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लातेरन के कैनन रेगुलर के पुरोहितों से वाटिकन में मुलाकात करते हुए संत पापा फ्राँसिस लातेरन के कैनन रेगुलर के पुरोहितों से वाटिकन में मुलाकात करते हुए संत पापा फ्राँसिस   (VATICAN MEDIA Divisione Foto)

लातेरन के कैनन रेगुलर पुरोहितों से पोप फ्राँसिस की मुलाकात

संत पापा फ्राँसिस ने सोमवार को लातेरन के पुरोहितों के एक विशेष दल से वाटिकन में मुलाकात की जो अपनी संस्था की स्थापना के दो सौ साल की जयन्ती मना रहे हैं। पोप ने उन्हें सलाह दी कि वे अपनी प्रेरिताई में “चार सितारों” का अनुसरण करें, वे सितारे हैं : प्रार्थना, सामुदायिक जीवन, सब कुछ को साझा करना और कलीसिया की सेवा।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

19 जून को लातेरन के कैनन रेगुलर के पुरोहितों से वाटिकन में मुलाकात करते हुए संत पापा फ्राँसिस ने उन्हें चार सलाहें दीं तथा कहा कि ये सभी धर्मसमाजी समुदायों के लिए मददगार हैं।

संत पापा ने “प्रार्थना” को रेखांकित करते हुए कहा कि यह आत्मा के लिए “ऑक्सिजन” है तथा स्वार्थ एवं आत्म-केंद्रण में नहीं पड़ने के लिए मददगार है। “समुदाय” का जिक्र करते हुए पोप ने कहा कि इसमें भाइयों के रूप में रहना और गपशप के अभिशाप को हर समय दूर रखना है। “वस्तुओं के एक साथ प्रयोग” या वस्तुओं के आम प्रयोग के बारे बोलते हुए संत पापा ने कहा कि समुदाय में सब कुछ को साझा करना एक “बुद्धिमान” अभ्यास है, जबकि “पॉकेट में घुसनेवाली बुराई” के खिलाफ भी हमेशा सचेत रहना चाहिए। अंत में, उन्होंने केवल अपने लिए जीने के बजाय "कलीसिया की सेवा करने की भावना" के लिए प्रोत्साहित किया।      

पोप ने रेखांकित किया कि प्रार्थना, समुदाय, वस्तुओं को साझा करना और सेवा, कैनन रेगुलर पुरोहितों के इतिहास के चार सतत पहलुओं का प्रतिनिधित्व करते हैं, जो उनकी संस्था की स्थापना के 200 साल पूरे होने का जश्न मना रहे हैं। उन्होंने कहा, "ये चार सितारे हैं जो कभी धूमिल नहीं होते और जो आपकी प्रेरिताई को चमकदार और प्रासंगिक बनाते हैं।"

ऐतिहासिक मूल

परमपवित्र उद्धारकर्ता के कैनन रेगुलर और लातेरन के कैनन रेगुलर धर्मसंघ, जिनकी विरासत सदियों पुरानी है 15वीं शताब्दी में दोनों का विलय हुआ था - उनकी जड़ें आरम्भिक कलीसिया में हैं और पुरोहितों के सामूदायिक जीवन को बढ़ावा देते हैं। संत पापा ने इसे “एक महान कृपा” बतलाते हुए धर्मसंघ की सराहना की, जिसकी जड़ें आरम्भिक कलीसिया में हैं जो प्रार्थना, सामुदायिक जीवन और वस्तुओं को आपस में साझा करने पर आधारित है। संत पापा ने बताया कि कैसे उनका करिश्मा उन्हें एक ही समय में चिंतनशील और सक्रिय होने के लिए प्रोत्साहित करता है, प्रार्थना और अध्ययन के साथ-साथ प्रेरिताई हेतु समर्पित होने के लिए प्रेरित करता है, जो उन्हें बदलते समय की जरूरतों का जवाब देने के लिए तैयार करता है।

प्रार्थना का महत्व

संत पापा ने आगे कहा कि अतीत की चुनौतियों के अलावा धर्मसंघ ने "साहसी विकल्प" चुना, जिसमें वर्तमान की चुनौतियाँ भी हैं। पोप ने कहा, "जब आप खुद से पूछ रहे हैं कि अपने धर्मसमाजी जीवन के नवीनीकरण को कैसे जारी रखा जाए, तो मेरी सलाह है कि उन "चार सितारों" को अपना मार्गदर्शन करने दें। उनमें से पहला है प्रार्थना, क्योंकि यदि हम प्रार्थना नहीं करते हैं तब हम खुद अपने लिए ईश्वर बन जाते हैं और प्रार्थना के अभाव में हर प्रकार के स्वार्थ पनपते हैं।” संत पापा ने उनसे पूछा के वे दिन में कितने घंटे प्रार्थना के लिए समर्पित करते हैं?

गपशप का अभिशाप

उसके बाद संत पापा ने उनसे समुदाय के बारे बातें कीं और कहा कि भाई-भाई होने पर हम कभी एक-दूसरे की शिकायत नहीं करेंगे, गपशप या शिकायत एक अभिशाप है और यह समुदाय को नष्ट करता है। संत पापा ने उन्हें सुसमाचार प्रचार के लिए गठित परमधर्मपीठीय विभाग के नये सचिव महाधर्माध्यक्ष फोरचुनेटस न्वाकुकौ की एक किताब भेंट की।  

संत पापा ने उन्हें यह भी चेतावनी दी कि “पॉकेट में घुसनेवाली बुराई” के द्वारा किस तरह रूपया, समुदाय को नष्ट कर सकता है। जबकि उन्होंने चीज-वस्तुओं को समुदाय में आपस में साझा करने को बुद्धिमानी कहा।

हमेशा सेवा

अंततः चौथा सितारा है कलीसिया के प्रति सेवा की भावना”। संत पापा ने गौर किया कि कैनन रेगुलर का नाम ही सेवा के महत्व की याद दिलाता है। उन्होंने उल्लेख किया कि लातेरन महागिरजाघर के साथ उनका जुड़ाव उनके "विशेष रूप से सेवा के माध्यम से कलीसिया के प्रति निष्ठा के लिए निमंत्रण" को दर्शाता है।

हृदय का खुलापन

विगत कुछ महीनों से अपने धर्मसमाज का अनुभव प्राप्त कर रहे विश्वभर के युवा पुरोहितों को प्रोत्साहित करते हुए पोप ने कहा, “इस अवसर को एक वरदान के रूप में लें, एक-दूसरे को सुनने और एक-दूसरे को अपने लिए समृद्धि के अवसर के रूप में देखें। हृदय के खुलेपन के प्रति ईमानदार रहें। यही कामना में अपने दिल से आप सभी के लिए करता हूँ, आप आगे बढ़ते जाएँ।”

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20 June 2023, 17:30