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कार्डिनल स्तानिस्लाव के साथ स्वंसेवी कार्डिनल स्तानिस्लाव के साथ स्वंसेवी 

पोलैंड यूक्रेनियों को भाइयों एवं बहनों के रूप में स्वागत करता है, कार्डिनल ज़ीविज

लाखों यूक्रेनी शरणार्थियों की पीड़ा से त्रस्त, क्राकोव के सेवानिवृत महाधर्माध्यक्ष, कार्डिनल स्तानिस्लाव जीविज़ कहते हैं कि पोलैंड ने युद्ध के कहर के सामने एक दयालु हृदय दिखाया है।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

क्राकोव, बुधवार 16 मार्च 2022 (वाटिकन न्यूज) : पोलैंड ने अपने पड़ोसियों के प्रति उदारता और संवेदनशीलता दिखाई है, रूसी बमों और मिसाइलों से भाग रहे हताश यूक्रेनी लोगों के लिए अपने दरवाजे खोल दिए हैं।

क्राकोव के सेवानिवृत महाधर्माध्यक्ष, कार्डिनल स्तानिस्लाव ने वाटिकन न्यूज़ के साथ एक साक्षात्कार में यह टिप्पणी की।

पोलैंड की एकजुटता

कार्डिनल जीविज़ ने कहा, "पोलैंड अपनी सीमा खोलकर बहुत कुछ कर रहा है।"

“फिलहाल, पोलैंड में लगभग दो मिलियन शरणार्थी हैं, जो गरीब हैं और कभी-कभी बिना जूतों के, बिना कुछ लिए आते हैं। पोलैंड में उनका स्वागत उन लोगों द्वारा किया जाता है जो बड़ी उदारता दिखाते हैं और यह दिल को छू लेने वाला है।”

संत पापा जॉन पॉल द्वितीय के लंबे समय तक निजी सचिव रहे 82 वर्षीय कार्डिनल ने कहा कि कुछ परिवार हैं जो शरणार्थियों के लिए अपने घर खोल रहे हैं और उन्हें वह सब कुछ दे रहे हैं जो उनके पास है।


कार्डिनल ने कहा, "बंधुत्व के अप्रत्याशित प्रदर्शन में पोलैंड के लोगों के बीच एक महान एकजुटता पैदा हुई है जो यूक्रेनियों को सच्चे भाई-बहनों के रूप में मानते हैं।"

उन्होंने बताया कि शरणार्थी अनिश्चित परिस्थितियों में आते हैं और उन्हें विशेष रूप से मदद की ज़रूरत होती है। ऐसी महिलाएं हैं जिनके बच्चे हैं और जो अपने देश में अपने पति और भाइयों को छोड़ आयी हैं।

उन्होंने कहा कि बड़ी पीड़ा है, बहुत दुख है, और कई बीमार लोग भी हैं। पोलैंड ने उन लोगों के लिए कई अस्पताल खोले हैं जिन्हें उपचार की आवश्यकता है, और कलीसिया भी पीड़ित लोगों के लिए नैतिक समर्थन प्रदान करने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है।

पोलिश धर्मबहनों की प्रतिबद्धता

कार्डिनल जीविज़ ने बताया कि कलीसिया भी अपनी भूमिका निभा रही है।

धर्मबहनों के धर्मसंघों के सुपीरियर जनरल के सम्मेलन के रिपोर्ट अनुसार पोलैंड में 924 और यूक्रेन में 98 कोनवेंट में धर्मबहनें आध्यात्मिक, मनोवैज्ञानिक, चिकित्सा और भौतिक सहायता प्रदान करती हैं।

धर्मबहनें यूक्रेनी भाषा अनुवादकों के रूप में भी अपनी सेवाएं प्रदान करती हैं और युद्धग्रस्त देश के बच्चों और माताओं के लिए क्लास का आयोजन करती हैं।

विस्थापितों की बढ़ती संख्या

इस बीच, आगे बढ़ती रूसी सेना यूक्रेन के पश्चिमी शहरों और पोलैंड की सीमा से लगे केंद्रों को निशाना बना रही है। रूसी मिसाइलों ने रविवार को पोलैंड से महज 20 किलोमीटर दूर याविरोव में यूक्रेन के सैन्य प्रशिक्षण अड्डे पर हमला किया, जिसमें 35 लोग मारे गए।

मिसाइल हमले ने पोलैंड के बीच दहशत पैदा कर दी है। उन्हें डर है कि युद्ध के कारण आपूर्ति में कटौती हो सकती है या यहां तक ​​कि युद्ध पोलैंड में फैल सकता है। प्रशिक्षण केंद्र पर हमला रूसी आक्रमण का सबसे पश्चिमी सीमा पर लक्ष्य प्रतीत होता है।

पोलैंड ने शरणार्थी आपातकाल से निपटने के लिए यूरोपीय संघ से मदद मांगी है। परिवार, श्रम और सामाजिक नीति के पोलिश मंत्री मार्लेना मलाग के अनुसार, "सभी सदस्य राज्यों की एकजुटता के आधार पर सहयोग के लिए वित्तीय सहायता आवश्यक है, न कि केवल अग्रिम पंक्ति के लोगों के लिए"।

संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी, यूएनएचसीआर ने अगले 3 महीनों में यूक्रेन में 2.1 मिलियन आंतरिक रूप से विस्थापित लोगों और पड़ोसी देशों में 2.4 मिलियन शरणार्थियों की सहायता के लिए तत्काल 510 मिलियन डॉलर की अपील की है।

यूएनएचसीआर का अनुमान है कि सैन्य आक्रमण शुरू होने के बाद से आने वाले 6 महीनों में सुरक्षा की तलाश में 4 मिलियन से अधिक यूक्रेनी देश छोड़कर भाग सकते हैं। एजेंसी ने कहा कि संकट की परिस्थितियों के कारण, अधिकांश शरणार्थी महिलाएं और बच्चे हैं।

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16 March 2022, 15:25