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जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो अबे की तस्वीर जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो अबे की तस्वीर 

टोक्यो के महाधर्माध्यक्ष ˸ हिंसा, ईश्वर को चुनौती देना है

जापान के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष एवं टोक्यो के महाधर्माध्यक्ष इसाओ किकुची ने जापान के पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो अबे के निधन पर शोक व्यक्त किया है एवं कहा है कि विचारों की विविधता को जीवन के खिलाफ हिंसा के द्वारा न्यायसंगत कभी नहीं ठहराया जा सकता, जो ईश्वर के खिलाफ अपराध है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

जापनी पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो अबे की हत्या पर, टोक्यो के महाधर्माध्यक्ष इसाओ किकुकी ने उनकी आत्मा की अनन्त शांति के लिए प्रार्थना की है एवं याद दिलाया है कि जीवन के विरूद्ध हिंसक कृत्य ईश्वर के खिलाफ चुनौती देना है।   

महाधर्माध्यक्ष ने 11 जुलाई को एक बयान में इस त्रासदी पर प्रतिक्रिया व्यक्त की है।

जीवन के सृष्टिकर्ता ईश्वर को चुनौती

महाधर्माध्यक्ष ने कहा, "पूर्व प्रधानमंत्री शिंजो अबे की हत्या गोली मार कर की गई जो एक दुखद सदमा है।"

"जीवन के विरुद्ध हिंसा करके अपनी इच्छा को प्राप्त करने का प्रयास करना जीवन के निर्माता ईश्वर को चुनौती देना है। ख्रीस्तीयों के लिए जो मानते हैं कि ईश्वर ने जीवन दिया है, यह एक उपहार है जिसको इसकी शुरुआत से लेकर अंत तक सुरक्षित रखा जाना चाहिए।"

जापानी महाधर्माध्यक्ष ने पोप फ्राँसिस के साथ जापान के सरकारी अधिकारियों एवं राजनयिकों के साथ नवम्बर 2019 में मुलाकात की याद की थी, जहाँ उन्होंने "हरेक के जीवन की गरिमा, और सभी कठिनाइयों में हमारे भाइयों और बहनों को एकजुटता एवं समर्थन दिखाने के महत्व को दोहराया था।"

महाधर्माध्यक्ष किकुची ने इस बात पर प्रकाश डाला कि "पूर्व प्रधानमंत्री अबे ने पोप की जापान यात्रा को बढ़ावा देने के लिए हर संभव प्रयास किया था, जिन्होंने संदेश दिया कि 'सभी जीवन की रक्षा करें'।"

विचारों की भिन्नता को हिंसा एवं शक्ति के द्वारा न्यायसंगत नहीं ठहराया जा सकता।

महाधर्माध्यक्ष ने स्वीकार किया कि "यह स्वाभाविक है" कि जब बहुत से लोग अपने जीवन को बेहतर बनाने के लिए स्वतंत्रता का प्रयोग करते हैं, तो विचारों, सोच और जीने के तरीकों में अंतर होता है।"

अबे को शांति और उनके परिवारवालों को सांत्वना हेतु प्रार्थना

जापानी धर्माध्यक्षों को उम्मीद है कि इस विशेष अपराध के उद्देश्यों को अंततः स्पष्ट किया जाएगा।

उन्होंने कहा, "हर मामले में, हमें प्रार्थना करनी और ईश्वर की दया से प्रभावित समाज की आशा में कार्य करना चाहिए, जहां हिंसा के बल के बजाय आपसी करुणा और समर्थन का एहसास हो।"

महाधर्माध्यक्ष किकुची ने शिंजो अबे की आत्मा की अनन्त शांति तथा उनके परिवारवालों  को सांत्वना मिलने के लिए प्रार्थना की।

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12 जुलाई 2022, 16:48