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2020.02.25  कार्डिनल रंजीत 2020.02.25 कार्डिनल रंजीत 

श्रीलंका: कार्डिनल रंजीत ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री से इस्तीफा

कार्डिनल माल्कम रंजीत श्रीलंका के राजनीतिक नेताओं को इस सप्ताह सत्ता छोड़ने के अपने वादों को पूरा करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं और आशा व्यक्त करते हैं कि एक नई सरकार देश को उसकी मौजूदा कठिन परिस्थिति से बाहर निकालेगी।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

कोलंबो, बुधवार 13 जुलाई 2022 (वाटिकन न्यूज) :  कोलंबो के कार्डिनल माल्कम रंजीत ने श्रीलंका के राजनीतिक नेताओं से देश के गंभीर आर्थिक संकट पर हफ्तों के विरोध के बीच इस सप्ताह इस्तीफा देने के लिए अपनी बात रखने का आग्रह किया है।

शनिवार को श्रीलंका के राष्ट्रपति और प्रधान मंत्री दोनों के घरों और कार्यालयों पर हजारों प्रदर्शनकारियों द्वारा धावा बोलने और एक इमारत में आग लगाने के बाद राष्ट्रपति गोतबाया राजपक्षे और प्रधान मंत्री रानी विक्रमसिंघे ने कहा कि वे इस्तीफा दे देंगे।

संसदीय अध्यक्ष महिंदा अभयवर्धने ने कहा कि संकटग्रस्त राष्ट्रपति "सत्ता का शांतिपूर्ण संक्रमण सुनिश्चित करने" के लिए 13 जुलाई को अपना पद छोड़ देंगे। प्रधानमंत्री विक्रमसिंघे ने कहा कि सर्वदलीय सरकार बनने के बाद वह पद छोड़ देंगे। देश की संसद 15 जुलाई को फिर से बुलाई जाएगी और 20 जुलाई तक सांसदों द्वारा एक नए राष्ट्रपति का चुनाव किया जाना तय है।

अधिकारियों से अपील

हफ़्तों की अशांति और विरोध के मद्देनजर, कार्डिनल ने क्रूक्स समाचार एजेंसी को बताया कि लोगों ने अपने नेतृत्व को "समझ लिया है कि उन्हें उन पर कोई भरोसा नहीं है और इसलिए नेतृत्व को निर्णय लेने के लिए मजबूर होना पड़ा।"

हालांकि, कार्डिनल ने संदेह व्यक्त किया कि श्रीलंकाई नेता इस्तीफा देने के अपने वादे को पूरा करेंगे। क्योंकि देश में नेताओं द्वारा "वादों को पूरा न करने का एक बुरा रिकॉर्ड है।" जैसा कि देश हाल के महीनों में अपने सबसे खराब संकट में डूब गया है, श्रीलंकाई कार्डिनल ने सरकार से मौजूदा स्थिति की जिम्मेदारी लेने का आह्वान किया।

कार्डिनल रंजीत ने कहा, "श्रीलंका में आर्थिक संकट न केवल कोविड आपदा के कारण हुआ है, बल्कि राष्ट्रपति और उनकी सरकार द्वारा किए गए कई फैसलों, दुर्भाग्यपूर्ण फैसलों से भी है।" "गंभीर गलतियाँ की हैं जिसके परिणामस्वरूप, हमारा विदेशी भंडार शून्य हो गया है और हमारे सोने के भंडार में भारी कमी आई है।"

पिछले हफ्ते, अपने आवास में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में, कार्डिनल ने सुझाव दिया कि राजपक्षे परिवार ने अपनी सार्वजनिक विश्वसनीयता खो दी है और देश में कोई भी बदलाव लाने के उनके आगे के प्रयासों को जनता ने खारिज कर दिया है।

"पीड़ित लोगों की ओर से," उन्होंने कहा, "मैं श्रीलंका के राष्ट्रपति और सरकार से दृढ़ता से मांग करता हूँ कि दुखद स्थिति की जिम्मेदारी लें और अपने पदों से इस्तीफा दें क्योंकि उन्हें अब पद पर बने रहने का नैतिक अधिकार नहीं है। ।"

इस संबंध में कार्डिनल रंजीत आशा व्यक्त करते हैं कि एक नई सरकार देश को वर्तमान कठिन परिस्थिति से बाहर निकालने में सक्षम होगी।

कलीसिया जरूरतमंदों की सेवा में

जैसा कि देश इस कठिन समय से गुज़र रहा है, कलीसिया कारितास के माध्यम से धर्मप्रांत और अंतर्राष्ट्रीय दोनों स्तरों पर ज़रूरतमंदों के लिए सहायता प्रदान करने में सक्रिय है।

कार्डिनल रंजीत ने कहा, "श्रीलंका में कलीसिया ने कारितास के माध्यम से हमारे धर्मप्रांत के क्षेत्रों में सबसे अधिक प्रभावित परिवारों की पहचान करने और भोजन एवं अन्य जरुरी वस्तुओं के साथ-साथ अल्पकालिक समर्थन को व्यवस्थित करने के लिए कार्यक्रमों की व्यवस्था की है।”

यह देखते हुए कि कई अस्पतालों में बीमार लोगों के लिए उचित स्वास्थ्य सेवा प्रदान करने के लिए कोई दवा नहीं है, कार्डिनल ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से समर्थन की अपील की, कि वे "हमारे लोगों, विशेष रूप से हमारे बच्चों के लिए आवश्यक कुछ दवाएं खरीद कर दान के रूप में श्रीलंका भेज दें।"

उन्होंने कहा कि संत पापा फ्राँसिस ने रविवार को देवदूत प्रार्थना के दौरान, श्रीलंका के लोगों के प्रति अपनी निकटता व्यक्त की, जो "राजनीतिक और आर्थिक अस्थिरता के प्रभावों को भुगतना जारी रखते हैं" और नेताओं से "गरीबों के रोने और लोगों की जरूरतों को नजरअंदाज नहीं करने का आग्रह किया।"

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13 July 2022, 16:25