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अकामासोआ एसोसिएशन से मिलते हुए संत पापा फ्राँसिस अकामासोआ एसोसिएशन से मिलते हुए संत पापा फ्राँसिस 

गरीबी अपरिहार्य नहीं है, "मैत्री के शहर" में संत पापा

संत पापा फ्राँसिस ने रविवार दोपहर को, अंटागानारिवो, मडागास्कर में अकामासोआ एसोसिएशन का दौरा किया। इसे "अपने लोगों के बीच ईश्वर की उपस्थिति की अभिव्यक्ति कहा गया, जो गरीब हैं।"

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

अन्टानानारिवो, रविवार 8 सितम्बर 2019 (रेई, वाटिकन न्यूज़) :  जब अकामासोआ एसोसिएशन के संस्थापक फादर पेद्रो ओपेका येसु समाजी ने संत पापा फ्राँसिस को "मैत्री के शहर" समुदाय का दौरा करने के लिए आमंत्रित किया, तो उन्होंने कभी सोचा नहीं था कि संत पापा आएंगे। भले ही जेसुइट फादर मारियो बेर्गोग्लियो (संत पापा फ्राँसिस) अर्जेंटीना में फादर पेद्रो को धर्मशास्त्र प्रोफेसर रहे थे। संत पापा ने समुदाय का दौरा किया।

गवाही

संत पापा ने एसोसिएशन के कई सदस्यों के साथ मुलाकात की और 13 वर्षीय फैनी ने उन्हें बताया कि वह छह साल पहले अकामासोआ आई, तब से उसका जीवन बदल गया है, वह स्कूल में पढ़ती है, और वह संत पापा के संदेश को अपने जीवन में अभ्यास करने के लिए तत्पर है।

संदेश

संत पापा के संदेश में "कड़ी मेहनत, अनुशासन, ईमानदारी, आत्म-सम्मान और दूसरों के प्रति सम्मान" के मूल्यों के प्रति विश्वस्त रहने का निमंत्रण शामिल था।

संत पापा ने जोर देकर कहा कि इस अनुभव ने उन्हें यह समझने में मदद की है कि ईश्वर का सपना न केवल हमारे व्यक्तिगत विकास के लिए है, बल्कि अनिवार्य रूप से समुदाय के विकास के लिए है। केवल अपने लिए जीना गुलामी का सबसे बुरा स्वरूप है।

गरीबी अपरिहार्य नहीं है

अपनी 30 वर्षों की गतिविधि में, अकोमासा एसोसिएशन ने 25,000 से अधिक लोगों के लिए आवास बनाने में मदद की है, 18 गांवों का विकास कर रहे हैं, गावों में डिस्पेंसरी और स्कूलों का निर्माण किया है जिनमें करीब 14,000 बच्चों को शिक्षा प्रदान की जाती है।

संत पापा फ्राँसिस ने कहा, "इन मोहल्लों के हर कोने, हर स्कूल या डिस्पेंसरी", "आशा का एक गीत है जो मौन रुप से इस बात का खंडन करती है कि कुछ चीजें अपरिहार्य हैं। हम बलपूर्वक कहते हैं: गरीबी अपरिहार्य नहीं है!

अपने हाथों से बनाया शहर

संत पापा ने कहा, "मैत्री का शहर" जिसे आपने अपने हाथों से बनाया है, "परिवार और समुदाय की भावना ने आपको धैर्य और कौशल के साथ, न केवल अपने आप में बल्कि एक दूसरे में भी विश्वास को पुनर्निर्माण करने में सक्षम बनाया है।"

संत पापा ने उपस्थित युवाओं को "गरीबी के घातक प्रभावों से  सदा लड़ने" के लिए आमंत्रित किया। "अपने बड़ेजनों द्वारा शुरु किया गया यह महान काम को अब आगे बढ़ाना आपका कर्तव्य है।"

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08 September 2019, 16:21