंक देखा गया। कीव और यूक्रेन के दूसरे शहरों में फिर से बमबारी की गई। मौत का आतंक दिखाई दिया। अंतरराष्ट्रीय संगठनों की जानकारी अनुसार यूक्रेन में युद्ध के कारण, आज करीब 8,00,000 शरणार्थी हो चुके हैं। हर दिन सैंकड़ों रूसी सैनिक मरे जा रहे हैं।  

उन्होंने प्रार्थना करते हुए कहा, "हे ईश्वर आपकी प्रज्ञा से युद्ध का अंत कर दे।"

उन्होंने प्रार्थना के लिए आभार प्रकट करते हुए कहा, "मैं उन सभी को धन्यवाद देना चाहता हूँ जो आज कीव को अपनी आंखों से देखते हैं, जो कीव के साथ आध्यात्मिक रूप से "नए येरूशलेम" के रूप में जी रहे हैं।" "हे ईश्वर सुबह होने से पहले हमें आशीष दे और यूक्रेन को शांति प्रदान कर।"

"प्रभु की आशीष आप सभी पर हो, मानव के लिए उनकी कृपा एवं प्रेम द्वारा, अभी और अनन्त काल तक। आमेन।"

 

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03 March 2022, 17:08