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संत पापा फ्राँसिस ने बीमारों के विश्व दिवस को याद किया

संत पापा ने बुधवार को आम दर्शन समारोह के दौरान बीमारों के विश्व दिवस को याद करते हुए उन सभी लोगों के साथ आध्यात्मिक और शारीरिक निकटता का आह्वान किया जो बीमार हैं।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बुधवार 9 फरवरी 2022 (रेई) : संत पापा फ्राँसिस ने वाटिकन के संत पापा पॉल षष्टम सभागार में बुधवारीय आमदर्शन समारोह के दौरान विश्वासियों को आने वाले बीमारों के विश्व दिवस के बारे याद दिलाया जो हर साल11 फरवरी को मनाया जाता है।

यह शुक्रवार, 11 फरवरी बीमारों के तीसवें विश्व दिवस को चिह्नित करता है जिसे संत पापा जॉन पॉल द्वितीय द्वारा " काथलिक स्वास्थ्य संस्थानों और नागर समाज के लोगों को बीमारों और उनकी देखभाल करने वालों के प्रति अधिक चौकस रहने के लिए प्रोत्साहित करने हेतु स्थापित किया गया था।"

इस वर्ष का विषय "अपने स्वार्गिक पिता जैसे दयालु बनो, (लूक 6:36): उदरता के मार्ग में पीड़ित लोगों के साथ खड़े रहें।"

संत पापा ने कहा, “परसों 11 फरवरी को बीमारों का विश्व दिवस है। मैं अपने बीमार प्रियजनों को याद दिलाना चाहता हूँ ताकि सभी के लिए स्वास्थ्य और आध्यात्मिक देखभाल सुनिश्चित हो सके। आइए, हम अपने इन भाइयों और बहनों के लिए, उनके परिवारों के लिए, स्वास्थ्य कर्मियों के लिए, बीमारों के प्रेरितिक कार्यकर्ताओं और उनकी देखभाल करने वालों सभी लोगों के लिए प्रार्थना करें।”

संत पापा ने बुजुर्गों और बीमारों को याद करते हुए लूर्द का माता मरियम के त्योहार को भी याद किया। इस वर्ष लूर्द की माता मरियम के प्रकट होने की 160वीं वर्षगांठ है।

संत पापा ने कहा, "मैं चाहता हूं कि हर कोई ईश्वरीय इच्छा के लिए पूर्ण उपलब्धता में कुवांरी मरियम अनुकरण करे। उनका उदाहरण और उनकी मध्यस्ता सुसमाचार के प्रति आपकी गवाही को मजबूत करने हेतु प्रोत्साहित करे।”


बीमारों का साथ

बीमारों के विश्व दिवस के अवसर पर अपने 2022 के संदेश में, संत पापा फ्राँसिस ने बीमार लोगों का स्वागत करने और उनका साथ देने के मिशन को सुदृढ़ किया।

संत पापा ने कहा, "रोगी हमेशा अपनी बीमारी से अधिक महत्वपूर्ण होता है और यही कारण है कि कोई भी चिकित्सीय दृष्टिकोण बीमार व्यक्ति की बात सुनने की उपेक्षा नहीं कर सकता है ... हम इस संबंध में, कई रोगियों को कैसे याद नहीं कर सकते हैं, जो महामारी के दौरान अलगाव में रहते थे।"

सांत्वना

संत पापा ने यह भी रेखांकित किया कि "यहां तक​​​​कि जब उपचार संभव नहीं है, तब भी देखभाल हमेशा दी जा सकती है। सांत्वना देना हमेशा संभव है, लोगों को एक ऐसी निकटता का एहसास कराना हमेशा संभव होता है जो उसकी विकृति की तुलना में व्यक्ति में अधिक रुचि रखते है। ”

योजना के अनुसार बीमारों का 30वां विश्व दिवस, पेरू के अरेक्विपा में होने वाला था परंतु महामारी के कारण, पवित्र मिस्सा समारोह अब 11 फरवरी को संत पेत्रुस महागिरजाघर में सम्पन्न होगा।

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09 February 2022, 15:42