उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी
फ्राँस, बृहस्पतिवार, 11 फरवरी 21 (रेई)- "वाटिकन रेडियो को 90वाँ जन्म दिन मुबारक हो!..किन्तु यह मुझसे छोटा है।" यह बात सिस्टर अंद्रे ने कही जो जापान की केन तनाका (2 जनवरी को 118 साल हुआ) के बाद विश्व में दूसरी सबसे बुजूर्ग व्यक्ति हैं।
वाटिकन रेडियो के वर्षगाँठ के पहले दिन, 11 फरवरी को फ्राँसीसी धर्मबहन अंद्रे 117 साल की हो गई। वे कोरोनावायरस से भी जीत चुकी हैं जिसने अंतरराष्ट्रीय मीडिया का ध्यान उनकी ओर खींचा। यद्यपि वे इस समय देख नहीं पातीं हैं एवं व्हील चेर में हैं तथापि नर्सिंग होम के अन्य मित्रों एवं रेडियो सुनने के द्वारा वे अपने जोशिली भावना को बनाये रखती हैं जो उन्हें दुनिया के साथ जोड़ते, वर्तमान घटनाओं की जानकारी देते और उनके प्रार्थनामय जीवन को प्रेरित करते हैं।
सबसे नाजुक की देखभाल द्वारा चिह्नित सदी के माध्यम से एक यात्रा
1904 में जन्मी संत भिन्सेंट दी पौल धर्मबह सिस्टर अंद्रे ने फ्रांसीसी तीसरे गणराज्य, साथ ही साथ दो विश्व युद्धों एवं फ्रांस में 4थे एवं 5वें गणराज्य का भी अनुभव किया है। उन्होंने संत पापा पीयुस 10वें से लेकर पोप फ्राँसिस तक 10 संत पापाओं को देखा है।
प्रोटेस्टंट परिवार में जन्मी, एक पास्टर की पोती सिस्टर अंद्रे ने 19 साल की उम्र में काथलिक कलीसिया में प्रवेश किया ताकि वे एक बुलाहटीय जीवन अपना सकें। इस प्रकार 40 साल की उम्र में पेरिस की चैरिटी की पुत्रियों के धर्मसंघ में प्रवेश किया जहाँ वे 77 सालों तक सेवा देतीं रहीं।
उन्होंने अपने धर्मसमाजी जीवन के 28 वर्ष विकी अस्पताल में बुजुर्गों एवं अनाथों की देखभाल करते हुए बिताया। सेवानिवृत होने के बाद 2009 में सिस्टर अंद्रे 105 साल की उम्र में दक्षिणी फ्रांस के तूलोन आयीं जहाँ वे संत कैथरीन लेबोरी के सेवानिवृत्ति आवास में रह रही हैं।
सिस्टर अंद्रे को अपने 115वें जन्म दिवस पर संत पापा फ्राँसिस से रोजरी भेंट किये है उन्होंने एक साक्षात्कार में संत पापा फ्रांसिस के बारे कहा है कि वे अत्यन्त "साहसी" है।
वाटिकन रेडियो को दिये अपने छोटे संदेश के अंत में उन्होंने संत पापा के समान कहा, "मेरे लिए प्रार्थना करें...और मैं आप सभी के लिए प्रार्थना करूँगी।"