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2023.07.09 दक्षिण अफ्रीका में केप टाउन के महाधर्माध्यक्ष, कार्डिनल-निर्वाचित स्टीफन ब्रिसलिन 2023.07.09 दक्षिण अफ्रीका में केप टाउन के महाधर्माध्यक्ष, कार्डिनल-निर्वाचित स्टीफन ब्रिसलिन 

'हमें ऐसे उपचार की आवश्यकता है जो ईश्वर ही ला सकते हैं',कार्डिनल-निर्वाचित ब्रिसलिन

दक्षिण अफ्रीका में केप टाउन के महाधर्माध्यक्ष, कार्डिनल-निर्वाचित स्टीफन ब्रिसलिन, 30 सितंबर 2023 कार्डिनल बनने वाले तीन अफ्रीकियों में से एक हैं। वाटिकन के साथ साक्षात्कार में बताया कि उन्होंने दक्षिण अफ़्रीकी लोगों के सामने आने वाली चुनौतियों का सामना किया और अपना विश्वास व्यक्त किया कि अधिक न्यायपूर्ण आर्थिक व्यवस्था के लिए प्रेरित करने और उसकी वकालत करने में कलीसिया की महत्वपूर्ण भूमिका है।

वाटिकन समाचार

वाटिकन सिटी, बुधवार 12 जुलाई 2023 (रेई, वाटिकन न्यूज) : संत पापा फ्राँसिस द्वारा रविवार 9 जुलाई को नए कार्डिनलों के नामों की घोषणा के बाद, दक्षिण अफ़्रीकी नामित कार्डिनल स्टीफन ब्रिसलिन को विभिन्न देशों और समाज के विभिन्न क्षेत्रों से बधाई संदेश मिलना जारी है।

उनमें से, एक आधिकारिक बयान में, दक्षिण अफ़्रीकी राष्ट्रपति, सिरिल रामफोसा ने केप टाउन के महाधर्माध्यक्ष की पदोन्नति को "दक्षिण अफ्रीका में काथलिक कलीसिया के आध्यात्मिक नेतृत्व और उनके नेतृत्व की एक असाधारण व्यक्तिगत सम्मान और मान्यता" के रूप में वर्णित किया।

राष्ट्रपति रामाफोसा ने कहा, "उनका नामांकन सभी पृष्ठभूमि के दक्षिण अफ़्रीकी लोगों के लिए गर्व का कारण है और इससे हम सभी को अपनी विविधता में, गहरी भक्ति के साथ अपने विश्वासों का पालन करने के लिए प्रेरित होना चाहिए।"

दक्षिण अफ़्रीकी काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन (एसएसीबीसी) के अध्यक्ष ने एक बयान जारी किया जिसमें उन्होंने कहा: "एक सम्मेलन के रूप में, हमें खुशी है कि संत पापा ने कार्डिनल-निर्वाचित ब्रिस्लिन के गुणों को मान्यता दी है और उन्हें कार्डिनल नियुक्त करके बड़ी कलीसिया के लिए उनका लाभ उठाया है।"

निर्वाचित कार्डिनल ने घोषणा के अगले दिन वाटिकन न्यूज़ से बात करते हुए कहा कि  उन्होंने पहली बार थाईलैंड से किसी के बधाई संदेश के माध्यम से समाचार पाया! उन्होंने कहा, “मुझे यकीन नहीं था कि इसे किसने भेजा था और यह थोड़ा अस्पष्ट था। इसमें बस इतना लिखा था, 'बधाई हो, यह सुनकर बहुत खुशी हुई कि दक्षिण अफ्रीका में एक नई लाल टोपी आई है!' और मुझे पूरा यकीन नहीं था।''

उन्होंने आगे कहा, अफवाहें फैलनी शुरू हो गईं और उनकी पुष्टि हो गई, लेकिन "मैं पूरी तरह से आश्चर्यचकित रह गया और सच कहूँ तो उस समय मैं काफी हतप्रभ और काफी भ्रमित था, ऐसा लग रहा था कि चीजें इतनी तेजी से हो रही हैं।"

संत पापा से हालिया मुलाकात

महाधर्माध्यक्ष, जो एक बेहद विनम्र और विनम्र व्यक्ति हैं, एसएसीबीसी के सदस्यों द्वारा की गई हालिया अदलीमिना यात्रा को याद किया। संत पापा सर्जरी के लिए अस्पताल में थे। उस दौरान  संत पापा औपचारिक मुलाकात करने में असमर्थ थे। परंतु संत पापा ने अस्पताल से बाहर आने की सुबह सांता मार्थात में हमसे मिलने का निश्चय किया।

उन्होंने हमसे बस एक भाई, एक बड़े भाई की तरह, बहुत धीरे से, बहुत गहराई से, बहुत बुद्धिमानी से और बहुत प्रसन्नता के साथ बात की। उन्होंने और अन्य धर्माध्यक्षों ने गर्मजोशी से संत पापा की सराहना की।

कलीसिया और देश के लिए बड़ी चुनौतियाँ

महाधर्माध्यक्ष ब्रिस्लिन ने कहा, इस समय, दक्षिण अफ्रीका कई बड़ी चुनौतियों का सामना कर रहा है। "मुझे लगता है कि कलीसिया के रूप में, हमारे सामने सबसे बड़ी चुनौतियों में से एक है सुधार लाना, विशेष रूप से रिश्तों को सुधारना क्योंकि हमारा समाज टूटा हुआ है। रंगभेद और उपनिवेशवाद की विरासत है, लेकिन लोगों को अब भविष्य की ओर देखने और सभी नस्लीय वर्गीकरणों को त्यागने में सक्षम होना चाहिए।”

उन्होंने कहा, "हम एक साथ दक्षिण अफ़्रीकी हैं और हमें देश की भलाई के लिए एक साथ मिलकर काम करना चाहिए," लेकिन ऐसा होने के लिए हमें उपचार की आवश्यकता है: "और मुझे लगता है कि इसे केवल मानवीय प्रयास से नहीं लाया जा सकता है। यह एक ऐसा उपचार है जिसे केवल ईश्वर ही ला सकते हैं।”

महाधर्माध्यक्ष ने आगे कहा कि उस उपचार के लिए आर्थिक परिवर्तन करना होगा। कलीसिया एक आर्थिक नीति नहीं बना सकती है, परंतु काथलिक सामाजिक शिक्षण के माध्यम से एक आर्थिक प्रणाली के लिए कुछ बहुत महत्वपूर्ण आधार मूल्य दे सकती हैं।

उन्होंने दक्षिण अफ्रीका में लोगों के बीच अधिक समानता पैदा करने के तरीके खोजने के महत्वपूर्ण महत्व को रेखांकित किया "क्योंकि अमीर और गरीब के बीच की खाई बहुत बड़ी है और इतने सारे युवाओं को अपेक्षाकृत समृद्ध जीवन जीने में सक्षम होने के लिए अपनी पढ़ाई को आगे बढ़ाने, नौकरी पाने के अवसर से वंचित कर दिया जाता है।"

इस प्रकार, उन्होंने अपना विश्वास दोहराया कि कलीसिया को "अधिक न्यायपूर्ण आर्थिक प्रणाली के लिए प्रेरित करने और वकालत करने" में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी है।

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12 July 2023, 15:32