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दिवंगत रानी एलिजाबेथ द्वितीय के ताबूथ के वेस्टमिंस्टर अब्बेय  ले जाते हुए दिवंगत रानी एलिजाबेथ द्वितीय के ताबूथ के वेस्टमिंस्टर अब्बेय ले जाते हुए  

हजारों की संख्या में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को श्रद्धांजलि

वेस्टमिंस्टर हॉल में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय के अंतिम दिन उन्हें श्रद्धांजलि देने के लिए दुनिया भर से हजारों लोग रविवार को पूरे लंदन में कतार में लगे रहे। महारानी का राजकीय अंतिम संस्कार सोमवार को किया जा रहा है और समारोह में भाग लेने के लिए 500 से अधिक विश्व नेता और विदेशी गणमान्य व्यक्ति ब्रिटिश राजधानी पहुँचे। अंतिम संस्कार में संत पापा फ्राँसिस का प्रतिनिधित्व वाटिकन विदेश सचिव कर रहे हैं।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वेस्टमिंस्टर, सोमवार 19 सितम्बर 2022 ( वाटिकन न्यूज) :  दिवंगत महारानी एलिजाबेथ द्वितीय को श्रद्धांजलि देने के लिए पिछले चार दिनों में लंदन के वेस्टमिंस्टर हॉल में हजारों की संख्या में शोकसभाएं हुई हैं, जिनका 8 सितंबर को निधन हो गया।

वेस्टमिंस्टर हॉल में रखे रानी के ताबूत को देखने के लिए आठ किलोमीटर से भी लम्बी कतारों में

लगभग 24 घंटों से लोग धैर्यपूर्वक खड़े दिखाई पड़े। वे न केवल ब्रिटेन के थे, बल्कि दुनिया भर के कई अन्य लोग भी शामिल थे, जिन्होंने अपना सम्मान व्यक्त करने के लिए लंदन की यात्रा की।

शनिवार की शाम को शोक मनाने वालों की कतार में महारानी एलिजाबेथ के सभी आठ पोते 15 मिनट तक अपने ताबूत के पास मौन खड़े रहे। शुक्रवार को महारानी एलिजाबेथ के चार बच्चे - चार्ल्स, अब नए सम्राट, ऐनी, एंड्रयू और एडवर्ड ताबूत के पास खड़े थे।

लगभग 500 विश्व नेता और विदेशी गणमान्य व्यक्ति सोमवार को वेस्टमिंस्टर एब्बे में रानी के अंतिम संस्कार में शामिल होंगे। इनमें फ्रांस, इटली, संयुक्त राज्य अमेरिका, जापान के राष्ट्राध्यक्ष और कई यूरोपीय देशों के शाही परिवारों के सदस्य शामिल हैं। भारत की ओर से राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू महारानी एलिज़ाबेथ द्वितीय की अंत्येष्टि में शामिल होंगी।

महारानी के ताबूत को वेस्टमिंस्टर अब्बेये  ले जाते हुए
महारानी के ताबूत को वेस्टमिंस्टर अब्बेये ले जाते हुए

महारानी के अंतिम संस्कार में संत पापा फ्राँसिस का प्रतिनिधित्व वाटिकन विदेश सचिव ब्रिटिश महाधर्माध्यक्ष पॉल गलाघेर करेंगे। इस महीने की शुरुआत में, महाधर्माध्यक्ष उस प्रतिनिधिमंडल का हिस्सा थे जो संत पापा फ्राँसिस के साथ कजाकिस्तान की प्रेरितिक यात्रा पर गए थे।

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19 September 2022, 15:46