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तुर्की में ध्वस्त इमारतों के मलबे में बैठा एक व्यक्ति तुर्की में ध्वस्त इमारतों के मलबे में बैठा एक व्यक्ति  (ANSA)

ध्वस्त इमारतों में सफाई कार्यों के बीच बीमारी का भय

तुर्की और सीरिया में आए घातक भूकंपों में मरनेवालों की संख्या 41,000 से ऊपर है, दोनों देशों में लाखों लोगों के पास आश्रय नहीं है। इस बीच तुर्की के अधिकारी घटिया निर्माण कार्यों पर ध्यान दे रहे हैं, जिन्हें विनाश को बढ़ाने के लिए दोषी ठहराया जा रहा है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

पूरे उत्तरी सीरिया और दक्षिणी तुर्की में, लाखों लोग बेघर हैं, और सूर्यास्त के बाद तापमान शून्य से नीचे गिरना जारी है।

तुर्की मेडिकल एसोसिएशन ने पहले ही संक्रामक रोगों के बारे में चेतावनी दी है कि पानी, बिजली और नाली जैसे बुनियादी ढांचों के नुकसान से पानी और भोजन से होनेवाली बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है।

यूएन ने कहा कि सीरिया में भूकंप से 5.3 मिलियन लोग विस्थापित हैं। इस बीच, तुर्की में कई संरचनाओं की गुणवत्ता के बारे में गरमागरम चर्चा सुर्खियों में बनी हुई है।

तुर्की में लगभग 6,200 इमारतें ध्वस्त हो गई हैं। कई गगनचुंबी संरचनाएँ भी शामिल हैं जो ताश के पत्तों की तरह गिर गईं। पिछले सप्ताह से ही, इस बारे में सवाल उठाए गए हैं कि क्या त्रासदी को टाला जा सकता था और क्या राष्ट्रपति एर्दोगन की सरकार जान बचाने के लिए और कुछ कर सकती थी।

कुछ रिपोर्टों के अनुसार, तुर्की में आधे से अधिक भवनों का निर्माण वर्तमान बिल्डिंग कोड के उल्लंघन में किया गया है। पर्यवेक्षकों ने पहले ही चेतावनी दी थी कि भ्रष्टाचार के कारण कई नई इमारतें असुरक्षित हैं।

अभियोक्ता पक्ष ने निर्माण में प्रयुक्त सामग्री के साक्ष्य के लिए इमारतों के नमूने एकत्रित करना शुरू कर दिया है।

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16 February 2023, 16:37