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सोमालिया के एक अस्थायी शिविर में सूखे और पानी के अभाव के कारण विस्थापित लोग, तस्वीरः फरवरी 2022 सोमालिया के एक अस्थायी शिविर में सूखे और पानी के अभाव के कारण विस्थापित लोग, तस्वीरः फरवरी 2022  (AFP or licensors)

जलवायु आपात स्थिति से एक करोड़ बच्चों की जान को खतरा

सम्पूर्ण विश्व में बच्चों के अधिकारों के लिये संघर्षरत संयुक्त राष्ट्र संघीय बाल निधि, यूनीसेफ ने एक रिपोर्ट प्रकाशित कर कहा है कि हॉर्न ऑफ अफ्रीका के अन्तर्गत आनेवाले पूर्वी अफ्रीका के जिबूती, एरित्रेया, इथियोपिया एवं सोमालिया में विगत 40 वर्षों से जारी ख़राब जलवायु सम्बन्धी आपातकालीन स्थिति से एक करोड़ बच्चों की जान को ख़तरा है।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 29 अप्रैल 2022 (रेई, वाटिकन रेडियो): सम्पूर्ण विश्व में बच्चों के अधिकारों के लिये संघर्षरत संयुक्त राष्ट्र संघीय बाल निधि, यूनीसेफ ने एक रिपोर्ट प्रकाशित कर कहा है कि हॉर्न ऑफ अफ्रीका के अन्तर्गत आनेवाले पूर्वी अफ्रीका के जिबूती, एरित्रेया, इथियोपिया एवं सोमालिया में विगत 40 वर्षों से जारी ख़राब जलवायु सम्बन्धी आपातकालीन स्थिति से एक करोड़ बच्चों की जान को ख़तरा है।  

कुपोषण एवं सूखे की समस्या

यूनीसेफ के अनुसार, अफ्रीका के उक्त क्षेत्रों में लगभग 17 लाख बच्चे गम्भीर रूप से कुपोषित हैं। इसके अतिरिक्त, सूखा प्रभावित क्षेत्रों में 600,000 से अधिक बच्चे सूखे के कारण स्कूल छोड़ चुके हैं तथा बाल विवाह प्रायः सूखे के समय में बढ़ जाते हैं। रिपोर्ट में बताया गया कि इथियोपिया के कुछ सूखा प्रभावित क्षेत्रों में बाल विवाह में 51% की वृद्धि हुई है।

इथियोपिया में चार दिवसीय मिशन के बाद, यूनिसेफ के महानिदेशक कैथरीन रसेल ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय से इथियोपिया और हॉर्न ऑफ अफ्रीका के बाकी देशों में सूखे के कारण मची मानवीय तबाही को रोकने के लिए तुरंत समर्थन बढ़ाने का आग्रह किया है।

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29 April 2022, 11:55