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अफ्रीकी बच्चों के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस अफ्रीकी बच्चों के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस 

अफ्रीकी बच्चों के लिए अंतरारष्ट्रीय दिवस : ‘आज के युवा कल के नेता'

अफ्रीकी बच्चों के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस को हर साल 16 जून को मनाया जाता है। इसकी स्थापना 1991 को हुई थी और जिसका उद्देश्य है अफ्रीका के बच्चों की याद करना और उनके अधिकारों को बढ़ावा देना, साथ ही दैनिक जीवन में उनके द्वारा सामना की जा रही चुनौतियों पर चिंतन करना और उन्हें दूर करने के लिए कदम उठाना। इस वर्ष यह दिवस दुनिया के लिए एक युगांतरकारी बदलाव का प्रतीक है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

2023 में अफ्रीकी बच्चों के लिए अंतरराष्ट्रीय दिवस की विषयवस्तु है, “डिजिटल पारिस्थितिकी में बच्चों का अधिकार“ जो डिजिटल क्रांति के कारण हुए युगांतरकारी बदलाव को देखते हुए स्पष्ट रूप से प्रासंगिक है।

लेकिन यह एकमात्र गहन भू-राजनीतिक बदलाव नहीं है। जिसके लिए हम 2023 में कमर कस रहे हैं, वह वर्ष तब होगा जब उप-सहारा अफ्रीका, बच्चों के क्षेत्र के रूप में दुनिया का नेतृत्व करेगा, जो एक वास्तविकता है जिसके दूरगामी परिणाम आज के लिए चुनौतियों से भरे हुए हैं।

और जब प्रौद्योगिकी और समय, वार्षिक दिवस की स्थापना के बाद से बदल गए हैं, बहुत से अफ्रीकी बच्चों में अभी भी मौलिक मानवाधिकारों की कमी है, जिसने दक्षिण अफ्रीकी छात्रों को सोवतो में, शिक्षा में असमानता और रंगभेद शासन के खिलाफ विरोध करने के लिए प्रेरित किया, जिनपर पुलिस ने घात लगाकर 16 जून 1976 को नरसंहार किया था।

इस तिथि का चुनाव न केवल विद्यार्थियों को सम्मान देने के लिए, लेकिन लगभग पचास साल बाद भी 6 से 18 साल के बच्चों के स्कूल से बाहर होने और 244 मिलियन बच्चों के संघर्ष की ओर ध्यान आकृष्ट करना है, उनमें से लगभग 100 मिलियन उप-सहारा अफ्रीका में हैं।

सितम्बर 2019 को शिक्षा पर वैश्विक समझौता से प्रेरित होकर, पोप फ्राँसिस ने स्वयं शिक्षा पर अफ्रीकी समझौता के लिए समर्थन और प्रोत्साहन व्यक्त करके महत्वपूर्ण मुद्दे को बार-बार उठाया है।

इसे वैश्विक स्तर पर इसलिए स्वीकार किया गया है क्योंकि शिक्षा न केवल बच्चों और युवाओं को सिर्फ जीवन की पूर्णता का निर्माण करने हेतु सशक्त करने के लिए महत्वपूर्ण है बल्कि उन्हें भाईचारा सिखाती है एवं उन्हें विभाजन और संघर्ष से ऊपर उठने में मदद देती है ताकि वे अपने देश को आतिथ्य, न्याय एवं शांति के रास्ते पर आगे ले चलें।

बच्चे : हमारी सामूहिक जिम्मेदारी

जब अफ्रीकी एकता संगठन ने 1991 में अंतर्राष्ट्रीय दिवस की स्थापना की, तो यह "बच्चों को प्रभावित करनेवाली हानिकारक सामाजिक और सांस्कृतिक प्रथाओं को खत्म करने की प्रतिज्ञा पर हमारी सामूहिक जिम्मेदारी" पर आधारित थी।

जब अफ्रीकी बाल दिवस, बाल सैनिकों की भर्ती और जननांग विकृति जैसी निरंतर बीमारियों के बारे में जागरूकता बढ़ा रहा है, इसके साथ ही लाखों अफ्रीकी लड़कियाँ खाद्य असुरक्षा और स्कूली शिक्षा की व्यापक कमी का सामना कर रहे हैं, इस वर्ष का यह दिवस हमारे पुराने क्रांतिकारी शब्द पर प्रकाश डालता है कि वर्ष 2050 तक, दुनिया के 18 वर्ष से कम आयु के तीन बच्चों में से एक अफ्रीकी होगा।

एक युगारंभिक परिवर्तन

इस प्रकार, अफ्रीकी बच्चों का यह अंतर्राष्ट्रीय दिवस यकीनन रिकॉर्ड पर सबसे महत्वपूर्ण है, क्योंकि 2023 वह वर्ष होगा जब उप-सहारा अफ्रीका सबसे अधिक बच्चोंवाले क्षेत्र के रूप में दुनिया का नेतृत्व करेगा।

अफ्रीका और दुनिया दोनों के लिए इस बदलाव के महत्व के सवाल का जवाब नेताओं की कार्रवाई या निष्क्रियता पर निर्भर करेगा कि वे एक विशाल अवसर को गले लगाते हैं या इसे हाथ से जाने देते हैं।

जैसा कि नेलशन मंडेला ने गौर किया था कि “आज के युवा कल के नेता बनेंगे।“

अफ्रीका और उसके अंतरराष्ट्रीय साझेदारों के लिए, ये शब्द आशा के साथ प्रतिध्वनित होते और पहले से कहीं अधिक चुनौती देते हैं।

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17 June 2023, 15:35