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धर्मान्तरण विरोधी  विधेयक के खिलाफ़ विरोध प्रदर्शन, बैंगलोर,  तस्वीरः 22.12.2021 धर्मान्तरण विरोधी विधेयक के खिलाफ़ विरोध प्रदर्शन, बैंगलोर, तस्वीरः 22.12.2021   (ANSA)

भारतीय ख्रीस्तीयों ने राष्ट्रपति से की सुरक्षा की अपील

मध्य प्रदेश के ईसाई नेताओं ने हिंदू समर्थक राष्ट्रवादी दलों से, सुरक्षा के लिए, भारत के शीर्ष संवैधानिक अधिकारियों से अपील की है। विभिन्न ख्रीस्तीय संप्रदायों के नेताओं ने, भारत के राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद और सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना को संबोधित एक ज्ञापन में, विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और इसकी युवा शाखा बजरंग दल जैसे हिंदू समर्थक संगठनों पर उनके धर्म का पालन के मौलिक अधिकार के उल्लंघन का आरोप लगाया।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

नई दिल्ली, शुक्रवार, 21 जनवरी 2022 (ऊका समाचार): मध्य प्रदेश के ईसाई नेताओं ने हिंदू समर्थक राष्ट्रवादी दलों से, सुरक्षा के लिए, भारत के शीर्ष संवैधानिक अधिकारियों से अपील की है। विभिन्न ख्रीस्तीय संप्रदायों के नेताओं ने, भारत के राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद और सर्वोच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधीश एनवी रमना को संबोधित एक ज्ञापन में, विश्व हिंदू परिषद (विहिप) और इसकी युवा शाखा बजरंग दल जैसे हिंदू समर्थक संगठनों पर उनके धर्म का पालन के मौलिक अधिकार के उल्लंघन का आरोप लगाया।

झूठे आरोप

ज्ञापन में कहा गया कि हिन्दू राष्ट्रवादी दल ख्रीस्तीय पुरोहितों और पादरियों के खिलाफ धर्म परिवर्तन के झूठे आरोप लगाते, उनके विरुद्ध झूठा सोशल मीडिया प्रचार करते तथा उनके खिलाफ झूठी पुलिस शिकायत दर्ज़ कर उन्हें तंग करते हैं।" ख्रीस्तीय सम्प्रदायों के नेताओं ने पुलिस और जिला अधिकारियों पर भी राष्ट्रवादी दलों की तरफदारी का आरोप लगाया और सुरक्षा की मांग की।

ज्ञापन के हस्ताक्षरकर्त्ताओं में से एक, झाबुआ धर्मप्रान्त के फादर रॉकी शाह ने 20 जनवरी को ऊका समाचार से कहा, “हम आतंकित हैं और डर में जी रहे हैं। हमें धर्म परिवर्तन करने वालों के रूप में ग़लत तरीके से पेश किया जा रहा है।" उन्होंने कहा कि ईसाइयों ने सदैव इस देश के लोगों को शिक्षित करने और उनके उत्थान के लिए काम किया है। ख्रीस्तीय समुदाय देश के गरीबों और जरूरतमंदों को स्वास्थ्य देखभाल और अन्य कल्याणकारी सेवाएं प्रदान करने का सराहनीय कार्य करता रहा है।

कानून में संशोधन

फादर रॉकी ने इस बात को रेखांकित किया कि 2021 में हिंदू समर्थक भारतीय जनता पार्टी सरकार द्वारा संशोधित धर्मांतरण विरोधी कानून ने हिंदू चरमपंथी समूहों को और अधिक सशक्त बना दिया है। उन्होंने कहा,  "दुर्भाग्यवश, राष्ट्र के लिए ख्रीस्तीयों की सेवा को हिंदू समर्थक समूहों द्वारा धर्मांतरण को आगे बढ़ाने के साधन के रूप में ग़लत तरीके से प्रस्तुत किया जा रहा है।"

उन्होंने कहा कि ख्रीस्तीयों पर बढ़ती हिंसा और उनके गिरजाघरों एवं संस्थाओं पर हमलों में वृद्धि को दृष्टिगत रखकर ही ख्रीस्तीय नेताओं ने भारत के राष्ट्रपति एवं सर्वोच्च न्यायाधीश के समक्ष ज्ञापन प्रस्तुत कर अउनकी सुरक्षा को सुनिश्चित्त करने का आग्रह किया है।

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21 January 2022, 12:05