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लेबनान में सैनिकों एवं प्रदर्शनकारियों के बीच टकराव लेबनान में सैनिकों एवं प्रदर्शनकारियों के बीच टकराव 

पोप ने की लेबनान में प्रतिष्ठा एवं स्वतंत्रता के सम्मान की अपील

देवदूत प्रार्थना के उपरांत संत पापा फ्राँसिस ने लेबनान के सभी लोगों की प्रतिष्ठा एवं स्वतंत्रता का सम्मान करने की अपील की क्योंकि देश में करीब 10 दिनों से राजीतिक नेताओं के खिलाफ राष्ट्रीय स्तर पर प्रदर्शन हो रहे हैं।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, सोमवार, 28 अक्टूबर 2019 (रेई)˸ संत पापा ने कहा, "मैं लेबनान के प्रिय लोगों की विशेष याद करता हूँ, खासकर, युवाओं की, जिन्होंने देश की चुनौतियों और सामाजिक, नैतिक एवं आर्थिक समस्याओं के सामने अपनी पुकार रखी है।" उन्होंने लेबनान के सभी नागरिकों से भी आग्रह किया कि "वे वार्ता के द्वारा समाधान के सही रास्ते की खोज करें।" 

हरेक व्यक्ति की प्रतिष्ठा एवं स्वतंत्रता का सम्मान

"लेबनान की रानी कुँवारी मरियम से प्रार्थना करता हूँ कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय की सहायता से, देश शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व एवं हरेक व्यक्ति की प्रतिष्ठा एवं स्वतंत्रता के सम्मान का स्थान बने।" संत पापा ने कहा कि लेबनान में संकट का समाधान पूरे मध्यपूर्व क्षेत्र के लिए हितकारी होगा जो बहुत अधिक दुःख झेल रहा है।

देशव्यापी प्रदर्शन ने लेबनान को 10 से भी अधिक दिनों तक स्थिर कर रखा है जहाँ 5 मिलियन नागरिकों के बीच 20 प्रतिशत लोग प्रदर्शन में भाग ले रहे हैं।

प्रदर्शन का कारण

उन्होंने राजनीतिक नेताओं पर भ्रष्टाचार एवं राज्य वित्त के कुप्रबंधन का आरोप लगाया है जिसके कारण देश की आर्थिक स्थिति गिर रही है।

प्रदर्शनकारियों के साथ पुलिस रोजाना हाथापाई करती है, क्योंकि सेना के जवान देश भर में सड़कों को जाम होने से बचाना चाहते हैं।

लेबनान में दशकों से तनाव है किन्तु यह व्हाट्सएप के जरिए किये जाने वाले फोन पर कर का एक सरकारी प्रस्ताव था जिसने देश को अस्त-व्यस्त कर दिया है।

देश में दूरसंचार लागत आसमान पर है, जॉर्डन की तुलना में 5 गुना अधिक और मिस्र की तुलना में 20 गुना अधिक है। लेबनान के कई लोग व्हाट्सएप का प्रयोग करते हैं। लेबनान की सरकार ने इस सप्ताह एक आपातकालीन सुधार पैकेज की घोषणा की, जो प्रदर्शनकारियों को खुश करने में विफल रही।

संत पापा का अभिवादन

संत पापा ने देश-विदेश से एकत्रित सभी तीर्थयात्रियों एवं पर्यटकों का अभिवादन किया। विशेषकर, उन्होंने साओ पाओलो, ब्राजील और पोलैंड एवं स्पेन के रोमन फ्राऊंडेशन के शैक्षिक केंद्र के तीर्थयात्रियों का अभिवादन किया।

उन्होंने सेक्रेड हार्ट के प्रेरितों का जो अपने धर्मसमाज की स्थापना की शतवर्षीय जयन्ती मना रहे हैं, पत्ती धर्मप्रांत के सिरोमलाबार समुदाय, रेज्जो एमिलिया गास्ताला धर्मप्रांत के गुरूकुल छात्र का जिन्होंने महागिरजाघर में मिस्सा के दौरान सेवा दी और दृढ़ीकरण संस्कार के उम्मीदवारों का अभिवादन किया।

रोजरी प्रार्थना करना जारी रखें

संत पापा ने मिशनरी माह की याद दिलाते हुए कहा कि यह अक्टूबर महीना का अंतिम सप्ताह है जो एक मिशनरी महीना है जिसका इस साल एक खास महत्व है और यह रोजरी का महीना भी है। मैं आज की कलीसिया और मिशन के लिए प्रार्थना का अपना निमंत्रण दुहराता हूँ, विशेषकर, मिशनरियों के लिए प्रार्थना करें जिन्हें कई समस्याओं का सामना करना पड़ता है। साथ ही साथ, हम शांति के लिए रोजरी प्रार्थना करना जारी रखें। सुसमाचार एवं शांति एक साथ चलते हैं।  

अंत में संत पापा ने प्रार्थना का आग्रह करते हुए सभी को शुभ रविवार की मंगलकामनाएँ अर्पित की।

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28 October 2019, 14:42