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प्राकृतिक आपदाओं, अकाल एवं कुपोषण से प्रभावित केन्या के एक गाँव का दृश्य   प्राकृतिक आपदाओं, अकाल एवं कुपोषण से प्रभावित केन्या के एक गाँव का दृश्य   (AFP or licensors)

15 देशों में 3 करोड़ से अधिक बच्चे तीव्र कुपोषण से पीड़ित

संयुक्त राष्ट्र संघ की एजेन्सियों ने विश्व के उन बच्चों पर ध्यान आकर्षित कराया है जिन्हें भोजन नहीं मिलता तथा जो कुपोषण के शिकार हैं। उन्होंने कहा कि विश्व के 15 देशों में 3 करोड़ से अधिक बच्चे घोर कुपोषण से पीड़ित हैं, इनमें 80 लाख बच्चे गंभीर रूप से कुपोषण के स्तरों में सबसे घातक स्तर से पीड़ित हैं।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटीवाटिकन सिटी,  शुक्रवार, 13 जनवरी 2023 (रेई, वाटिकन रेडियो): संयुक्त राष्ट्र संघ की एजेन्सियों ने विश्व के उन बच्चों पर ध्यान आकर्षित कराया है जिन्हें भोजन नहीं मिलता तथा जो कुपोषण के शिकार हैं। उन्होंने कहा कि विश्व के 15 देशों में 3 करोड़ से अधिक बच्चे घोर कुपोषण से पीड़ित हैं, इनमें 80 लाख बच्चे गंभीर रूप से कुपोषण के स्तरों में सबसे घातक स्तर से पीड़ित हैं। इन बच्चों को पर्याप्त भोजन एवं उपयुक्त पोषण प्रदान करने के लिये तत्काल कदम उठायें जाने की नितान्त आश्यकता है।

3 करोड़ से अधिक बच्चे कुपोषण से पीड़ित

संयुक्त राष्ट्र संघीय एजनेसियों के अनुसार, संघर्षों, जलवायु के झटकों, कोविद-19 के प्रभावों और जीवन यापन की बढ़ती लागत के संदर्भ में, अधिक से अधिक बच्चे तीव्र कुपोषण से पीड़ित हैं, जबकि स्वास्थ्य, पोषण और अन्य जीवन रक्षक सेवाएं कम सुलभ होती जा रही हैं।

उन्होंने कहा कि वर्तमान में, 15 सबसे बुरी तरह प्रभावित देशों में 3 करोड़ से अधिक बच्चे क्षीणता - या तीव्र कुपोषण से पीड़ित हैं - और इनमें से 80 लाख बच्चे गंभीर रूप से इससे पीड़ित हैं, जो कुपोषण के सबसे घातक स्तरों में से एक है। यह बच्चों के जीवन, स्वास्थ्य और दीर्घकालिक विकास के लिए एक गंभीर खतरा है, जिसके परिणाम व्यक्तियों, उनके समुदायों और उनके देशों को प्रभावित करते हैं।

त्वरित कार्यवाही का आह्वान

पाँच संयुक्त राष्ट्र एजेंसियों यानि  खाद्य और कृषि संगठन (एफएओ), संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी (यूएएचसीआर), संयुक्त राष्ट्र बाल कोष (यूनीसेफ), विश्व खाद्य कार्यक्रम (डब्ल्यूएफपी) और विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने  सबसे बुरी तरह प्रभावित देशों में बच्चों में तीव्र कुपोषण को रोकने, उनकी पहचान करने और उपचार के लिए ग्लोबल एक्शन प्लान पर त्वरित प्रगति का आह्वान किया है। कुपोषण से सर्वाधिक प्रभावित देश हैं,  अफगानिस्तान, बुर्किना फासो, चाड, डेमोक्रेटिक रिपब्लिक ऑफ कांगो, इथियोपिया, हैती, केन्या मडागास्कर, माली, नाइजर, नाइजीरिया, सोमालिया, दक्षिण सूडान, सूडान और यमन।

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13 January 2023, 11:59