पोप के पुण्य शुक्रवार के क्रूस रास्ते का चिंतन परिवारों पर आधारित
उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी
वाटिकन सिटी, शनिवार, 9 अप्रैल 2022 (रेई) ˸ वाटिकन प्रेस कार्यालय के निदेशक मात्तेओ ब्रूनी ने बृहस्पतिवार को एक विज्ञप्ति जारी कर बतलाया कि संत पापा इस साल पुण्य शुक्रवार के क्रूस रास्ते के चिंतन एवं प्रार्थना को परिवारों के लिए समर्पित करेंगे।
उन्होंने कहा, "परिवार को समर्पित वर्ष के अवसर पर जब कलीसिया अमोरिस लेतित्सिया प्रेरितिक प्रबोधन की प्रकाशना की पाँचवी वर्षगाँठ मना रही है, संत पापा फ्राँसिस ने कोलोसेयुम में पुण्य शुक्रवार के क्रूस रास्ते की प्रार्थना एवं चिंतन को उन परिवारों को समर्पित किया है जो काथलिक समुदायों एवं स्वयंसेवक संघों से जुड़े हैं।"
वक्तव्य में बतलाया गया है कि चुने गये विषय के अनुसार कुछ परिवार क्रूस रास्ता के दौरान एक स्थान से दूसरे स्थान के बीच क्रूस पकड़ेंगे।
अमोरिस लेतित्सिया परिवार वर्ष
अमोरिस लेतित्सिया परिवारों के प्रेरितिक देखभाल पर आयोजित सिनॉड के उपरांत संत पापा फ्राँसिस द्वारा प्रकाशित प्रेरितिक प्रबोधन है। प्रेरितिक प्रबोधन को 19 मार्च 2016 को परिवारों पर 2014 एवं 2015 में वाटिकन में आयोजित सिनॉड के बाद प्रकाशित किया गया था।
19 मार्च 2021 को कलीसिया ने परिवारों में प्रेम के आनन्द एवं सुन्दरता पर अमोरिस लेतित्सिया प्रकाशित किये जाने की पाँचवीं वर्षगाँठ मनायी। उसी दिन संत पापा ने अमोरिस लेतित्सिया परिवार वर्ष घोषित किया जिसका समापन 26 जून 2022 को रोम में परिवारों की विश्वसभा के साथ किया जाएगा।
कोलोसेयुम में क्रूस रास्ता की वापसी
पुण्य शक्रवार की शाम संत पेत्रुस महागिरजाघर में दुःखभोग की धर्मविधि सम्पन्न करने के बाद संत पापा फ्राँसिस 9.15 बजे कोलोसेयुम में क्रूस रास्ता प्रार्थना का नेतृत्व करेंगे।
पिछले दो सालों से कोलोसेयुम में पुण्य शुक्रवार का क्रूस रास्ता कोविड-19 महामारी के कारण स्थगित था और इसे संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में सम्पन्न किया जा रहा था किन्तु इस साल संक्रमण कम होने के कारण पुनः रोम के ऐतिहासिक स्थल पर सम्पन्न किया जाएगा।
चिंतन
संत पापा हर साल क्रूस रास्ता के इस धार्मिक अभ्यास की तैयारी हेतु किसी दल या संघ अथवा व्यक्ति को कार्यभार सौंपते हैं जो विभिन्न परिप्रेक्ष्य में प्रभु के दुखभोग से प्रेरणा लें।
पिछले साल पुण्य शुक्रवार के चिंतन एवं प्रार्थना को बच्चों के लिए समर्पित किया गया था। बच्चों ने अपने दैनिक जीवन में अंधकार से भय, परित्यक्त होने, अपनी दुबलताओं, स्कूल में मजाक किये जाने, माता-पिता के साथ झगड़े, महामारी से डर आदि पीड़ाओं पर चिंतन किया था।
2020 में क्रूस रास्ता की प्रार्थना तैयार करने का भार इटली के पादुआ स्थित जेल के कैदियों को दिया गया था। जिसमें उन्होंने एक हत्यारे के परिवार के दर्द या एक व्यक्ति की बेटी को उम्रकैद की सजा के बारे में बताया था; एक कैदी की मां की पीड़ा, एक पुरोहित की आशा एवं 8 साल बाद निश्चित रूप से बरी; एक जेल शिक्षक, एक प्रचारक, एक स्वयंसेवी और एक जेल पुलिस अधिकारी की जिम्मेदारी पर चिंतन किया था।
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