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निकारागुआ के माटागल्पा के धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष रोलांडो अल्वारेज़ पवित्र मिस्सा में निकारागुआ के माटागल्पा के धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष रोलांडो अल्वारेज़ पवित्र मिस्सा में 

निकारागुआ पुलिस ने धर्माध्यक्ष को अपना आवास छोड़ने से रोका

निकारागुआ में पुलिस राष्ट्रपति दानियल ओर्टेगा की सरकार के खिलाफ "घृणा के कृत्यों" को उकसाने का आरोप लगाते हुए, माटागल्पा के धर्माध्यक्ष रोलांडो अल्वारेज़ को अपना निवास छोड़ने से रोक रही है।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

माटागल्पा, सोमवार 08 अगस्त 2022 (वाटिकन न्यूज) : उत्तरी निकारागुआ के माटागल्पा के धर्मप्रांत के धर्माध्यक्ष रोलांडो अल्वारेज़ ने सरकार द्वारा पाँच काथलिक रेडियो स्टेशनों को बंद करने की आलोचना की थी। इसपर पुलिस ने धर्माध्यक्ष रोलांडो और छह काथलिक पुरोहितों को अपना निवास छोड़ने और पवित्र मिस्सा समारोह के लिए पास के महागिरजाघर जाने से रोक दिया।

लोगों को स्वतंत्र रूप से आने-जाने से रोकने के लिए पुलिस अधिकारियों ने बैरियर लगा दिए हैं।

धर्माध्यक्ष अल्वारेज़ और 12 अन्य लोग गुरुवार से अपने आवास में फंसे हुए हैं। धर्माध्यक्ष अल्वारेज़ ने शनिवार को मिस्सा के दौरान कहा कि उन्हें नजरबंद किया गया है। उन्होंने माटागल्पा में अपने घर से सोशल नेटवर्क पर पवित्र मिस्सा प्रसारित किया।

हिंसा भड़काने का आरोप

राष्ट्रपति दानियल ओर्टेगा और उनकी पत्नी, उपराष्ट्रपति रोसारियो मुरिलो के आदेश पर निकारागुआ के अधिकारी आलोचना या विरोध की किसी भी आवाज के लिए लोगों पर कार्यवाही करते हैं। 150 से अधिक विपक्षी नेता जेल में बंद हैं।


पुलिस ने धर्माध्यक्ष अल्वारेज़ पर हिंसा के कृत्यों को भड़काने और देश को अस्थिर करने के लिए मीडिया और सोशल नेटवर्क का उपयोग करने का आरोप लगाया और कहा कि वे औपचारिक आरोप तैयार कर रहे हैं। धर्माध्यक्ष अल्वारेज अधिकारियों से इस उत्पीड़न को रोकने की अपील कर रहे हैं और अनुरोध कर रहे हैं कि धार्मिक स्वतंत्रता का सम्मान किया जाए।

गुरुवार को जब 55 वर्षीय धर्माध्यक्ष अल्वारेज को महागिरजाघर जाने से रोका गया, तो उन्होंने पवित्र संस्खार की आशीष देने के लिए फुटपाथ पर घुटने टेक दिए और कहा, "हम गली में पवित्र संस्कार मनाते हैं, क्योंकि येसु मसीह निकारागुआ के ईश्वर हैं।"

यूरोपीय संघ का कहना है कि पुलिस की यह कार्रवाई मनमाना है और मानवाधिकारों के साथ-साथ धार्मिक स्वतंत्रता का एक और उल्लंघन है।

मध्यस्थता के प्रयास

 निकारागुआ की कलीसिया देश के बिगड़ते संकट को हल करने के लिए बातचीत की मांग करके मध्यस्थ के रूप में कार्य करने की कोशिश कर रही है, जो 2018 में व्यापक सरकार विरोधी विरोध के साथ शुरू हुआ था, जिसे कुचल दिया गया था।

76 वर्षीय दानियल ओर्टेगा को पिछले नवंबर में फिर से निर्वाचित किया गया, जबकि विपक्षी उम्मीदवारों को भाग लेने से रोका गया और जेल में डाल दिया गया था। मार्च में, सरकार ने निकारागुआ के प्रेरितिक राजदूत महाधर्माध्यक्ष वाल्डेमर स्तानिस्लाव सोमरटैग को निष्कासित कर दिया। इसके बाद निकारागुआ ने अपने राजदूत को वाटिकन से वापस बुला लिया।

 

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08 August 2022, 14:50