मंत्रियों द्वारा प्रवासी संकट के लिए इयू की प्रतिक्रिया की मांग
माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी
माल्टा, बुधवार, 25 सितम्बर 2019 (वाटिकन न्यूज) ˸ इटली, माल्टा, फ्रांस और जर्मनी के गृह मंत्रियों ने युद्ध, उत्पीड़न और गरीबी से पलायन करने वाले प्रवासियों के बढ़ते प्रवाह को देखते हुए माल्टा में बैठक कर रहे हैं। यूरोपीय संघ के अधिकारी भी माल्टा एक बैठक आयोजित किया। उनकी मांग है कि समुद्र में बचाए गए लोगों को अन्य देशों के बीच वितरित किया जाए। प्रवासियों को स्वीकरना और पनाह देना सिर्फ उन देशों की जिम्मेदारी नहीं है, जहां वे उतरते हैं।
जर्मनी के गृह मंत्री होर्स्ट सीहोफ़र ने कहा कि वे आने वाले महीनों के लिए "आपातकालीन तंत्र" चाहते हैं जब तक कि आने वाले यूरोपीय संघ के कार्यकारी, यूरोपीय आयोग एक स्थायी व्यवस्था पर काम करना शुरू न करें।
सीहोफ़र ने कहा कि उन्हें यह निश्चित करना है कि प्रवासियों को उतारने के लिए कौन से बंदरगाहों का उपयोग किया जा सकता है, यूरोप में प्रवासियों को कैसे वितरित किया जाए और मानव तस्करी को कैसे रोका जाए।
बैठक से पहले इटली के प्रधानमंत्री जुसेप्पे कोन्टे से यूरोपीय संघ में एकता बनाये रखने का आग्रह किया। "हमें प्रवास के मुद्दे से प्रचार को दूर करना चाहिए। वह प्रचार जो यूरोपीय विरोधी है। हमें मानव तस्करी के खिलाफ कठोर प्रतिक्रिया देनी चाहिए।"
पुनर्वितरण का विरोध
यूरोपीय संघ के सदस्य देश हंगरी, चेक गणराज्य, स्लोवाकिया और पोलैंड प्रवासियों के पुनर्वितरण का विरोध करते हैं। लेकिन इस साल अब तक नाव से यूरोप पहुंचने वाले हजारों लोगों को देखते हुए, गृह मंत्री इसे मानवीय संकट के रूप में देखते हैं और एक अलग दृष्टिकोण की मांग करते हैं।
यूरोपीय संघ के अधिकारी भी माल्टा बैठक में भाग ले रहे हैं।
ग्रीस के लेस्बोस द्वीप पर सुरक्षा और नगरपालिका सेवाएं एक आपातकालीन बैठक आयोजन किया। एक शरणार्थी शिविर के प्रशासकों ने कहा कि वे चिंतित हैं क्योंकि तुर्की से प्रवासिंयो के पलायन की संख्या बहुत ज्यादा है।
एजियन द्वीप के ‘मोरिया’ शिविर ने नये प्रवासियों को लेना बंद कर दिया है क्योंकि शिविर पर लोगों की संख्या अपनी इच्छित क्षमता से चार गुना अधिक याने 12,000 हो गई है।
Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here