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कार्डिनल माईकेल चरनी कार्डिनल माईकेल चरनी 

तोंगा द्वीप के लिए रोम में प्रार्थनासभा का आयोजन

रोम के त्रास्तेवेरे स्थित संत मरिया गिरजाघर में 24 जनवरी को शाम 8.00 बजे तोंगा में ज्वालामुखी विस्फोट से पीड़ित लोगों के लिए प्रार्थना की गई।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

रोम, मंगलवार, 24 जनवरी 22 (वीएनएस)- तोंगा में 15 जनवरी 2022 को समुद्र में ज्वालामुखी विस्फोट हुआ था जिससे सुनामी आ गई थी। यह आधुनिक समय का एक सबसे खतरनाक ज्वालामुखी विस्फोट है।

तोंगा के धर्माध्यक्ष कार्डिनल सोवाने पातिता पैनी एमएएफआई ने जानकारी दी कि अधिकांश लोग चमत्कारिक रूप से खतरे से बच गये, केवल तीन लोगों की मौत हुई है। हालांकि भौतिक रूप से बहुत अधिक क्षति हुई है, फिर भी, सामान्य जीवन में वापस लौटने के लिए काफी वक्त लगेगा। लोगों ने अपना घर और जीविका उपार्जन के साधनों को खो दिया है। सरकार, कलीसिया, जनता और अन्य संस्थाएँ आपदा के प्रभाव का आंकलन कर रहे हैं ताकि पुनःनिर्माण का कार्य शुरू किया जा सके तथा अंतरराष्ट्रीय समुदाय से सहयोग की अपील किया जाए। 

प्रार्थना दूरी कम करती  

कार्डिनल ने बतलाया कि संत पापा फ्राँसिस ने भी 19 जनवरी को पीड़ित लोगों के लिए प्रार्थना की थी जिसको वहाँ के लोगों ने आनन्द एवं कृतज्ञता से स्वीकार किया है। उन्होंने कहा कि तोंगा के बारे कम लोग जानते हैं और यह दूर की घटना है फिर भी जिन्होंने पीड़ा सही है वे हमसे दूर नहीं हैं वे येसु में पिता की संतान हैं जिन्हें वे हमेशा प्यार करते हैं और मानव परिवार के साथ एक ही भाग्य, पृथ्वी को साझा करने के लिए बुलाये गये हैं।  

प्रार्थना दूरी कम करती एवं एकाकी दूर करती है। तोंगा द्वीप की घटना जिसने हमें प्राकृतिक शक्ति के द्वारा परेशान की, हम सभी को नगन्य और अधिक कमजोर बनाती है।

पीड़ा हर व्यक्ति के जीवन का आयाम

समग्र मानव विकास हेतु गठित परमधर्मपीठीय परिषद के अंतरिम अध्यक्ष कार्डिनल माइकेल चरनी ने कहा, "पीड़ा मानव जीवन में कोई आकस्मिक आयाम नहीं किन्तु हर व्यक्ति के जीवन का आयाम है। यह वास्तविकता का एक तथ्य है जो हमें अपने अस्तित्व की सीमा के साथ, खुद का सामना करने की अनुमति देता है। विश्वास के स्तर पर यह एक अवसर है कि हम ईश्वर के दयालु स्वभाव की छवि को न त्याग दें बल्कि दूसरों की पीड़ा में उनका साथ देते हुए सहानुभूति, एकात्मता एवं एकता की भावना में बढ़ें।"

कार्डिनल चरनी ने कहा कि महामारी के समय में ये सब कुछ स्पष्ट हो गया है जहाँ एक छोटे, अदृश्य वायरस ने मानवता को बदल दिया है और कुछ हद तक परेशान भी कर दिया है क्योंकि इसने लाखों लोगों का जीवन ले लिया है। कार्डिनल ने कहा कि महामारी के समान ही अन्य प्राकृतिक आपदाओं, खासकर तोंगा की घटना से हमें जान जाना चाहिए कि हमारे बचने हेतु आमघर की देखभाल के लिए हमने कुछ नहीं किया है।

तोंगा के आपदा प्रभावित लोगों के लिए प्रार्थना

उन्होंने तोंगा में आपदा से प्रभावित सभी लोगों के लिए प्रार्थना की। उन्होंने कहा कि हम ईश्वर, स्वर्ग और पृथ्वी के सृष्टिकर्ता की ओर मुड़ें ताकि उन लोगों को दिलासा दे सकें जो हताश और निराश हैं। जिन्होंने सागर के दरवाजों को बंद कर दिया था, जिन्होंने पृथ्वी की नींव डाली, जिनके आदेश पर प्रातः बेला को अपना स्थान मिला- प्रकृति पर हिंसा समाप्त हो, जैसा कि उनके पुत्र ने गलीलिया के समुद्र को शांत किया था, ताकि तोंगा के लोग पुनःनिर्माण कर सकें और शांति से वापस अपने घरों की ओर लौट सकें। उन्होंने लोगों के लिए प्रार्थना की कि वे विज्ञान को प्राकृतिक आपदा, जलवायु परिवर्तन, आपदा, गरीबी और ज्वालामुखी विस्फोट आदि से राहत पाने के लिए कर सकें। विविधताओं के बावजूद हम एक ही भाग्य को साझा करें कि हम पिता की संतान हैं और एक आमघर में रहते हैं अतः हम सभी भाई-बहन हैं।  

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25 January 2022, 15:20