यूएन के आवश्यक खाद्य सहायता पर निर्भर है सीरिया
माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन न्यूज
सीरिया, शनिवार 26 दिसम्बर,2020 (वाटिकन न्यूज) : संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि सीरिया में लाखों लोग विस्थापित, कमजोर, आघातग्रस्त, पीड़ित और व्यक्तिगत नुकसान से घिरे हुए हैं। मामलों को बदतर बनाने के लिए, एक घटती अर्थव्यवस्था, कोरोनावायरस, बढ़ती खाद्य असुरक्षा और कुपोषण, लोगों की कुल संख्या को बढ़ा दी है।
सितंबर से अब तक सब्सिडी वाली रोटी और गैसोलीन की आपूर्ति कम है। तीन मिलियन लोगों को सहायता मिलती है। जरूरतमंद तीन मिलियन से अधिक लोगों तक पहुंचने के लिए भोजन वितरण चल रहा है।
संयुक्त राष्ट्र ने विश्वास और आंदोलन के निर्माण के लिए कार्रवाई के साथ, एक राष्ट्रव्यापी युद्ध विराम की आवश्यकता, ठोस संवैधानिक मसौदा तैयार करने और मुद्दों की पूरी श्रृंखला को संबोधित करने के लिए एक व्यापक प्रयास की आवश्यकता पर बल दिया है।
सीरिया संकट पर एक नज़र
सीरिया में मार्च 2011 में गृहयुद्ध शुरू होने के बाद से ही वहाँ अभूतपूर्व और अकल्पनीय तबाही और बर्बादी हुई है। साथ ही भारी संख्या में लोग बेघर भी हुए हैं। 50 लाख से ज़्यादा सीरियाई लोगों को देश छोड़कर भी भागना पड़ा है और क़रीब 60 लाख लोग देश के भीतर ही विस्थापित हुए हैं। एक करोड़ 30 लाख से ज़्यादा लोगों को जीवित रहने के लिए सहायता की ज़रूरत है। सीरियाई संघर्ष और युद्ध ने सीरियाई लोगों के लिए असीमित तकलीफ़ों और तबाही के हालात बना दिए जिनसे पुरुष, महिलाएँ और बच्चे कोई अछूते नहीं बच सके।
यू एन कार्यों पर एक नज़र
सुरक्षा परिषद ने सीरिया में राजनैतिक कार्रवाई के लिए पहल की। वर्ष 2017 में 15 सदस्यों वाली सुरक्षा परिषद ने सीरिया स्थिति पर 33 बार चर्चा की, यहाँ तक कि अनौपचारिक बातचीत और चर्चा में भी सीरिया एक अति महत्वपूर्ण मुद्दा बन गया। 2012 के बाद से ही सुरक्षा परिषद ने सीरिया पर 23 प्रस्ताव मंज़ूर किए हैं या फिर उनका सम्बन्ध मुख्य रूप से सीरिया से रहा।
संयुक्त राष्ट्र ने सीरिया संकट का कोई राजनैतिक समाधान तलाश करने के लिए 2016 में शुरू करके सीरियाई बातचीत के 8 दौर आयोजित किए हैं।
वर्ष 2017 में, संयुक्त राष्ट्र के नेतृत्व वाले मानवीय सहायता काफ़िलों ने सीरिया के भीतर आठ लाख, 20 हज़ार और 200 लोगों तक मदद पहुँचाई।
विश्व स्वास्थ्य संगठन और उसके साझीदार संगठनों ने सीरिया में 2017 के दौरान क़रीब एक करोड़ 40 लाख लोगों को इलाज मुहैया कराया। 2017 में विश्व स्वास्थ्य संगठन ने क़रीब 25 लाख बच्चों को पोलियो के टीके लगाने के अभियान की अगुआई की. इसके अलावा क़रीब 48 लाख बच्चों को ख़सरा के भी टीके लगवाए गए।
संयुक्त राष्ट्र जनसंख्या कोष ने सीरिया के भीतर सिर्फ़ दिसम्बर 2017 में ही, 19 हज़ार 454 बच्चों को जन्म दिलाने में मदद की, इनमें 8 हज़ार 746 ऑपरेशन के ज़रिए बच्चों की पैदाइश शामिल थी।
संयुक्त राष्ट्र बाल कोष और उसके साझीदार संगठनों ने 2018 में 5 से 17 वर्ष की उम्र के क़रीब 22 लाख बच्चों को औपचारिक शिक्षा संस्थानों में पंजीकृत कराने की योजना बनाई।
संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद ने मार्च 2011 के बाद से ही अन्तरराष्ट्रीय क़ानूनों के उल्लंघन की घटनाओं की जाँच-पड़ताल स्वतंत्र अन्तरराष्ट्रीय जाँच आयोग से कराई है।
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