खोज

सूडान में सेना और अर्धसैनिक बल के बीच लड़ाई के कारण पलायन करते लोग सूडान में सेना और अर्धसैनिक बल के बीच लड़ाई के कारण पलायन करते लोग  (AFP or licensors)

सूडानी सेना और अर्धसैनिक बल के बीच संघर्ष के कारण मानवीय संकट

संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों ने कहा कि 15 अप्रैल को सूडान में सेना और अर्धसैनिक समूह के बीच अचानक हुई हिंसा ने मानवीय संकट पैदा कर दी है और इससे 427 लोगों की मौत हो गई है। लोगों ने अपने जीवन के लिए खतरे की आशंका व्यक्त की है क्योंकि संघर्ष लोगों के घरों के आसपास हो रहा है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

कई देश सूडान से अपने नागरिकों को निकाल रहे हैं, जबकि हजारों लोग सेना और अर्धसैनिक बल के बीच लड़ाई में थोड़ी कमी आने का लाभ उठाते हुए सूडान से भागने की कोशिश कर रहे हैं।

संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों ने कहा कि 15 अप्रैल को सूडान में सेना और अर्धसैनिक समूह के बीच अचानक हुई हिंसा ने मानवीय संकट पैदा कर दी है और इससे 427 लोगों की मौत हो गई है। लोगों ने अपने जीवन के लिए खतरे की आशंका व्यक्त की है क्योंकि संघर्ष लोगों के घरों के आसपास हो रहा है।

विदेशी भाग रहे हैं

इटली समेत कई देशों के लोगों ने सोमवार को अपने नागरिकों को बाहर निकाला। पड़ोस के देशों में शरणार्थियों की संख्या बढ़ रही है। दक्षिणी सूडान में पुरानी अस्थिरता के बावजूद वहाँ 10,000 लोग पहुँच गये हैं।

लाखों सूडानियों के साथ-साथ, विदेशी राजनयिकों, सहायताकर्मियों, छात्रों और उनके परिवारों ने पिछले सप्ताह बुनियादी सेवाओं तक पहुंच के अभाव के साथ खुद को एक युद्ध क्षेत्र में पाया। वेबसाइट नेटब्लॉक्स ने बताया कि सोमवार को इंटरनेट सम्पर्क काट दी गई।

लड़ाकू विमानों ने राजधानी पर बमबारी की है, मुख्य हवाई अड्डा लड़ाई का केंद्र बन गया है और तोप की गोली-बारी ने अफ्रीका के सबसे बड़े शहर के अंदर और बाहर आवाजाही को असुरक्षित बना दिया है। हमलों में राजनयिकों को निशाना बनाया गया है और कम से कम पांच सहायताकर्मियों की मौत हो गई है। और शहर में असुरक्षित तरीके से तोपों से गोली-बारी हो रही है। हमले में राजनयिक भी निशाने पर हैं और करीब पाँच सहायताकर्मियों की मौत हो चुकी है।

अस्थायी युद्धविराम के बौवजूद संघर्ष जारी है

संघर्ष के व्यापक नतीजों के साथ-साथ अपने नागरिकों की सुरक्षा से संबंधित देशों के निरंतर दबाव के बावजूद, दोनों पक्षों ने अस्थायी युद्धविराम का पालन नहीं किया है।

सेना और अर्धसैनिक बल ने एक साथ 2021 में तख्तापलट किया, लेकिन लंबे समय तक शासन करनेवाले निरंकुश उमर अल-बशीर के तख्तापलट के चार साल बाद, दोनों दलों को एकीकृत करने और एक नागरिक सरकार बनाने के लिए बातचीत की प्रक्रिया असफल हो गई है।

क्षेत्रीय सुरक्षा को भय

उनकी प्रतिद्वंद्विता ने व्यापक संघर्ष का जोखिम उठाया है जो बाहरी शक्तियों को आकर्षित कर सकता है: सूडान के सात प्रत्यक्ष पड़ोसी हैं और यह रणनीतिक रूप से खाड़ी देशों, मिस्र और उप-सहारा अफ्रीका के बीच स्थित है। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, राजधानी के अलावा, तीन राज्यों से बने दारफुर के पश्चिमी क्षेत्र, साथ ही इथियोपिया और दक्षिण सूडान की सीमा पर नीली नील राज्य और खार्तूम के दक्षिण-पश्चिम में उत्तर कोर्डोफन राज्य सहित कई क्षेत्रों से लोगों के भागने की सूचना मिली है।

सोमवार को स्थिति

लड़ाई के कारण अधिकांश अस्पताल बंद हो चुके हैं और पानी एवं बिजली आपूर्ति में कटौती की गई है। सहायताकर्मियों की हत्या के बाद, जिनमें तीन विश्व खाद्य कार्यक्रम से जुड़े थे, संयुक्त राष्ट्र एजेंसी ने सूडान में अपने कर्मचारियों को काम करने से रोक दिया है जहाँ युद्ध के पहले एक तिहाई लोग मानवीय सहायता पर निर्भर थे।

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

25 April 2023, 16:02