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कोप 26 का उद्घाटन कोप 26 का उद्घाटन 

ग्लासगो में कोप26 के उद्घाटन पर विश्व नेताओं ने खतरे की घंटी बजायी

ब्रिटिश प्रधानमंत्री बोरिस जोनसन ने स्कॉटलैंड के ग्लासगो में लम्बे इंतजार के बाद कोप 26 यूएन जलवायु परिवर्तन सम्मेलन का उद्घाटन किया तथा चेतावनी दी कि मानव ने जलवायु परिवर्तन की घड़ी को नीचे कर दिया है। मध्यरात्रि होने के लिए अब एक मिनट बचा है और हमें तत्काल कार्रवाई करने की जरूरत है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

ग्लासगो, मंगलवार, 2 नवम्बर 2021 (वीएनएस)- प्रधानमंत्री बोरिस जोनसन बोरिस जॉनसन की चेतावनी उनके भाषण में ऐतिहासिक सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए आई, जिसके परिणाम को व्यापक रूप से हमारे ग्रह के बढ़ते तापमान के सबसे विनाशकारी प्रभावों को टालने के लिए महत्वपूर्ण माना जा रहा है, किन्तु सम्मेलन में भाग लेनेवालों को हमारे ग्रह के तापमान को सीमित करने में मदद करने हेतु एक समझौता के लिए एक कठिन संघर्ष का सामना करना पड़ा।

200 देशों के कुल 120 विश्व नेता और 25,000 प्रतिनिधि ग्लासगो के सम्मेलन में भाग ले रहे हैं। सम्मेलन की शुरूआत 31 अक्टूबर को हुई और यह 12 नवम्बर तक जारी रहेगा। सम्मेलन का लक्ष्य है 2050 तक शुद्ध-शून्य कार्बन उत्सर्जन की दिशा में वास्तविक प्रगति करना तथा वैश्विक तापमान को 1.5 डिग्री सेल्सियस कम करना। इसे व्यापक रूप से वैश्विक जलवायु परिवर्तन के सबसे विनाशकारी परिणामों से बचने के लिए आवश्यक प्रमुख स्तर के रूप में देखा जा रहा है। विशेषज्ञ चेतावनी दे रहे हैं कि अनियंत्रित तापमान बढ़ने से ग्रह के अधिक हिम पिघल जायेंगे तथा सूखे और बाढ़ जैसी मौसम की चरम घटनाओं की संभावना और तीव्रता से बढ़ जायेंगी जो लाखों लोगों, विशेष रूप से गरीबों के जीवन पर बुरा असर डालेगा।

कोप 26 के पूर्व संत पापा फ्रांसिस ने प्रतिनिधियों से कई अपील की है कि वे वैश्विक तापमान को बढ़ने से रोकने के लिए आवश्यक कदम उठायें। रविवार को देवदूत प्रार्थना के पूर्ण अपने संदेश में उन्होंने ग्लासगो के सम्मेलन में भाग ले रहे नेताओं से अपील की थी कि वे पृथ्वी और गरीबों की पुकार सुनें। उन्होंने कहा था कि वे प्रार्थना कर रहे हैं कि सम्मलेन प्रभावशाली जवाब देगा और भावी पीढ़ी को एक ठोस आशा प्रदान करेगा।

उन्होंने चेतावनी दी थी कि जलवायु परिवर्तन का सामना करने के लिए समय समाप्त हो रहा है तथा उन्होंने "मूल परिवर्तन" का आह्वान किया जो वर्तमान पर्यावरण संकट को "प्रभावशाली प्रत्युत्तर" दे सके।

कोप 26 शिखर सम्मेलन में परमधर्मपीठ का प्रतिनिधित्व वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल पियेत्रो परोलिन कर रहे हैं। ग्लासगो के लिए रवाना होने से पहले एक साक्षात्कार में, कार्डिनल पारोलिन ने कहा कि सम्मेलन को बहुपक्षवाद और कार्रवाई की केंद्रीयता की पुष्टि करनी चाहिए। विश्व नेताओं के दो दिनों के भाषणों के बाद तकनीकी वार्ता होगी।

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02 November 2021, 16:29