माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी
काबो डेलगाडो, सोमवार 22 मार्च 2021 ( वाटिकन न्यूज) : विश्लेषकों का कहना है कि काबो डेलगाडो के संकट की जड़ें स्थानीय गरीबी, भ्रष्टाचार और राजनीतिक उपेक्षा में निहित है, जिसने अंसार अल-सुन्ना के नाम से प्रख्यात एक कट्टरपंथी जिहादी समूह की भर्ती और सशक्तिकरण के लिए उपजाऊ जमीन प्रदान की है।
कट्टरपंथी हमले
पिछले दिनों भयानक गंभीर मामले सामने आए हैं, जिसमें बताया गया है कि उन उग्रवादियों द्वारा 11 साल से कम उम्र के बच्चों पर हमला किया जा रहा है और उन्हें मार डाला जा रहा है, जो कथित तौर पर कट्टरपंथी मुस्लिम संप्रदाय से निकले हैं और पूरे पूर्वी अफ्रीका में उनके संबंध हैं।
मानवीय निगरानी और सहायता एजेंसियों के अनुसार, इस क्षेत्र से सशस्त्र हमलों के कारण भागे करीब 650 हजार से अधिक विस्थापितों के बीच हैजा और मलेरिया के मामले बढ़ रहे हैं। शिविरों को छोड़ दिया गया है और सूखा के कारण स्थिति और भी दयनीय हो गई है।
मानवीय मामलों के समन्वय हेतु संयुक्त राष्ट्र कार्यालय का अनुमान है कि उत्तरी मोज़ाम्बिक में लगभग 950,000 लोग "गंभीर भूख का सामना कर रहे हैं", जिनमें से एक चौथाई बच्चे हैं।
अपील
मोजाम्बिक के धर्माध्यक्ष जोआओ कार्लोस ने दक्षिणी अफ्रीकी राष्ट्र के लोगों और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से काबो डेलगाडो की पीड़ित आबादी के साथ एकजुटता से खड़े होने की अपील की है।
वे स्थिति के बारे में अधिक जागरूकता की मांग कर रहे हैं।
दिसंबर में, संत पापा फ्राँसिस ने काबो डेलगाडो के लोगों के प्रति अपनी निकटता व्यक्त की थी क्योंकि हिंसा के कारण सैकड़ों हजारों लोग अपने घरों से भागने को मजबूर हुए।
हाल के आंकड़ों के अनुसार, काबो डेलगाडो में संघर्ष के कारण करीब 670,000 लोग अब मोजाम्बिक के अंदर विस्थापित हो गए हैं।
जलवायु के झटके
2019 के चक्रवात केनेथ, मोजाम्बिक के उत्तरी हिस्से में सबसे शक्तिशाली चक्रवात और 2020 की शुरुआत में बड़े पैमाने पर बाढ़ से काबो डेलगाडो अभी भी लगातार जलवायु के झटकों से उबर रहा है।