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वाटिकन विदेश सचिव महाधर्माध्यक्ष पौल रिचार्ड गल्लाघर वाटिकन विदेश सचिव महाधर्माध्यक्ष पौल रिचार्ड गल्लाघर  

महाधर्माध्यक्ष गल्लाघर पोप के साहसिक कार्यों की याद करते हैं

वाटिकन विदेश सचिव महाधर्माध्यक्ष पौल रिचार्ड गल्लाघर ने नई किताब “यूक्रेनी पाठ” के विमोचन पर उपस्थित लोगों को सम्बोधित किया तथा शांति को बढ़ावा देने हेतु संत पापा फ्राँसिस के प्रयासों पर प्रकाश डाला, खासकर यूक्रेन के लिए।

वाटिकन न्यूज

वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 13 जुलाई 23 (रेई) : इताली भाषा में लिखी किताब “लेत्सियोनी यूक्राइने” (यूक्रेनी पाठ) के विमोचन पर अपने सम्बोधन में वाटिकन विदेश सचिव महाधर्माध्यक्ष पौल रिचार्ड गल्लाघर ने यूक्रेन में जारी युद्ध के दौरान संत पापा फ्राँसिस के प्रयासों पर प्रकाश डाला और उनके शब्दों एवं भावों को प्रकट किया।

उन्होंने कहा कि "यह निर्विवाद है, और यह स्वीकार करना भी सच है कि 'पोप फ्राँसिस के बयानों पर यूक्रेनियों की प्रतिक्रिया गहरी निराशा को दर्शाती है।'"। यह यूक्रेनी सरकारी अधिकारियों और स्थानीय कलीसिया एवं कलीसियाई समुदायों के विभिन्न धार्मिक प्रतिनिधियों द्वारा, कुछ मामलों में हाल ही में भी व्यक्त किया गया है। पोप के सार्वजनिक शब्दों और इशारों पर प्रतिक्रिया और उनकी व्याख्या उचित रूप से स्वतंत्रता और विवेक के साथ दी जा सकती है।"

वार्ता और शांति की चाह

हालांकि, महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि उनकी व्याख्या “खाली शांतिवाद के कार्य के रूप में करना और 'पवित्र सोच' की नाटकीय शैली की अभिव्यक्तियाँ, संत पापा की दृष्टि और इरादों के साथ न्याय नहीं करती हैं, जो युद्ध के सामने त्यागना नहीं चाहते एवं शांति में विश्वास करने के लिए जिद्दी हैं, वे हर किसी को शांति के रचनात्मक और साहसी बुनकर एवं कारीगर बनने के लिए आमंत्रित करते हैं।"

उन्होंने आगे बताया कि "जो चीज़ संत पापा को प्रेरित करती है वह संवाद और शांति को संभव बनाने की इच्छा के अलावा और कुछ नहीं है, जो इस सिद्धांत से प्रेरित है कि 'कलीसिया को राजनीति की भाषा नहीं, बल्कि येसु की भाषा का उपयोग करना चाहिए।"

उन्होंने आगे कहा कि हर किसी को यह पहचानना चाहिए कि "संत पापा के भाव और शब्द केवल 'शांति की बयानबाजी' की अभिव्यक्ति नहीं हैं, बल्कि एक मजबूत और साहसी 'शांति की भविष्यवाणी' की अभिव्यक्ति हैं, जो युद्ध और उसकी वास्तविकता को चुनौती देती है।"

हालाँकि, उन्होंने स्वीकार किया कि इस भविष्यवाणी का स्वागत और समर्थन करने के बजाय अक्सर इसे अस्वीकार और निंदा की जाती है,

एकजुटता और ख्रीस्तीय निकटता

महाधर्माध्यक्ष गल्लाघर ने याद किया कि कैसे प्रेरितिक राजदूत यूक्रेन की राजधानी में बने हुए हैं, जबकि अन्य दूतावास "शहीद लोगों के प्रति ठोस ख्रीस्तीय निकटता दिखाने और शांति का पक्ष लेने" के तरीके के रूप में लवीव चले गए हैं।

इस अर्थ में, कार्डिनल कोनराड द्वारा यूक्रेन में किए गए कई मिशनों को भूले बिना, लैटिन और पूर्वी दोनों रीतियों के स्थानीय काथलिक कलीसिया और विशेष रूप से मानवीय क्षेत्र में विभिन्न काथलिक उदार संगठनों की भागीदारी भी उल्लेखनीय है।

इन प्रयासों को "उदारता का आलिंगन" कहते हुए, महाधर्माध्यक्ष गलाघर ने कहा कि पोप ने "यूक्रेनी लोगों को गले लगाया है, उन्हें पीड़ा और त्रासदी में अकेला नहीं छोड़ा है जिसको वे अनुभव कर रहे हैं।"

 

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13 July 2023, 17:34