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फिलिस्तीनी युवक अल अक्सा मस्जिद परिसर में  पत्थरबाजी करते हुए फिलिस्तीनी युवक अल अक्सा मस्जिद परिसर में पत्थरबाजी करते हुए 

इजरायली पुलिस ने अल-अक्सा मस्जिद पर धावा बोला, कई घायल

पवित्र येरूसालेम शहर को ख्रीस्तियों, यहूदी और मुसलमानों द्वारा मनाए जाने वाले धार्मिक उत्सवों के दौरान भी हिंसा और अशांति से नहीं बख्शा गया है। पवित्र शुक्रवार को उस समय अशांति फैल गई जब फिलिस्तीनी युवक अल अक्सा मस्जिद परिसर में इजरायली पुलिस से भिड़ गए।

माग्रेट सुनीता मिंज- वाटिकन सिटी

येरुसालेम, सोमवार 18 अप्रैल 2022 (वाटिकन न्यूज)  : येरुसालेम के अल अक्सा मस्जिद परिसर में शुक्रवार को फिलिस्तीनी युवकों की इजरायली पुलिस से झड़प हो गई। येरुसालम के ओल्ड सिटी में ये उन्मादी दृश्य देखे गए, जब सुबह की प्रार्थना के बाद इजरायली दंगा पुलिस के साथ संघर्ष में 150 फिलिस्तीनी घायल हो गए थे।

फ़िलिस्तीनी समाचार मीडिया ने बताया कि पुलिस की अचेत हथगोले, रबर से ढकी गोलियों से कई लोग घायल हो गए। पुलिस ने डंडों से पिटाई की। झड़पों के बाद, इजरायली पुलिस ने कहा कि वे पटाखे और पत्थर फेंकने वाले फिलिस्तीनियों की भीड़ को तितर-बितर करने के लिए मस्जिद में चले गए।

सुरक्षा सेवाओं के अनुसार, कम से कम तीन पुलिस अधिकारी घायल हो गए, जबकि सैकड़ों फिलिस्तीनियों को हिरासत में लिया गया। पिछले एक पखवाड़े में पूरे देश में सड़कों पर घातक हमलों की एक श्रृंखला के बाद इस्राइल में पुलिस और सेना हाई अलर्ट पर है।

इस साल रमज़ान और यहूदी उत्सव फ़सह के साथ मेल खाने से कुछ हद तक तनाव बढ़ गया है। पवित्र स्थल - जो पुराने येरुसालेम के केंद्र में स्थित है - यहूदियों द्वारा यहूदी धर्म में सबसे पवित्र स्थल के रूप में प्रतिष्ठित है और मुसलमानों द्वारा इस्लाम के तीन सबसे पवित्र स्थलों में से एक के रूप में जाना जाता है।

प्रेस को दिये एक संदेश में, फ़िलिस्तीनी प्राधिकरण ने इस्रायली कार्रवाइयों की निंदा की और जॉर्डन की समाचार एजेंसी पेट्रा ने कहा कि अम्मान के अधिकारियों ने इसे 'प्रमुख उल्लंघन' के रूप में वर्णित किया है। शुक्रवार की देर रात, जॉर्डन में इस्रायली दूतावास के पास एक मस्जिद के बाहर एक बड़ा समूह फिलिस्तीनी लोगों के साथ अपनी एकजुटता दिखाने के लिए इकट्ठा हुआ। इस पुराने येरुसालेम में पिछले कुछ वर्षों में दर्जनों बार हिंसा भड़क चुकी है।

अलग से, वाशिंगटन का कहना है कि वह हिंसा से बहुत चिंतित है। एक बयान में, प्रवक्ता नेड प्राइस ने सभी पक्षों से संयम बरतने, भड़काऊ कार्रवाइयों और बयानबाजी से बचने और 'हरम अल-शरीफ/मंदिर पर्वत पर ऐतिहासिक यथास्थिति बनाए रखने' का आह्वान किया।

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18 April 2022, 15:01