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संत पेत्रुस महागिरजाघर की वेदी के ऊपर बना अवरण संत पेत्रुस महागिरजाघर की वेदी के ऊपर बना अवरण 

संत पेत्रुस महागिरजाघर की बड़ी वेदी के ऊपरी अवरण की पुनःस्थापना

जयंती वर्ष 2025 के पहले, कोलम्बस के शूरवीर संत पेत्रुस महागिरजाघर की वेदी के ऊपर बने अवरण की पुनःस्थापना कर रहे हैं।

वाटिकन न्यूज

जॉन लोरेंत्सो बर्निनी की बारोक कृति पर काम किये जाने के लगभग 400 साल बाद, पोप फ्राँसिस ने संत पेत्रुस महागिरजाघर की वेदी पर बने अवरण की पहली बार "व्यवस्थित और पूर्ण" बहाली को मंजूरी दे दी है।

महागिरजाघर के महापुरोहित कार्डिनल माउरो गाम्बेत्ती ने काम की शुरुआत करते हुए एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, "चुनौतीपूर्ण और आवश्यक" बहाली का "महत्वपूर्ण प्रतीकात्मक मूल्य" है, क्योंकि वेदी अवरण "अपनी भव्यता के साथ बड़ी वेदी के नीचे प्रेरित संत पेत्रुस की कब्र के स्थान को चिह्नित करता है।"

उदारता और एकता के प्रति प्रतिबद्धता

"तुरंत पहचाने जाने योग्य और प्रभावशाली" वेदी अवरण की बहाली नाइट्स ऑफ कोलंबस के समर्थन में हो रही है, जो 1882 में धन्य फादर माइकल मैकगिवनी द्वारा स्थापित एक वैश्विक काथलिक बंधुत्व ऑर्डर है।

प्रेस कॉन्फ्रेंस में मौजूद सुप्रीम शूरवीर पैट्रिक केली ने भी कहा कि "पवित्र कला की अद्वितीय कृति" की बहाली नाइट्स के "गिरजाघर और विशेष रूप से संत पेत्रुस के उत्तराधिकारियों की सेवा के मिशन और इतिहास" से मेल खाती है।

उन्होंने कहा, "इस बहाली के प्रति हमारी प्रतिबद्धता उदारता और एकता के हमारे प्रमुख सिद्धांतों के प्रति हमारी स्थायी प्रतिज्ञा को दर्शाती है।" उन्होंने कहा, "वास्तव में, कला के कुछ काम इस एकता को अधिक स्पष्ट और तुरंत व्यक्त करते हैं।"

जयंती की प्रतीक्षा में

अपनी ओर से, कार्डिनल गाम्बेत्ती ने कहा कि पुनर्स्थापना "संरक्षण के लिए एक सावधान और कर्तव्यनिष्ठ चिंता" से प्रेरित है, और जयंती वर्ष के उद्घाटन के समय दिसंबर 2024 में पूरा होने की उम्मीद है।

कार्डिनल ने बताया कि अवरण की बहाली को "विशेष रूप से जटिल और दस्तावेजीकरण, रसद, अभिलेखीय अनुसंधान, वैज्ञानिक जांच, मचान की स्थापना, गतिविधियों के साथ निर्माण स्थल के संगठन के महत्व के कारण और महागिरजाघर के धार्मिक जीवन और निश्चित रूप से, संरक्षण के उद्देश्य से विभिन्न हस्तक्षेपों का महत्व स्पष्ट किया गया है।"

उन्होंने कहा कि पुनर्स्थापना के दौरान पोप का मिस्सा बलिदान जारी रहेगा, विशेष रूप से पवित्र सप्ताह और पास्का के दौरान, विभिन्न वाटिकन कार्यालय "पर्वों के नियमित संचालन के लिए सबसे उपयुक्त समाधान" खोजने के लिए सहयोग करेंगे।

पुनरुद्धार की योजना

वेदी अवरण की बहाली तीन चरणों में की जाएगी, जिसकी शुरुआत अनंतिम कार्य और योजना से होगी और प्रारंभिक और ऑनसाइट निदान और दस्तावेज़ीकरण के साथ जारी रहेगी।

तीसरे चरण में, बहाली का काम अवरण की धातु (कांस्य और लौह) सतहों, पत्थर की सतहों और लकड़ी की संरचनाओं को बहाल करने पर केंद्रित होगा।

कार्डिनल गम्बेत्ती ने कहा, इस परियोजना की लागत लगभग 700,000 यूरो (लगभग 768,000 अमेरिकी डॉलर) होने की उम्मीद है, जिसे पूरी तरह से नाइट्स ऑफ कोलंबस द्वारा वित्त पोषित किया जा रहा है, "कलीसिया और पोप की सेवा की भावना से।"

प्रमुख शूर्वीर केली ने कहा, "यह सिर्फ एक ऐतिहासिक और वास्तुशिल्प नवीनीकरण से कहीं अधिक है, "यह शूरवीरों के विश्वास की अभिव्यक्ति और संत पापा के समर्थन का नवीनीकरण है।"

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11 January 2024, 17:17