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युक्रेन के ब्रोवारी में अपने टूटे घर के सामने खड़ी महिला युक्रेन के ब्रोवारी में अपने टूटे घर के सामने खड़ी महिला 

हम यूक्रेनी लोगों को अकेला नहीं छोड़ेंगे

रूसी आक्रमण के मद्देनजर, कई यूक्रेनी परित्यक्त महसूस करते हैं। लेकिन जैसे-जैसे युद्ध जारी है, यूरोप और दुनिया भर से यूक्रेनी लोगों के साथ एकजुटता देखने को मिल रही है। संत पापा ने यूक्रेनी लोगों की पीड़ा में निकटता के लिए समर्पित एक दिन का आह्वान किया है: "ईश्वर शांति बनाने वालों के साथ है, हिंसा करने वालों के साथ नहीं!"

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

रोम, मंगलवार 01 मार्च 2022 (वाटिकन न्यूज) : कई यूक्रेनी लोगों ने इन नाटकीय दिनों में परित्यक्त महसूस किया है। वे "गैस की कीमत" के बारे में नहीं सुनना चाहते, क्योंकि उन्हें लगता है कि वे बिक चुके हैं। वे जानते हैं कि एक बाहरी हस्तक्षेप दुनिया के लिए विनाशकारी, एक बहुत बड़ा संघर्ष शुरू कर सकता है। बेलारूसी राष्ट्रपति लुकाशेंको ने यहां तक कहा है कि प्रतिबंध पुतिन को परमाणु युद्ध की ओर धकेल सकते हैं - एक ऐसा परिदृश्य जिसके बारे में हम सोचना भी नहीं चाहेंगे।

लेकिन रूसी हमले और दुःस्वप्न की धमकियों के सामने एकजुटता बढ़ रही है। एक स्वतंत्र देश पर आक्रमण ने यूरोप को पहले से अधिक एकजुट कर दिया है। इतने सारे मुद्दों पर विभाजित यूरोप कभी भी उतना एकजुट नहीं रहा जितना आज है: यह यूक्रेनी लोगों के साथ खड़ा है। पड़ोसी देशों ने शरणार्थियों के लिए अपनी सीमाएं खोल दी हैं: पोलैंड, हंगरी, रोमानिया और स्लोवाकिया ने अपनी बाहें खोल दी हैं। दूसरे देश भागने को मजबूर लोगों की मेजबानी के लिए तैयार हैं। यूक्रेन के साथ शांति और एकजुटता के लिए प्रदर्शन और पहल यूरोप और अन्य महाद्वीपों में हो रही हैं।

ख्रीस्तीय समुदायों, पल्लियों, संघों और कारितास हर संभव मानवीय सहायता भेजने के लिए तैयार है। राष्ट्रपति ज़ेलेंस्की ने कहा कि यूक्रेन के लोग संत पापा के समर्थन को महसूस करते हैं। देवदूत प्रार्थना में,संत पापा फ्राँसिस ने हथियारों को चुप कराने की अपनी अपील दोहराते हुए कहा कि "ईश्वर शांति बनाने वालों के साथ हैं, हिंसा करने वालों के साथ नहीं!" और "साधारण लोग शांति चाहते हैं।" बच्चों, महिलाओं और बुजुर्गों में भी एकजुटता है, जो पैदल भाग रहे हैं या आश्रयों में बंद हैं, निराश चेहरों के साथ प्रार्थना कर रहे हैं, या जो गिरे हुए लोगों के पास हैं। अब बातचीत की उम्मीद है।

यूक्रेनियन के लिए बहुत सहानुभूति है, वे शांति चाहते हैं और उन्होंने बहुत कुछ सहा है। 1930 के दशक में, स्टालिन ने उन्हें भूखा रखा क्योंकि उन्होंने सोवियत नीतियों का विरोध किया: कई मिलियन यूक्रेनियन अकाल से मर गए। यह एक अल्पज्ञात विनाश है, होलोडोमोर, भुखमरी से लोगों का सर्वनाश।

कई रूसी आक्रमण से शर्मिंदा हैं। सरकार समर्थक मीडिया इसे "सैन्य अभियान" या "मुक्ति" या "अस्वीकरण" के उद्देश्य से एक हस्तक्षेप कहते हैं। कई रूसी हैं जो इसे मानते हैं। लेकिन कई रूसी हमले के खिलाफ शांति के पक्ष में प्रदर्शन कर रहे हैं। कई को गिरफ्तार किया गया है। हम रूसियों का समर्थन करते हैं जो शांति के लिए हैं। हम रूसी सैनिकों का समर्थन करते हैं जो यूक्रेनियन पर गोली नहीं चलाना चाहते हैं, जैसे कि टैंक के सामने खाली हाथ खड़े होना। आइए, हम उन रूसियों के लिए प्रार्थना करें जो इस युद्ध में विश्वास करते हैं ताकि यह समझ सकें कि बुराई कहाँ है। लेकिन सबसे पहले, आइए, हम यूक्रेनी लोगों को न छोड़ें।

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01 March 2022, 15:31