जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी
केरल, शुक्रवार, 26 मार्च 2021 (ऊका समाचार): भारतीय गृह मंत्री अमित शाह ने उन हिन्दू चरमपंथियों पर कार्रवाई का आश्वासन दिया है जिन्होंने उत्तरप्रदेश में एक रेल यात्रा के दौरान दो धर्मबहनों पर धर्मान्तरण का झूठा आरोप लगाकर उन्हें तंग किया था।
मंत्री का वादा
केरल के काथलिक बहुल काँजीरापल्ली में 24 मार्च को एक चुनाव रैली को सम्बोधित करते हुए मंत्री शाह ने आश्वासन दिया कि अपराधियों पर कार्रवाई की जायेगी।
भारतीय जनता पार्टी के मंत्री शाह ने काँजीरापल्ली में आगामी प्रादेशिक चुनावों के लिये एक काथलिक अभ्यर्थी को रखा है।
प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के विश्वासमन्द मंत्री शाह ने रैली में कहा, "उत्पीड़ित करनेवालों को कानून के सामने लाया जाएगा। “उत्पीड़न की घटना में शामिल लोगों को कानून के सामने लाया जाएगा। मैं लोगों को आश्वस्त करना चाहता हूं कि इस घटना के ज़िम्मेदार दोषियों को जल्द से जल्द न्याय के समक्ष लाया जायेगा।"
झूठा आरोप और राजनीति
ग़ौरतलब है कि 19 मार्च को जब सेक्रेड हार्ट धर्मसंघ की दो धर्मबहनें तथा दो नवशिक्षार्थी नई दिल्ली से ओडिशा की ओर रेलयात्रा कर रही थीं तब कुछेक चरमपंथियों ने आकर उन्हें बलपूर्वक झाँसी स्टेशन पर ट्रेन से उतार दिया था तथा उनपर धर्मान्तरण का झूठा आरोप लगाकर पुलिस से उनकी पूछताछ कराई थी। धर्मबहनों द्वारा प्रमाण बताने के बावजूद कि दोनों नवदीक्षार्थी ख्रीस्तीय धर्मनुयायी थे पुलिस उन्हें पुलिस स्टेशन तक ले गई। केवल कुछ अधिकारियों एवं काथलिक कलीसिया के वरिष्ठ अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद ही धर्मबहनों एवं दोनों नवदीक्षार्थियों को उनकी यात्रा पूरी करने का मौका दिया गया।
धर्मबहनों के साथ हुए बरताव की सर्वत्र कड़ी निन्दा की गई, जिसके बाद ही संघीय मंत्री शाह ने उक्त बयान जारी किया।
केरल में इस घटना ने तब एक राजनैतिक मोड़ ले लिया जब केरल की समाजवादी पार्टी के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन और विपक्षी पार्टी के नेता रमेश चेन्निथला ने उक्त घटना की निन्दा करते हुए भाजपा की अगुवाई वाली केन्द्रीय सरकार से कार्रवाई की मांग की। धर्मबहनों में से एक धर्मबहन केरल की मूलनिवासी हैं।