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रूस द्वारा गोलाबारी के बाद मारियुपोल में एक रिहायशी इलाका रूस द्वारा गोलाबारी के बाद मारियुपोल में एक रिहायशी इलाका 

यूक्रेन और रूस के बीच शीर्ष स्तरीय वार्ता विफल

यूक्रेन और रूस के शीर्ष राजनयिकों ने गुरुवार को तुर्की में आमने-सामने बातचीत की, लेकिन कोई प्रगति नहीं हुई। जैसे ही यूक्रेन में युद्ध अपने तीसरे सप्ताह में प्रवेश किया, रूसी आक्रमण शुरू होने के बाद से पार्टियों के बीच यह पहला उच्च स्तरीय संपर्क था।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

अंताल्या, शुक्रवार 11 मार्च 2022 (वाटिकन न्यूज) : तुर्की के शहर अंताल्या में वार्ता के बाद एक समाचार ब्रीफिंग में, यूक्रेन के विदेश मंत्री दिमित्रो कुलेबा ने कहा कि उनके रूसी समकक्ष, सर्गेई लावरोव ने गोलीबारी को रोकने का वादा करने से इनकार कर दिया ताकि घिरे मारियुपोल बंदरगाह शहर में सहायता नागरिकों तक पहुंच सके और सैकड़ों हजारों लोगों को निकालने की अनुमति मिल सके।

एक अलग कमरे में अपने स्वयं के समाचार सम्मेलन में, लावरोव ने कोई रियायत देने का कोई संकेत नहीं दिखाया। उन्होंने कहा कि जंगी कार्रवाई योजना बनाया जाएगा, साथ ही उसने रूसी मांगों को दोहराया कि यूक्रेन को निरस्त्र किया जाए और यूक्रेन द्वारा तटस्थ स्थिति को स्वीकार किया जाए।

घेराबंदी के तहत मारियुपोल

सहायता एजेंसियों का कहना है कि मारियुपोल में मानवीय सहायता की सबसे अधिक आवश्यकता है, जहां 400,000 लोग एक सप्ताह से अधिक समय से बिना भोजन, पानी या बिजली के फंसे हुए हैं। मॉस्को द्वारा वहां एक प्रसूति अस्पताल पर बमबारी के एक दिन बाद गुरुवार सुबह बंदरगाह पर नए सिरे से हवाई हमले किए गए।

यूक्रेन ने कहा कि शहर तक पहुंचने की कोशिश कर रहे एक काफिले को रूसी गोलाबारी ने फिर से वापस कर दिया, जिससे सहायता वितरण अवरुद्ध हो गया। स्थानीय मानवीय संघर्षविराम के दैनिक प्रयास शनिवार से विफल रहे हैं।

इस बीच, यूक्रेन की सेना को कुचलने और उसके नेताओं को हटाने के मास्को के घोषित उद्देश्य पहुंच से बाहर हैं। पुतिन की सेना दक्षिण में आगे बढ़ी है, लेकिन अभी तक उत्तर या पूर्व के प्रमुख शहरों पर कब्जा नहीं कर पाई है।

मानवीय त्रासदी

यूक्रेन से भागे 20 लाख से अधिक शरणार्थियों में से आधे बच्चे हैं। रेड क्रॉस की अंतर्राष्ट्रीय समिति ने कहा कि पूरे यूक्रेन में घरों को नष्ट कर दिया गया है और सैकड़ों हजारों लोगों के पास न भोजन है, न पानी है, न गर्मी है, न बिजली है और न ही चिकित्सा देखभाल है।

यूक्रेन में अब तक मारे गए लोगों की कुल संख्या की पुष्टि करना असंभव है, लेकिन संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार उच्चायुक्त के कार्यालय ने कुल 516 नागरिकों की मौत की पुष्टि की, जिनमें से 37 बच्चे हैं। यह भी अनुमान है कि मारे गए रूसी सैनिकों की संख्या 3000 के करीब हो सकती है। (स्रोत रॉयटर्स)

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11 March 2022, 15:59