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वाटिकन म्यूज़ियम में येसु जन्म का दृश्य, (प्रतीकात्मक तस्वीर ) वाटिकन म्यूज़ियम में येसु जन्म का दृश्य, (प्रतीकात्मक तस्वीर )  (© Musei Vaticani)

परमधर्मपीठ 2025 में ओसाका एक्सपो में लेगी भाग

जापान के ओसाका शहर में 13 अप्रैल से 13 अक्टूबर 2025 तक "डिज़ाइनिंग फ़्यूचर सोसाइटी फ़ॉर अवर लाइव्स" विषय पर सार्वभौमिक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है, जिसमें इटालियन पैवेलियन के सहयोग से, "ब्यूटी ब्रिंग्स होप" नामक कला और संस्कृति स्थान के साथ, परमधर्मपीठ भी इस कार्यक्रम में उपस्थित होगी।

वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 22 दिसम्बर 2023 (रेई, वाटिकन रेडियो): जापान के ओसाका शहर में 13 अप्रैल से 13 अक्टूबर 2025 तक "डिज़ाइनिंग फ़्यूचर सोसाइटी फ़ॉर अवर लाइव्स" विषय पर सार्वभौमिक प्रदर्शनी का आयोजन किया गया है, जिसमें इटालियन पैवेलियन के सहयोग से, "ब्यूटी ब्रिंग्स होप" नामक कला और संस्कृति स्थान के साथ, परमधर्मपीठ भी इस कार्यक्रम में उपस्थित होगी।

यह कहते हुए कि "मनुष्य को अभी भी आशा की जरूरत है", सुसमाचार प्रचार परिषद के अध्यक्ष महाधर्माध्यक्ष  रिनो फिसिकेल्ला ने कहा कि सौन्दर्य आशा का संचार करता है और मनुष्य को आशा की आज नितान्त आवश्यकता है।  

यूनिवरसल एक्सपो के इस संस्करण के लिए चुना गया विषय, "डिजाइनिंग फ्यूचर सोसाइटी फॉर अवर लाइव्स" में तीन अलग-अलग उप-विषय हैं: "सेविंग लाइव्स", "एम्पावरिंग लाइव्स" और "कनेक्टिंग लाइव्स"। इटालियन पैवेलियन के सहयोग से परमधर्मपीठ, सांस्कृतिक कार्यक्रमों और महत्वपूर्ण कला प्रदर्शनियों सहित इस कार्यक्रम में उपस्थित होगी।

महाधर्माध्यक्ष फिज़ीकेल्ला

परमधर्मपीठ की एक विज्ञप्ति के अनुसारः सुसमाचार प्रचार परिषद के अध्यक्ष तथा जापान में यूनिवरसल एक्सपो 2025 के लिये सन्त पापा फ्राँसिस के विशेष दूत महाधर्माध्यक्ष रीनो फिज़ीकेल्ला ने इस कार्यक्रम के लिये सान साल्वातोर इन लाओरो के पल्ली पुरोहित पियेत्रो बोनजोवान्नी तथा तमातसुकुरी काथलिक गिरजाघर के पल्ली पुरोहित एवं ओसाका के काथलिक महागिरजाघर के प्रधान पुरोहित  फादर एलेक्ज़ानडर हेनरिक दे लीमा को उपायुक्त नियुक्त किया है। विज्ञप्ति में कहा गया कि महाधर्माध्यक्ष फिज़ीकेल्ला "प्रदर्शनी की तैयारी में और पूरे आयोजन की अवधि के लिए परमधर्मपीठ की सहायता और उसके प्रतिनिधित्व हेतु उपायुक्तों के समर्थन पर भरोसा करते हैं"।

"सौन्दर्य आशा का स्रोत" 

परमधर्मपीठीय पवेलियन का विषय है "सौन्दर्य आशा का स्रोत"। प्रेस विज्ञप्ति में बताया गया कि कला और सौंदर्यशास्त्र की खोज के माध्यम से, परमधर्मपीठीय पवेलियन का लक्ष्य इस गहन अवधारणा को व्यक्त करना है कि सुंदरता, जिसे कई पहलुओं में समझा जाता है, एक अधिक सामंजस्यपूर्ण और भागीदारी वाले भावी समाज के निर्माण हेतु प्रेरणा और आशा का स्रोत हो सकती है।

विज्ञप्ति के अनुसारः ख्रीस्तीय धर्म के प्रचार-प्रसार में सुंदरता ने हमेशा एक मौलिक भूमिका निभाई है, ईसाई धर्म की उत्पत्ति के बाद से ही यह कलात्मक अभिव्यक्ति में अवतरित हुई है। सदियों से, कला वह विशेषाधिकार प्राप्त तरीका बन गई है जिसके माध्यम से कलीसिया आस्था की गहराई को व्यक्त और प्रस्तुत करने में सक्षम हुई है।

जयंती की पृष्ठभूमि में

प्रदर्शनियों, कलात्मक स्थापनाओं और अनूठे दृष्टिकोणों के माध्यम से, परमधर्मपीठीय पैवेलियन इस बात पर चिन्तन प्रस्तुत करेगा कि सुंदरता आशा के लिए उत्प्रेरक के रूप में कैसे कार्य कर सकती है, जो आध्यात्मिकता में नवीकरण के साझा भविष्य की दिशा में लोगों को एकजुट करती है। इसके अलावा, प्रदर्शनी के लिये चुना गया विषय एक पुल की भूमिका निभाता है जो दो घटनाओं को जोड़ता और एकजुट करता है, क्योंकि यह जयन्ती वर्ष 2025 के साथ मेल खाता, जिसका शीर्षक है "आशा के तीर्थयात्री"।

महाधर्माध्यक्ष फिज़ीकेल्ला कहते हैं,  "विज्ञान और प्रौद्योगिकी की प्रगति के कारण आज का मनुष्य अनेक आशाओं के साथ जी रहा है, लेकिन, जैसा कि जयन्ती वर्ष के विषय के लिए पहले ही व्यक्त किया जा चुका है, एक्सपो हर एक व्यक्ति में आशा के महत्व को भी संप्रेषित करना चाहता है, जो केवल ईश्वर से आती है।"

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22 December 2023, 11:35