रूस, यूक्रेन संघर्ष के बावजूद अनाज निर्यात पर सहमत
माग्रेट सनीता मिंज-वाटिकन सिटी
इस्तांबुल, शनिवार 23 जुलाई 2022 (वाटिकन न्यूज) : रूस और यूक्रेन दुनिया के सबसे बड़े खाद्य निर्यातकों में से हैं। इन देशों ने अपनी रक्षा और बुनियादी ढांचे के मंत्रियों को इस्तांबुल भेजा है ताकि वे बड़े पैमाने पर भुखमरी से बचने के उद्देश्य से एक हस्ताक्षर प्रक्रिया में भाग ले सकें।
रूस के काला सागर बेड़े द्वारा नाकाबंदी ने वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला व्यवधानों को और खराब कर दिया और मॉस्को पर लगाए गए पश्चिमी प्रतिबंधों के साथ, खाद्य और ऊर्जा की कीमतों में वृद्धि हुई।
ओडेसा में लगभग 20 मिलियन टन अनाज सिलोस में फंस गया थ, और दर्जनों जहाज मास्को के आक्रमण से फंस गए थे। समझौते का पूरा विवरण तुरंत जारी नहीं किया गया था, लेकिन रूसी सूत्रों ने कहा कि सबसे बड़े निर्यात केंद्र ओडेसा सहित तीन यूक्रेनी बंदरगाहों को फिर से खोल दिया जाएगा।
संयुक्त राष्ट्र महासचिव अंतोनियो गुटेरेस ने तुर्की के राष्ट्रपति तैयप एर्दोगन के साथ समझौते का समर्थन किया।
लंबी नाकाबंदी
अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने बताया कि संयुक्त राज्य अमेरिका ने इस सौदे का स्वागत किया। विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने संवाददाताओं से कहा, "हम सैद्धांतिक रूप से इस समझौते की घोषणा का स्वागत करते हैं, अब इस समझौते को लागू करना और यूक्रेनी अनाज को विश्व बाजारों में लाना रूस की जवाबदेही है।
उन्होंने जोर देकर कहा, हालाँकि, "यह बहुत लंबा समय हो गया है कि रूस ने इस नाकाबंदी को लागू किया है। यह रूसी संघ की ओर से भोजन को हथियार बनाने का एक जानबूझकर निर्णय था। परंतु इसे मास्को ने इनकार किया।"
लेकिन अनाज पर सौदे के बावजूद रूस का यूक्रेन पर आक्रमण जारी है। शुक्रवार को भीषण लड़ाई की सूचना मिली, विशेष रूप से यूक्रेन के पूर्व में, जहां रूस पूरे उद्योग डोनबास क्षेत्र पर कब्जा करने का प्रयास करता है।
संघर्षों ने रेखांकित किया कि युद्ध के बढ़ने पर दोनों पक्षों के बीच गहरा अविश्वास बना हुआ है।
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