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संयुक्त अरब अमीरात के लड़ाकू संयुक्त अरब अमीरात के लड़ाकू  

यमन की एकता पर संकट, लोगों की पीड़ा जारी

यमन में नागरिक युद्ध फिर से बढ़ने के कारण स्थिति अधिक जटिल एवं नाटकीय हो गयी है, निर्दोष नागरिक पीड़ित हैं यह बात दक्षिणी अरेबिया (संयुक्त अरब अमीरात, ओमन और यमन) के प्रेरितिक विकारियेट धर्माध्यक्ष पौल हिंदर ने शोक प्रकट करते हुए कही।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

यमन, बृहस्पतिवार, 29 अगस्त 2019 (वीएन)˸ ईरान समर्थित हौथी शिया मुस्लिम विद्रोहियों द्वारा देश की राजधानी सना पर कब्ज करने के बाद 2014 से ही यमन में संघर्ष की शुरूआत हुई थी।

अदन में लड़ाई इस महीने शुरू हुई जब यूएई द्वारा समर्थित एक अलगाववादी मिलिशिया ने हादी सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए कहा, जिससे गठबंधन में दरार पैदा हुई और देश में विभाजन हो गया।

अधिकारियों ने बतलाया कि सऊदी समर्थित सरकारी बलों ने बुधवार को संयुक्त अरब अमीरात समर्थित अलगाववादियों से अदन हवाई अड्डे पर कब्जा कर लिया और शहर के पूर्वी उपनगरों पर हमला किया।

दक्षिणी अरेबिया के प्रेरितिक विकारियेट धर्माध्यक्ष पौल हिंदर ने वाटिकन रेडियो से बातें करते हुए इस बात के लिए डर व्यक्त किया कि गठबंधन में नई दरार देश की एकता के लिए रोग है।

गठबंधन में दरार तथा यमन में हौथी विरोध के बावजूद धर्माध्यक्ष हिंदर की उम्मीद है कि अंत में अच्छी भावना की जीत होगी। उनकी यह भी आशा है कि अंतरराष्ट्रीय समुदाय न केवल हथियारों की आपूर्ति बंद करेगा बल्कि निर्माणात्मक सहायता प्रदान करेगा जिसके द्वारा सभी एक साथ बैठकर स्थिति को सुलझाने के लिए बातचीत कर पायेगें।

उन्होंने खेद प्रकट किया कि नागरिक युद्ध के कारण बहुत सारे लोग भूखे हैं, बीमार हैं और अपने घर से विस्थापित हैं। जब तक अशांति है देश विकास नहीं कर सकता और धनी होते हुए भी मानव संसाधन एवं प्राकृतिक संसाधनों का विकास नहीं हो सकता।

उन्होंने कहा कि संघर्ष के कारण हजारों लोगों की जानें गयीं हैं, कितने लोग भोजन की कमी के कारण भूख से पीड़ित हैं तथा चिकित्सा सुविधा की भी कमी है। इन सभी कारणों ने देश को भुखमरी की स्थिति में डाल दिया है।  

संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, अरब के सबसे गरीब देश में संघर्ष ने दुनिया में सबसे खराब मानवीय संकट पैदा कर दिया है, लगभग 24 मिलियन यमनियों को मानवीय सहायता की तत्काल आवश्यकता है, और हैजा अभी भी एक खतरा बना हुआ है। यमन के संघर्ष में अनुमानित 2500 बाल सैनिक तैनात हैं, जबकि देश की आधी लड़कियों की शादी 15 साल की उम्र से पहले कर दी जाती है।

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29 August 2019, 16:13