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इण्डोनेशिया में  प्लास्टिक प्रदूषण का एक दृश्य इण्डोनेशिया में प्लास्टिक प्रदूषण का एक दृश्य  (AFP or licensors)

पेरिस वार्ता के बीच प्लास्टिक उत्पादन को कम करने की मांग

पेरिस में वैश्विक प्लास्टिक संधि पर जारी बातचीत के बीच ग्रीनपीस नेटवर्क की एक रिपोर्ट ने प्लास्टिक को "एक चक्रीय अर्थव्यवस्था के साथ असंगत" निरूपित किया है। रिपोर्ट के अनुसार, जब तक प्रभावशाली ढंग से प्लास्टिक कम नहीं किया जायेगा तब तक प्लास्टिक जनित प्रदूषण को रोकना असम्भव ही होगा।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर - वाटिकन सिटी

पेरिस, शुक्रवार, 2 जून 2023 (रेई, वाटिकन रेडियो): पेरिस में वैश्विक प्लास्टिक संधि पर जारी बातचीत के बीच ग्रीनपीस नेटवर्क की एक रिपोर्ट ने प्लास्टिक को "एक चक्रीय अर्थव्यवस्था के साथ असंगत" निरूपित किया है। रिपोर्ट के अनुसार, जब तक प्रभावशाली ढंग से प्लास्टिक कम नहीं किया जायेगा तब तक प्लास्टिक जनित प्रदूषण को रोकना असम्भव ही होगा।

प्लास्टिक प्रदूषण पर पहली अंतरराष्ट्रीय, कानूनी रूप से बाध्यकारी संधि के लिए बातचीत फिर से शुरू करने के लिए पेरिस में जारी प्लास्टिक के लिए अंतर सरकारी वार्ता समिति की बैठक के बीच ग्रीनपीस नेटवर्क की रिपोर्ट सामने आई है।

अर्थव्यवस्था के साथ असंगत

रिपोर्ट के अनुसार, सदस्य सरकारें प्लास्टिक उत्पादन की सीमा तय करने पर बहस कर रही हैं, जबकि कुछेक देश और निगम, हरित वृत्ताकार अर्थव्यवस्था के हिस्से के रूप में, पुनर्चक्रण यानि रिसाईक्लिंग प्रयासों को बढ़ाने पर ज़ोर दे रहे हैं।

रिपोर्ट में ग्रीनपीस ने कहा कि जीवाश्म ईंधन, पेट्रोकेमिकल और उपभोक्ता सामान बनाने वाली कंपनियां प्लास्टिक रिसाईक्लिंग के लिए आग्रह करना जारी रख रही हैं, लेकिन वास्तव में उत्पादित सभी प्लास्टिक का केवल 9% ही रिसाईकिल किया जाता है और उनमें "रसायनों का जहरीला कॉकटेल" होता है, जो खाद्य-ग्रेड और अन्य उपभोक्ता उपयोगों के लिए अनुपयुक्त हैं।"

ग्रीनपीस नेटवर्क का कहना है कि "प्लास्टिक स्वाभाविक रूप से एक चक्रीय अर्थव्यवस्था के साथ असंगत हैं" इसलिये कि एक चक्रीय अर्थव्यवस्था मौजूदा सामग्रियों के पुन: उपयोग और पुनर्चक्रण के माध्यम से उत्पादों के जीवन काल को बढ़ाने पर ज़ोर देती है, जिसके परिणामस्वरूप कचरा भी कम हो।

चेतावनी

58 देशों के एक समूह ने एक बयान में कहा कि उक्त संधि को विश्वव्यापी स्तर पर प्राथमिक प्लास्टिक उत्पादन को कम करने हेतु प्रभावशाली प्रयास करने चाहिये। इस बात की ओर ध्यान आकर्षित कराया गया कि चूँकि सभी तरह के प्लासटिक उत्पादन में कारबन और विषैले रासायनिक मिले होते हैं इसलिये यह लोगों और विशेष रूप से श्रमिकों के स्वास्थ्य पर दुष्प्रभाव डालता है, जो हर समय जहरीली धूल या धुएं के लगातार साँस लेने से कैंसर और प्रजनन क्षति सहित तमाम बीमारियों के ख़तरे में पड़े रहते हैं।

ग्रीनपीस नेटवर्क ने चेतावनी दी कि यदि प्लास्टिक उत्पादन को प्रभाशावली ढंग से कम नहीं किया गया तो यह  2060 तक तीन गुना होने का अनुमान है।

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02 June 2023, 11:53