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पाकिस्तान में पेय जल की कमी पाकिस्तान में पेय जल की कमी  (AFP or licensors)

यूनिसेफ : पाकिस्तान के लाखों बच्चों को तत्काल सहायता की जरूरत

पिछले साल आई विनाशकारी बाढ़ के बाद पाकिस्तान में लाखों बच्चों के लिए सुरक्षित पेयजल तक पहुंच संभव नहीं है। यूनिसेफ ने चेतावनी दी है क्योंकि "कमजोर बच्चे" बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बुनियादी आवश्यकताओं के बिना रह रहे हैं।

अंड्रिया रेगो

पाकिस्तान, शनिवार, 26 अगस्त 2023 (रेई) : इस साल, मानसून की बारिश ने पूरे पाकिस्तान में 87 बच्चों की जान ले ली और बाढ़ प्रभावित समुदायों की हालत खराब कर दी है, जो अभी भी पिछले साल की आपदा से उबर नहीं पाये हैं।

यूनिसेफ पाकिस्तान के अनुसार, देशभर के जिलों में 15 लाख से अधिक बच्चों को जीवनरक्षक पोषण की आवश्यकता है।

25 अगस्त को यूनिसेफ ने यह कहते हुए चेतावनी जारी की है कि "लाखों बच्चों को मानवीय सहायता और आवश्यक सेवाओं तक पहुंच की आवश्यकता बनी हुई है।"

मानवीय सहायता संगठन ने अनुमान लगाया है कि 8 मिलियन से अधिक लोग, जिनमें से आधे बच्चे हैं, बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में सुरक्षित पानी तक पहुंच के बिना रह रहे हैं।

विनाशकारी बाढ़ के एक साल बाद, जिसके कारण पाकिस्तान को राष्ट्रीय आपातकाल की घोषणा करनी पड़ी थी, आज तक, पुनर्वास प्रयासों को कम वित्त पोषित किया गया है। जबकि यूनिसेफ ने जीवन-रक्षक सहायता प्रदान करने के लिए 173.5 मिलियन अमरीकी डालर की अपील की थी, जिसमें केवल 57 प्रतिशत ही वित्त पोषित किया गया।

पाकिस्तान के बच्चे भुला दिए गये

पाकिस्तान में यूनिसेफ के प्रतिनिधि अबदूला फादिल ने एक बयान में कहा, “कमजोर बच्चे जो बाढ़ प्रभावित क्षेत्र में रहते हैं उन्होंने एक भयानक साल को पार किया है।”

बच्चों ने अपने प्रियजनों को मरते देखा, अपना घर और स्कूल खोया तथा जैसे ही मानसून ने देश में फिर से दस्तक दी है, लोगों में जलवायु आपदा का डर बना हुआ है।

फादिल ने कहा, “सुधार प्रयास जारी है, लेकिन कई लोग पहुँच से बाहर हैं और पाकिस्तान के बच्चे भुला दिये जाने के खतरे में हैं।”

पानी घट गया है लेकिन परेशानियां बनी हुई हैं

पिछले साल बाढ़ ने 33 मिलियन लोगों को प्रभावित करते हुए देश के एक तिहाई हिस्सा जलमग्न कर दिया था, जिससे स्कूलों, स्वास्थ्य सुविधाओं और जल प्रणालियों सहित महत्वपूर्ण बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा था।

बाढ़ से पहले भी, कई बच्चे पहले ही स्कूल से बाहर थे, कुपोषण चिंताजनक दर से बढ़ रहा था और सुरक्षित पेयजल और स्वच्छता तक पहुंच बेहद कम थी।

स्थिति का आकलन करते हुए, यूनिसेफ ने पाकिस्तान सरकार और साझेदारों से बच्चों और परिवारों के लिए बुनियादी सामाजिक सेवाओं को बढ़ाने और बनाए रखने का आह्वान किया। "समता अंतराल को पाटने और जलवायु झटकों के प्रति संवेदनशीलता को कम करने" के लिए जलवायु-लचीली प्रणालियों का निर्माण या पुनर्जीवित करना आवश्यक है।”

फादिल ने कहा, “हम पाकिस्तान के बच्चों को नहीं भूल सकते। बाढ़ का पानी चला गया है, लेकिन इस अस्थिर जलवायु क्षेत्र में उनकी परेशानियाँ अभी भी बनी हुई हैं।”

यूनिसेफ का प्रयास

अंतरराष्ट्रीय समुदाय के समर्थन से, यूनिसेफ और उसके सहयोगी अगस्त 2022 से 3.6 मिलियन लोगों तक प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल सेवाएँ पहुँचा चुके हैं।

उन क्षेत्रों में जहां जल नेटवर्क क्षतिग्रस्त हो गए थे, 1.7 मिलियन लोगों के लिए सुरक्षित पानी तक पहुंच सक्षम हो गई और लगभग 545,000 बच्चों और देखभाल करनेवालों को मानसिक स्वास्थ्य और मनोसामाजिक सहायता प्राप्त हुई है।

एक वर्ष के दौरान, यूनिसेफ 2.1 मिलियन बच्चों की गंभीर कुपोषण की जांच करने में कामयाब रहा और 172,000 से अधिक बच्चों को जीवन रक्षक उपचार के लिए अस्पतालों में भर्ती कराया गया।

फिर भी विनाशकारी बाढ़ के प्रभाव से उबरने की जरूरतें प्रतिक्रिया के लिए आवश्यक संसाधनों से अधिक होती जा रही हैं।

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26 August 2023, 16:38