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रूस के आक्रमण से भागे लोग रोमानिया के साइरेट सीमा पार पहुंचे रूस के आक्रमण से भागे लोग रोमानिया के साइरेट सीमा पार पहुंचे 

28 फरवरी तक 67,000 यूक्रेनी रोमानिया पहुंचे

सेव द चिल्ड्रन संगठन के प्रेस विज्ञप्ति अनुसार यूक्रेन से कल तक याने 28 फरवरी तक 67,000 लोग रोमानिया पहुंचे, कई ने तो शून्य से भी कम तापमान में पैदल यात्रा की। बच्चे और उनकी माताएँ पीड़ादायक भयानक यात्रा के बाद रोमानिया पहुँचे हैं।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

रोमानिया, मंगलवार 01 मार्च 2022 (वाटिकन न्यूज) : सेव द चिल्ड्रन संगठन आवश्यक सामान वितरित करने और सुरक्षित स्थान स्थापित करने के लिए रोमानिया की सीमा पर मौजूद है जहां नाबालिग खेल सकते हैं और अनुभव किए गए आघात को संसाधित कर सकते हैं।

रूसी सैन्य अभियानों के कारण अत्यधिक व्यथित बच्चे और माताएँ अपने घरों को छोड़ने के लिए मजबूर होने के बाद पड़ोसी देशों में सुरक्षा की तलाश के लिए निकल पड़े। उनका परिवार विभाजित हो गया। यह कई लोगों की स्थिति है जो रोमानिया की सीमा पार कर रहे हैं, जिसका वर्णन आज सेव द चिल्ड्रन द्वारा किया गया है। यह संगठन 100 से अधिक वर्षों से लड़कियों और लड़कों को जोखिमों से बाहर निकालने और उन्हें भविष्य की गारंटी देने के लिए काम रहा है।

संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, लड़ाई में 500,000 लोग विस्थापित हुए हैं। पहले ही 67,000 से अधिक लोग रोमानिया में सीमा पार कर चुके हैं। उनमें से कुछ ने अपने निजी सामानों के साथ पैदल यात्रा की और बच्चों को अत्यधिक ठंडे तापमान में रात और दिन कठिन परिस्थितियों का सामना करना पड़ा।

रोमानिया में ‘सेव द चिल्ड्रन’ के कार्यकर्ता परेशान और चिंतित बच्चों और माताओं से मिले, क्योंकि यूक्रेनी अधिकारियों द्वारा 18 साल से लेकर 60 साल के पुरुषों को वहीं रहने और लड़ने का आदेश दिया गया। कई को अपने पिता और पतियों को छोड़ना पड़ा।

रोमानिया में ‘सेव द चिल्ड्रन’ की निदेशिका गाब्रिएला अलेक्जेंड्रेस्कु ने कहा, "हम यूक्रेन से भागे नाबालिगों और उनके परिवारों के लिए बेहद चिंतित हैं। उनमें से कई आठ साल के संघर्ष से बच गए हैं और अब सीमा पर स्वागत के लिए हमारे समर्थन स्थानों पर अपनी पीड़ा की गठरी लिए पहुंच रहे हैं।"

गाब्रिएला ने कहा, "यहाँ माताओं को राहत मिली है कि उनके बच्चे सुरक्षित हैं और उन्हें शरण मिली है, वे अकेले रहने से डरती हैं। यूक्रेन में पति के छूट जाने से वे अपने बच्चों के जीवन की जिम्मेदारी को महसूस करती हैं।"

 पूर्वी यूरोप के लिए सेव द चिल्ड्न की निदेशिका इरीना सघोयान ने कहा, "यूक्रेन में संघर्ष के कारण हम जो देख रहे हैं, वह 2015 के बाद से यूरोप में सबसे बड़ा मानवीय आपातकाल बन सकता है, जब इतने सारे शरणार्थी अफगानिस्तान, इराक और सीरिया में संघर्षों से भागकर आए थे। 500,000 से अधिक लोग पहले ही 'यूक्रेन से भाग चुके हैं। आशंका है कि यह संख्या 5 मिलियन तक बढ़ सकती है।"

इरीना सघोयन ने कहा, "हम मानवीय जरूरतों में एक खतरनाक और घातीय वृद्धि देख रहे हैं। इतने ठंडे तापमान में यात्रा बहुत अधिक खतरनाक होता है। इन बच्चों ने ऐसी चीजें देखी हैं जिन्हें किसी बच्चे को कभी अनुभव नहीं करना चाहिए। यह जरूरी है कि रोमानिया समेत पड़ोसी देशों में प्रवेश करने वाले सभी लोग, सुरक्षित हैं और उनके पास भोजन, साफ पानी, आश्रय है और उनके मानसिक स्वास्थ्य के लिए समर्थन प्राप्त है।"

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01 March 2022, 16:01