इस्राएल एवं फिलीस्तीन में न्यायिक शांति का आह्वान
वाटिकन सिटी
न्यूयॉर्क, बुधवार, 8 नवम्बर 2023 (रेई, वाटिकन रेडियो): वाटिकन ने इस्राएल एवं फिलीस्तीन में न्यायिक शांति का आह्वान किया है जो फिलिस्तीनी और इस्राएली दोनों की मांगों को पूरा कर सके। गाज़ा की मानवीय स्थिति के प्रति भी परमधर्मपीठ ने चिंता व्यक्त की है, और संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) द्वारा नागरिकों को प्रदान किए गए समर्थन और सुरक्षा को बरकरार रखने की अपील की है।
संयुक्त राष्ट्र संघ में परमधर्मपीठ के स्थायी पर्यवेक्षक, वाटिकन के वरिष्ठ महाधर्माध्यक्ष गाब्रिएल काच्या ने सोमवार को न्यूयॉर्क स्थित राष्ट्र संघीय मुख्यालय में आम सभा को सम्बोधित करते हुए गाज़ा में नागरिकों की सुरक्षा का आह्वान किया। उन्होंने कहा, "हाल के सप्ताहों में, इस्राएल और फ़िलिस्तीन में हिंसा में अभूतपूर्व वृद्धि हुई है, जिसके परिणामस्वरूप लोगों को अपार पीड़ा भोगनी पड़ी है।"
महाधर्माध्यक्ष काच्या ने इस बात की पुनरावृत्ति की कि परमधर्मपीठ हमास और अन्य सशस्त्र समूहों द्वारा 7 अक्टूबर के आतंकवादी हमले की निंदा करती है, जिसमें सैकड़ों मारे गये तथा कई अन्य लोग घायल हो गए और 200 से अधिक बंधक बना लिये गये।
गाज़ा पट्टी में मानवीय स्थिति
महाधर्माध्यक्ष काच्या ने कहा कि हमास के हमले के बाद, विगत 31 दिनों से जारी इस्राएली सेना द्वारा बदले की कार्रवाई में ढाई जा रही क्रूर हिंसा की भी परमधर्मपीठ कड़ी निन्दा करती है, जिसमें लगभग 10,000 लोग अपनी जानें गवाँ चुके हैं। उन्होंने ध्यान आकर्षित कराया कि मरनेवालों में 4,104 बच्चे भी शामिल थे तथा कई लोग अभी भी बमबारी से ध्वस्त इमारतों के मलबे के नीचे दबे पड़े हैं।
गाज़ा में मानवतावादी संकट के प्रति ध्यान आकर्षित कराते हुए गाज़ा के स्वास्थ्य मंत्रालय एवं वहाँ सेवारत मानवाधिकार संगठनों का कहना है कि इस्राएली घेराबंदी "ईंधन, भोजन और बिजली जैसी महत्वपूर्ण वस्तुओं तक पहुंच को ख़त्म कर रही है।"
सन्त पापा फ्राँसिस की अपील को नवीकृत करते हुए महाधर्माध्यक्ष काच्या ने बंधक बनाए गए लोगों की तत्काल रिहाई का आग्रह किया और युद्धविराम का आह्वान किया। सन्त पापा के शब्दों को दुहराते हुए उन्होंने कहा, "आतंकवाद और उग्रवाद घृणा, हिंसा और प्रतिशोध को बढ़ावा देते हैं और सबकी पीड़ा का कारण बनते हैं।"
महाधर्माध्यक्ष काच्या ने गाज़ा पट्टी में व्याप्त मानवतावादी सम्बन्धी भयानक स्थिति पर दुख व्यक्त किया और निर्दोष फिलिस्तीनियों के जीवन को पहुँची क्षति सहित "सैकड़ों हजारों लोगों के विस्थापन और बुनियादी जरूरतों से वंचित निर्दोष नागरिकों की अंधाधुंध पीड़ा" की कड़ी निंदा की।
हथियारों का शोर बन्द करें
संयुक्त राष्ट्र में वाटिकन के प्रतिनिधि ने कहा, "किसी भी संघर्ष की तरह, परमधर्मपीठ प्रत्येक नागरिक की पूर्ण सुरक्षा का आह्वान करती है।" उन्होंने कहा, "यह ज़रूरी है कि अस्पताल और चिकित्सा सुविधाएं, शरणार्थी शिविर, स्कूल, साथ ही आराधना स्थल और उनके परिसर हथियारों का निशाना न बनें।"
सन्त पापा फ्राँसिस की अपील को दुहराते हुए उन्होंने कहा, "मैं आपसे विनती करता हूं कि आप रुकें: हथियारों का उपयोग बंद करें! मुझे उम्मीद है कि ऐसे रास्ते अपनाए जाएंगे जिससे संघर्ष को रोका जा सके, घायलों को बचाया जा सके, बेहद गंभीर मानवीय स्थिति से गुज़र रही गाज़ा की आबादी तक मदद पहुंचाई जा सके तथा बंधकों को तुरंत मुक्त कराया जा सके।"
संयुक्त राष्ट्र राहत और कार्य एजेंसी (यूएनआरडब्ल्यूए) द्वारा किये जा रहे कार्यों की महाधर्माध्यक्ष काच्या ने सराहना की तथा राहत कार्य करते हुए मारे गये लोगों के परिजनों के प्रति गहन संवेदना व्यक्त करते हुए परमधर्मपीठीय पर्यवेक्षक ने कहा, "हम उन बड़ी संख्या में यूएनआरडब्ल्यूए के कर्मियों को भी श्रद्धांजलि देते हैं जो हाल के दिनों में अपनी जान गंवा चुके हैं।"
राज्यों से शांति हेतु प्रतिबद्धता को नवीनीकृत करने का आह्वान करते हुए उन्होंने कहा, "मानवीय आपदा से बचने के लिए हर संभव प्रयास को जारी रखना अनिवार्य है। इसके लिये उन्होंने मानवीय गलियारों को खुला रखने का अनुरोध किया।
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