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 कनाडा के, इनुइट और मेटिस मूल समुदाय के प्रतिनिधिमंडलों के साथ संत पापा फ्राँसिस कनाडा के, इनुइट और मेटिस मूल समुदाय के प्रतिनिधिमंडलों के साथ संत पापा फ्राँसिस 

संत पापा चंगाई व सुलह हेतु कनाडा की प्रायश्चित तीर्थयात्रा करेंगे

संत पापा फ्राँसिस कनाडा की अपनी आगामी प्रेरितिक यात्रा को "एक प्रायश्चित तीर्थयात्रा" के रूप में वर्णित हैं जो देश के मूल निवासियों के साथ उपचार और मेल-मिलाप की प्रक्रिया में योगदान देगा।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, सोमवार 18 जुलाई 2022 (वाटिकन न्यूज) : “अगले रविवार, अगर ईश्वर की कृपा हो,  तो मैं कनाडा के लिए रवाना हो जाऊंगा; इसलिए, मैं अब उस देश के सभी लोगों को संबोधित करना चाहता हूँ, कनाडा के प्रिय भाइयो और बहनो, जैसा कि आप जानते हैं, मैं आपके बीच विशेष रूप से येसु के नाम पर देश के मूल निवासियों से मिलने और उन्हें गले लगाने के लिए आऊंगा।" उक्त बात संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण में देवदूत प्रार्थना का पाठ करने के बाद संत पापा फ्राँसिस ने कहा।

संत पापा की कनाडा की प्रेरितिक यात्रा 24 से 30 जुलाई तक होने वाली है और वे एडमोंटन, क्यूबेक और इकालुइट शहरों का दौरा करेंगे।

संत पापा ने कनाडा के मूल निवासियों से माफ़ी मांगी

उन्होंने आगे कहा कि "दुर्भाग्य से, कनाडा में, कई ख्रीस्तीयों ने, जिनमें धार्मिक संस्थानों के कुछ सदस्य भी शामिल हैं, सांस्कृतिक आत्मसात करने की नीतियों में योगदान दिया है, जिसने अतीत में, विभिन्न तरीकों से देश के मूल समुदायों को गंभीर रूप से नुकसान पहुंचाया है।"

संत पापा ने अप्रैल में कनाडा के, इनुइट और मेटिस मूल समुदाय के प्रतिनिधिमंडलों के साथ वाटिकन में आयोजित बैठकों की एक श्रृंखला को याद किया, जिसके दौरान उन्होंने आवासीय स्कूल प्रणाली में उनकी कहानियों को सुना कि मूल समुदाय के बच्चों के जबरन कनाडाई संस्कृति में एकीकरण की एक योजना के तहत, उन्हें उनके परिवारों और समुदायों से अलग करके बोर्डिंग स्कूलों में रखा गया था। बैठकों के दौरान, संत पापा ने "उन्हें हुए नुकसान के लिए अपना दुख और एकजुटता व्यक्त की।"

प्रायश्चित तीर्थयात्रा

संत पापा ने कहा, "अब मैं एक प्रायश्चित तीर्थयात्रा करने जा रहा हूँ, मुझे आशा है, ईश्वर की कृपा से, पहले से शुरू की गई चंगाई और सुलह की यात्रा में योगदान देगा।"

संत पापा ने कहा, "मेरे आगमन की तैयारी में चल रहे कामों के लिए और स्वागत के लिए जो आप मुझे देंगे, आप सभी को धन्यवाद! और मैं आपसे (उपस्थित विश्वासियों से) प्रार्थना करता हूँ कि कृपया अपनी प्रार्थनाओं द्वारा मेरा साथ दें।"

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18 जुलाई 2022, 15:14