पोलैंड की सेना द्वारा प्रवासियों के ऊपर आंसू गैस का इस्तेमाल
माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी
मिन्सक, बुधवार 17 नवम्बर 2021(वाटिकन न्यूज) : मुख्यतः मध्य पूर्व से हताश प्रवासी यूरोपीय देशों में घुसने की कोशिश में हैं, वे बेलारूस से यूरोपीय संघ के पोलैंड में प्रवेश करना चाहते हैं। ठंड के मौसम का सामना करने के लिए उनके पास उपयुक्त वस्तुओं की कमी हैं।
प्रवासियों की स्थिति बदतर
बेलारूस-पोलैंड सीमा पर, कुछ लोगों ने पोलैंड बलों पर पत्थर फेंका, जिन्होंने आंसू गैस और पानी के बड़े कनालों से जवाब दिया। झड़पों के बीच, एक व्यक्ति को स्ट्रेचर पर चिकित्सा कर्मियों के पास ले जाया गया। आंसू गैस के बादलों के बीच महिलाएं और बच्चे रो रहे थे, कुछ पानी में भींगे हुए थे।
जैसे-जैसे तापमान गिर रहा है, हाल के हफ्तों में कम से कम दस लोगों की मौत हो गई है। बेलारूस पर यूरोपीय संघ के प्रतिबंधों को अस्थिर करने और दंडित करने के प्रयास में प्रवासियों को आमंत्रित करने और फिर उन्हें पोलैंड सीमा पर धकेलने का आरोप लगाया गया है।
मिन्स्क उन प्रतिबंधों को लेकर गुस्से में है जो ब्रसेल्स ने बेलारूस में असंतोष पर बड़े पैमाने पर कार्रवाई के जवाब में लगाए थे। बेलारूस के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर लुकाशेंको द्वारा पिछले साल बोगस वोट द्वारा जीत का दावा करने के बाद हजारों प्रदर्शनकारियों और अन्य आलोचकों को हिरासत में लिया गया था और पुलिस ने कई लोगों के साथ दुर्व्यवहार किया था।
प्रवासी संकट नया नहीं
प्रवास संकट, कल शुरू नहीं हुआ। यह पांच या चार महीने पहले शुरू हुआ था। लेकिन प्रतिबंधों के एक नए दौर पर अभी चर्चा की जा रही है। हालाँकि, जैसा कि गतिरोध जारी है शरण मांगने वालों और प्रवासियों को पीछे धकेला जा रहा है। वकालत करने वाले कार्यकर्ताओं ने पोलैंड पर मानवाधिकारों के उल्लंघन का भी आरोप लगाया है।
पोलैंड के अधिकारियों का कहना है कि उनके पास यह करने के अलावा कोई विकल्प नहीं है कि प्रवासियों ने मात्र इसी महीने बेलारूस से पोलैंड में प्रवेश करने के 5,000 से अधिक प्रयास किए हैं।
कथित तौर पर पिछले पूरे वर्ष में सिर्फ 88 प्रयास किये गये थे। तनाव बढ़ने के साथ, पोलैंड और इस क्षेत्र के अन्य देशों ने आसपास सीमा सुरक्षा बढ़ाना जारी रखा है।
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