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लूथरन वर्ल्ड फेडरेशन’ के महासचिव डॉक्टर मार्टिन जुंग लूथरन वर्ल्ड फेडरेशन’ के महासचिव डॉक्टर मार्टिन जुंग  

हमें शांति को कभी हल्के से नहीं लेनी चाहिए, लूथरन नेता

संत इजीदियों समुदाय द्वारा मैड्रिड में आयोजित शांति के लिए प्रार्थना सभा में लूथरन वर्ल्ड फेडरेशन के महासचिव ने भाग लिया। उन्होंने दैनिक जीवन में शांति को बनाये करने की आवश्यकता पर बातें की।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

मैड्रिड, बुधवार 18 सितम्बर 2019 (वाटिकन न्यूज़) : बर्लिन की दीवार के गिरने के 30 साल बाद, संत इजीदियो समुदाय ने स्पेन राजधानी मैड्रिड में 15 से 17 सितंबर तक शांति प्रार्थना की बैठक का आयोजन किया था।

प्रार्थना सभा में विश्वभर से विभिन्न धर्मों के नेताओं ने भाग लिया और "शांति के साथ कोई सीमा नहीं: धर्म और संस्कृति में संवाद" विषयवस्तु पर चर्चा की।

संत पापा फ्रांसिस ने बैठक के लिए अपना समर्थन इस तथ्य के साथ भेजा है कि युद्ध, बाधाओं और नई दीवारों के निर्माण के साथ ईश्वर का उपहार शांति बर्बाद हो रही है।

सभा में उपस्थित प्रतिभागियों में से एक ‘लूथरन वर्ल्ड फेडरेशन’ के महासचिव डॉक्टर मार्टिन जुंग थे। वाटिकन रेडियो के साथ हुए साक्षात्कार में उन्होंने विभाजित दीवार के गिरने के तीन दशक बाद यूरोप की स्थिति पर अपना दृष्टिकोण प्रस्तुत किया। डॉ. जुंग ने कहा कि वास्तव में "कई स्थितियों में और कई मामलों में अच्छे विकास के साथ सुधार हुआ है, वहीं अन्य मामलों में चीजें बदतर हो गई हैं।"

उन्होंने कहा, "आपको कभी भी शांति को हल्के से नहीं लेनी चाहिए, शांति बरकरार रखने के लिए आपको हर दिन और बार-बार काम करना होगा। “एक दीवार को नीचे गिराने मात्र से शांति नहीं आई और न ही एक समझौते पर मात्र हस्ताक्षर करने से, परंतु हर दिन शांति का पोषण करना पड़ता है।

शांति के पोषण में धर्मों की भूमिका

डॉ. जुंग ने दृढ़ विश्वास के साथ इस बात की पुष्टि की, कि शांति को बढ़ावा देने में धर्मों की अहम भूमिका है।

उन्होंने कहा, "हमारे पास शांति के संदेश का ठोस आधार है और वह है येसु मसीह के सुसमाचार का संदेश, जो शांति का संदेश है।"

इस संदेश को हम पवित्र बाईबिल में बहुत स्थानों पर पाते हैं, “बेथलेहेम में येसु मसीह के जन्म होने के बाद स्वर्गदूतों ने क्या कहा? आपको शांति मिले। पुनरुत्थान के बाद जब येसु चेलों से मिलते हैं तो उन्होंने क्या कहा? तुम्हें शांति मिले। वे तीन बार उन्हें याद दिलाते हैं : शांति तुम्हारे साथ है।”

उन्होंने कहा, "येसु मसीह का संदेश, शांति का संदेश है और जब भी हम अपने आप को एक अलग संदेश को बढ़ावा देते हुए पाते हैं, तो हमें मसीह के सुसमाचार में वापस जाना और पढ़ना चाहिए। और उस संदेश में फिर से ध्यान केंद्रित कर उसे हमारे संदेश का केंद्र बनाना चाहिए।"

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18 September 2019, 17:04