यूएन ने फिलीपींस में ‘तूफान प्रतिक्रिया योजना’ शुरु की
माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी
मनिला, बुधवार 11 नवम्बर 2020 (वाटिकन न्यूज) : फिलीपींस के विकोल क्षेत्र में 1 नवम्बर को चक्रवाती तूफान गोनी ने दस्तक दी, जिसके कारण व्यापक तबाही हुई। तूफान के मद्देनजर 10 लाख लोगों को सुरक्षित स्थानों में पहुँचाया गया है। राहत कार्य चल रहे हैं। पूरी तरह से वित्त पोषित, छह महीने की प्रतिक्रिया करीह 260,000 आपदा प्रभावित लोगों का समर्थन करेगी, जिनमें से कई आपदा से पहले से ही गरीबी में जी रहे थे।
एकजुटता और ठोस मदद
फिलीपींस में रहने वाले संयुक्त राष्ट्र के मानवतावादी समन्वयक गुस्तावो गोंजालेस ने कहा कि दानदाताओं के समर्थन से मानवीय समुदाय एक समन्वित प्रतिक्रिया के माध्यम से "ठोस समर्थन में एकजुटता" का राहत कार्य करने के लिए तैयार है।
उन्होंने कहा, "फिलीपींस में संयुक्त राष्ट्र और मानवीय साझेदार हमारे सभी संसाधनों को जुटा रहे हैं ताकि यह सुनिश्चित किया जा सके कि इस समय हम किसी को भी पीछे नहीं छोड़ें।"
विनाश का आकलन
रविवार को, गोंजालेस ने नुकसान का आकलन करने के लिए अल्बे प्रांत में एक अंतर-एजेंसी टीम का नेतृत्व किया। स्थानीय अधिकारियों, राहत कर्मियों और प्रभावित लोगों से बात करते हुए, उन्होंने आपदा से प्रभावित हजारों परिवारों के लिए गहरी चिंता व्यक्त की। फिलीपींस के 81 प्रांतों में से 32 प्रांत प्रभावित हैं, जिनमें अल्बे, कैटांडुआन्स, कैमाराइन्स सुर और क्विज़ोन सबसे ज्यादा प्रभावित हुए हैं।
मानवीय मामलों के समन्वय के लिए संयुक्त राष्ट्र कार्यालय (ओसीएचए) के अनुसार, 137,000 से अधिक घर क्षतिग्रस्त या नष्ट हो गए हैं और कुल बुनियादी ढांचा क्षति 234 मिलियन डॉलर का अनुमान है। इसके अलावा, 67 स्वास्थ्य सुविधाएं और 1,000 से अधिक स्कूल, जिनमें आवास निकासी शामिल हैं, क्षतिग्रस्त हो गए हैं।
‘गोनी’ इस वर्ष फिलीपींस में दस्तक देने वाला 18वाँ चक्रवाती तूफान है।
कोविद -19 और तूफान
कोविद-19 महामारी प्राकृतिक आपदाओं के प्रभाव को और अधिक जटिल बना दिया है, जिसने सार्वजनिक स्वास्थ्य को देखते हुए लॉकडाउन अर्थव्यवस्था पर भारी असर डाला है। तूफान ‘गोनी’ ने बीकोल में सरकार की मुख्य कोविद-19 प्रयोगशाला को क्षतिग्रस्त कर दिया है, जिसके परिणामस्वरूप परीक्षण स्थगित हो गया है। संयुक्त राष्ट्र और उसके सहयोगियों ने कोरोना वायरस महामारी को देखते हुए मानवीय प्रतिक्रिया की सुरक्षा, गुणवत्ता और समयबद्धता को सुरक्षित रखने के तरीके में सुधार किया है।
जटिल चुनौतियों के बीच, ओसीएचए ने कहा कि बच्चों, महिलाओं और लड़कियों (गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं और किशोर लड़कियों सहित), विकलांगों, बुजुर्गों और आदिवासी लोगों में भेदभाव और यौन दुराचार का अधिक खतरा है। उनकी सुरक्षा प्रतिक्रिया योजना के अनुसार सभी प्रतिक्रिया प्रयासों में एकीकृत होगी।