कार्डिनल क्राएस्की यूक्रेन के लिए दूसरा एम्बुलेंस प्रदान करेंगे
उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी
यूक्रेन, शनिवार, 9 अप्रैल 2022 (रेई) ˸ वाटिकन प्रेस कार्यालय द्वारा मिली जानकारी अनुसार, एम्बुलेंस दान किया जाना और उसे भेंट करने के दिन के चयन का एक बड़ा प्रतीकात्मक अर्थ है। यह सामीप्य के भाव एवं पास्का के पूर्व, अंतिम व्यारी के समय येसु द्वारा सेवा किये जाने की याद दिलाता है, जहाँ उन्होंने शिष्यों के पैर धोये थे एवं अपने तावल से उनके पैर पोंछे थे।
कहा गया है कि अपने राहत के साधन द्वारा संत पापा यूक्रेन के युद्ध पीड़ित पुरूषों एवं महिलाओं के प्रति अपना सामीप्य व्यक्त करना चाहते हैं।
प्रेस विज्ञप्ति में बतालया गया है कि "जब एक घायल, बीमार अथवा पीड़ित व्यक्ति को एम्बुलेंस द्वारा लिया जाएगा तो वे पोप के आलिंगन एंव सांत्वना को महसूस कर सकेंगे जो युद्ध के अवैध हिंसा से पीड़ित भाई-बहनों के पैर धोना एवं उनका चुम्बन करना चाहते हैं।"
परमधर्मपीठ के उपदेशक कार्डिनल रनियेरो कंतालामेस्सा ने चेस्तास स्पीक के शब्दों का हवाला देते हुए कहा, "पुण्य बृहस्पतिवार को पैर धोने के भाव को माना जा सकता है कि यह 'ख्रीस्तीय अधिकारियों का संस्कार है' जिसके द्वारा ख्रीस्त ने अपनी कलीसिया को शिक्षा दी है कि जो शासन करते हैं वे उनके समान सेवा करें। (लूक. 22,26) तथा पहला व्यक्ति
सभी के सेवक के समान हो।" (मार्क10,44)
इस शिक्षा को साकार रूप देने का अनुभव कार्डिनल क्राएस्की यूक्रेन में, लोगों से मुलाकात करते एवं ख्रीस्तीय समुदाय के साथ पुण्य सप्ताह एवं पास्का मनाते हुए करेंगे।
एम्बुलेंस दान करना उस शिक्षा के केंद्र का भाव है जिसमें पोप फ्राँसिस पवित्र आत्मा से संचालित होकर कलीसिया की सेवा करना चाहते हैं।
हालांकि यह एक व्यक्ति का भाव नहीं है बल्कि पूरी कलीसिया को इस पुण्य सप्ताह में दीनता एवं ख्रीस्त की सेवा के साथ प्रवेश करने का निमंत्रण है ताकि पवित्र आत्मा में नवीकृत होकर हम पास्का पर्व मना सकें।
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