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फादर स्टेन स्वामी की गिरफ्तारी का विरोध फादर स्टेन स्वामी की गिरफ्तारी का विरोध  

फादर स्टैन की रिहाई के लिए मौन पद यात्रा

नथोड़ा मस्जिद के इमाम ने कहा कि "यदि एक भाई अन्याय का सामना कर रहा है तब दूसरे भाई मूकदर्शक बनकर नहीं रह सकते...।" महाधर्माध्यक्ष थोमस डीसूजा ने कहा, "वे मानव अधिकार एवं गरीबों तथा आदासियों की प्रतिष्ठा के लिए चैम्पियन हैं ...इसीलिए हम उनके साथ खड़े हैं यह बतलाने के लिए कि वे अकेले नहीं हैं हम उनके साथ हैं।" फादर अलेक्स राज ने कहा, "नबी गरीबों के लिए आवाज उठाता है, फादर स्टैन ने वही किया। उनकी भावना मदर तेरेसा के समान है।"

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

मुम्बई, मंगलवार, 20 अक्तूबर 2020 (रेई)- शनिवार 17 अक्टूबर को कोलकाता के पार्क स्ट्रीट पर जेस्विट फादर स्टैन स्वामी की गिरफ्तारी के खिलाफ प्रदर्शन हेतु एक मौन यात्रा की गई। ख्रीस्तीय पुरोहितों एवं धर्मसमाजियों के साथ अन्य धर्मों के लोगों ने भी इस प्रदर्शन में भाग लिया।

मौन यात्रा के अंत में नखोड़ा मौलाना शफीक कासमी के इमाम ने 83 वर्षीय जेस्विट पुरोहित के प्रति एकात्मता व्यक्त करते हुए कहा, "यदि एक भाई अन्याय का सामना कर रहा है तो अन्य भाई मूक दर्शक बनकर नहीं रह सकते..."हम इस गिरफ्तारी की निंदा करते हैं...तथा सभी का आह्वान करते हैं कि शोषित लोगों के लिए आवाज उठायें...। "यदि हम सबकी भलाई चाहते हैं तो हमें सभी के साथ प्रेम और सहानुभूति से व्यवहार करना चाहिए। सरकार से अपील है कि वह फादर स्टैन स्वामी को रिहा कर दे।"

इमाम ने कहा कि "फादर स्टैन स्वामी की गिरफ्तारी बिना किसी अपराध के हुई है और हम आग्रह करते हैं कि सरकार उन्हें बिना शर्त रिहा कर दे। अन्यथा, देश के सभी अल्पसंख्यक इसके खिलाफ आंदोलन करेंगे!"

रविवार 18 अक्टूबर को महाधर्माध्यक्ष थॉमस डीसूजा ने फादर स्टैन स्वामी की गिरफ्तारी का विरोध करते हुए एशियान्यूज से कहा, "हम फादर स्टैन के मानव अधिकार के लिए एवं उनपर जो अन्याय किये जा रहे हैं उसका विरोध करने के लिए उनके साथ हैं। हम मांग करते हैं कि उनकी मानव प्रतिष्ठा बहाल की जाए। वे मानव अधिकार तथा गरीब एवं आदिवासियों की प्रतिष्ठा के चैम्पियन हैं...इसलिए हम उनके साथ हैं उन्हें यह बताने कि वे अकेले नहीं हैं, हम उनके साथ हैं।"

उन्होंने कहा कि फादर स्टैन के साथ जैसा अमानवीय वर्ताव किया गया, हम उससे दुःखी हैं, उनके आग्रह के बावजूद कि वे यात्रा नहीं कर सकते, उन्हें गिरफ्तार कर जबरन लिया गया, अत्यन्त बुजूर्ग होने पर भी उनके साथ सहानुभूति और मानवीय व्यवहार नहीं दिखाया गया। हमारे देश में बुजूर्गों को दिया जानेवाला सम्मान कहाँ है? हम सरकार से आग्रह और मांग करते हैं कि फादर स्टैन स्वामी को रिहा किया जाए।

संत जेवियर यूनिवर्सिटी के उप-कुलपति फादर जे. फेलिक्स राज ने कहा कि नबी गरीबों के लिए आवाज उठाता है फादर स्टैन ने यही किया है। उन्होंने कहा कि उनकी भावना मदर तेरेसा के समान है। मदर तेरेसा और फादर स्टैन स्वामी दोनों ही समर्पित धर्मसमाजी हैं और उन्होंने संत इग्नासियुस की आध्यात्मिकता को अपनाते हुए सभी चीजों में ईश्वर की खोज की है तथा ईश्वर में ही सब कुछ प्राप्त किया है। उन्होंने अपना जीवन ईश्वर और लोगों के लिए अर्पित किया है।

उनकी गिरफ्तारी और उनकी पीड़ा सच्चाई एवं न्याय के लिए खड़े होने का परिणाम है। ऐसा उन सभी लोगों के साथ होता है जो सच्चाई का पक्ष लेते हैं किन्तु अंत में सच्चाई की ही विजय होती है।

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20 October 2020, 15:22