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रेल दुर्घटना की प्रारंभिक जांच सिग्नल त्रुटि जिम्मेदार रेल दुर्घटना की प्रारंभिक जांच सिग्नल त्रुटि जिम्मेदार  (AFP or licensors)

भारत में घातक रेल दुर्घटना की प्रारंभिक जांच, संवेदना और प्रार्थना

भारत में एक घातक रेल दुर्घटना की शुरुआती जांच से पता चलता है कि आपदा के लिए सिग्नल त्रुटि जिम्मेदार हो सकती है। दोनों यात्री रेलगाड़ियाँ, हरा सिगनल मिलने के बाद, बालासोर स्टेशन पर पहुँची थीं। ओडिशा हादसे पर विदेशों से राजनेताओं ने अपनी संवेदनाएँ व्यक्त की।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

भुवनेश्वर, सोमवार 05 जून 2023 (वाटिकन न्यूज) : भारत में एक घातक रेल दुर्घटना की शुरुआती जांच से पता चलता है कि आपदा के लिए सिग्नल त्रुटि जिम्मेदार हो सकती है। यह घटना शुक्रवार शाम को ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर के पूर्वोत्तर बालासोर जिले में हुई, जिसके परिणामस्वरूप 300 लोगों की मौत हो गई और 1,100 से अधिक घायल हो गए।

प्रत्यक्षदर्शियों ने एक अत्यंत हिंसक टक्कर का वर्णन किया, जिसने ट्रेन के डब्बों को हवा में उड़ा दिया - जिससे सैकड़ों लोग मलबे के नीचे दब गए। रविवार को एक सार्वजनिक बयान में, भारत के रेल मंत्री ने संकेत दिया कि सिग्नल की खराबी के कारण दुर्घटना हुई।


तेजी से जांच का वादा करते हुए, प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी ने दुर्घटना स्थल का दौरा किया और कहा कि जो भी दोषी पाया जाएगा उसे कड़ी सजा दी जाएगी।

मीडिया ख़बरों के अनुसार, रेल अधिकारियों व रेल मंत्री ने शनिवार को कहा कि इस दुर्घटना के लिए, सम्भवतः सिगनल की नाकामी ज़िम्मेदार थी, जिसके कारण रेल मार्ग सम्बन्धी ग़लती हुई। एक रेल गाड़ी, स्टेशन पर खड़ी मालगाड़ी से टकरा गई और उसके डिब्बे पटरी से उतर गए. जो अन्ततः विपरीत दिशा से आ रही एक अन्य यात्री रेलगाड़ी से टकरा गए और ये भीषण दुर्घटना हुई।

दुर्घटनाग्रस्त दो रेलगाड़ियों में, लगभग 2,000 यात्री सवार थे. दुर्घटना के कारणों की जाँच के लिए व्यापक जाँच जारी है। देश के इतिहास में सबसे भीषण रेल दुर्घटना 1981 में हुई थी जब अत्यधिक भीड़ से भरी एक रेलगाड़ी, बिहार प्रदेश में एक तूफ़ान के दौरान, नदी में गिर गई थी. उसमें लगभग 800 लोगों की मौत हुई थी।

भारत में दुनिया का सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है, लेकिन परिवहन विशेषज्ञों का कहना है कि यह दुर्घटना दशकों में सबसे घातक है।

संवेदना और प्रार्थनाएँ

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेश ने भारत के ओडिशा प्रदेश में हुई भीषण रेल दुर्घटना गहरा शोक और संवेदना व्यक्त की है।

महासचिव के प्रवक्ता स्तेफ़ान दुजैरिक ने शनिवार को जारी एक वक्तव्य में कहा है कि यूएन प्रमुख एंतोनियो गुटेरेस ने इस हादसे में हताहत हुए लोगों के परिवारों और भारत सरकार के साथ गहरी संवेदना व्यक्त की है। यूएन महासचिव ने इस दुर्घटना में घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना भी की है।

भारत में संयुक्त राष्ट्र कार्यालय ने भी एक ट्वीट सन्देश में, ओडिशा के बालासोर में हुई इस भयंकर रेल दुर्घटना पर गहरा दुख प्रकट किया है।

ओडिशा हादसे पर अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, पाकिस्तान के पीएम शहबाज़ शरीफ़, जापान के प्रधानमंत्री फ़ुमियो किशिदा, ने शोक-संवेदनाएं व्यक्त की हैं।

अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडनः “हमारी संवेदना उन लोगों के साथ है जिन्होंने इस हादसे में अपनों को खो दिया और जो घायल हुए हैं। इस शोक के समय में पूरे अमेरिका के लोग भारत के लोगों के साथ हैं।”

  कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो: “ओडिशा में ट्रेन हादसे की रिपोर्ट और दृश्य देखकर मेरा दिल टूट गया। मुसीबत की इस घड़ी में कनाडा के लोग भारत के लोगों के साथ हैं।”

पाकिस्तान के पीएम शहबाज़ शरीफ़: “भारत में ट्रेन हादसे में सैंकड़ो लोगों की जान जाने से गहरा दुख हुआ। अपने प्रियजनों को खोने वालों के प्रति मेरी संवेदना है। घायलों के जल्द ठीक होने की दुआ करता हूँ।”

जापान के प्रधानमंत्री फ़ुमियो किशिदा: “मैं जापान और उसके लोगों की ओर से हादसे में मारे गये लोगों के परिजनों के प्रति संवेदना जताता हूँ। मैं घायलों के जल्दी ठीक होने की प्रार्थना करता हूँ।”

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05 June 2023, 16:27