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वाटिकन रेडियो और वाटिकन न्प्यूज़ के प्रबन्धक निदेशक, मेनीकेत्ती वाटिकन रेडियो और वाटिकन न्प्यूज़ के प्रबन्धक निदेशक, मेनीकेत्ती 

लूबलिन, आवश्यकता है पुलों का निर्माण करने वाले मीडिया की

पोलैण्ड के लूबलिन शहर स्थित सन्त जॉन पौल काथलिक विश्वविद्यालयीन समुदाय से मुलाकात के अवसर पर वाटिकन मीडिया के विशेषज्ञों ने इस तथ्य को रेखांकित किया कि ऐसे मीडिय़ा की विश्व को आवश्यकता है जो पुलों का निर्माण करे।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

लूबलिन, शुक्रवार, 2 जून 2023 (रेई, वाटिकन रेडियो): पोलैण्ड के लूबलिन शहर स्थित सन्त जॉन पौल काथलिक विश्वविद्यालयीन समुदाय से मुलाकात के अवसर पर वाटिकन मीडिया के विशेषज्ञों ने इस तथ्य को रेखांकित किया कि ऐसे मीडिय़ा की विश्व को आवश्यकता है जो पुलों का निर्माण करे।

लूबलिन के विश्वविद्यालयीन छात्रों से गुरुवार, पहली जून की मुलाकात के अवसर पर पत्रकारिता का अध्ययन करनेवाले विद्यार्थी भी शामिल थे। इस मुलाकात के अवसर पर वाटिकन मीडिया के विशेषज्ञ डॉ. आन्द्रेया तोरनियेली तथा डॉ. मास्सिमो मेनीकेत्ती ने कलीसिया में संचार और सम्प्रेषण हेतु आधुनिक मीडिया और प्रौद्योगिकी के सदुपयोग पर ध्यान केंद्रित किया।

मीडिया सच्चाई और साक्ष्य पर आधारित हो

डॉ. तोरनियेली ने लोगों के जीवन की सच्चाई और साक्ष्यों के आधार पर मीडिया कवरेज के महत्व पर बल दिया। उन्होंने कहा, "व्यक्ति विशेष के रिश्तों के समक्ष, उनके जीवन के अनुभव के सामने - भले ही हम उनके सिद्धांतों से सहमत न हों – हमें उनके विचारों का सम्मान करना चाहिये।" उन्होंने कहा कि सुसमाचार का प्रचार उन लोगों के साक्ष्यों द्वारा ही सम्भव बन पड़ा जिन्होंने स्वतः को येसु मसीह के विचारों  के प्रति उदार बनाये रखा था।

वाटिकन मीडिया के मिशन के बारे में चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि प्रत्येक सन्देश को, भले ही वह किसी त्रासदिक घटना का ही समाचार क्यों न हो, आशा का सन्देश होना चाहिये। उन्होंने कहा, "हमारे दैनिक कार्य में, यहां तक कि जब हमें युद्ध जैसी नाटकीय वास्तविकताओं के बारे में बात करनी होती है, हम हमेशा ऐसा करने का प्रयास करें ताकि आशा के बीजों के लिए कुछ जगह छोड़ें, क्योंकि आज विश्व को आशा की ही ज़रूरत है।"

वाटिकन रेडियो तथा वाटिकन न्यूज़ के प्रबंध निदेशक डॉ. मास्सिमो मेनीकेत्ती ने इस बात पर बल दिया कि काथलिक मीडिया कर्मियों की गतिविधि का एक महत्वपूर्ण पहलू काथलिक सामाजिक धर्मशिक्षा के संक्षेत्र के माध्यम से वैश्विक घटनाओं के बारे में बात करना है। उन्होंने कहा, "इसका अर्थ यह है, उदाहरण के लिए, यूक्रेन  में एक बम विस्फोट पर, हम निश्चित रूप से विनाश के बारे में सूचित करते हैं, लेकिन इसके साथ ही, हमें दिखाना चाहिये कि कौन मदद करता है, कौन अन्य लोगों के कल्याण के लिए काम कर रहा है, कौन शांति के लिए, बंधुत्व के लिए, और हर स्तर पर: शब्दों, सहायता, राजनीति, कूटनीति और संभावित समाधानों के माध्यम से शांति के लिये काम कर रहा है।"

पहचान को दीवार में न बदलें

उन्होंने कहा कि आज मीडिया में आधुनिक तकनीति और प्रौद्योगिकी की नितान्त आवश्यकता है, किन्तु इसके दुरुपयोग के प्रति सदैव सचेत रहा जाना चाहिये। उन्होंने कहा, "हमें ऐसे मीडिया की आवश्यकता है जो सभी आधुनिक तकनीकों का उपयोग स्वस्थ संचार के लिए, आदान-प्रदान को बढ़ावा देने के लिये, दूसरों की सुनने के लिये और ख्रीस्तीय विश्वास के सौन्दर्य की गवाही देने के लिए करे तथा लोगों की सच्चाई या पहचान को कभी भी एक लाठी या दीवार में न बदले।"

इसी बीच, लूबलिन के जॉन पौल विश्वविद्यालय के प्राध्यपक मीरोस्लाव कालीनेव्स्की ने विश्व में उदारता और सच्चाई को व्यक्त करनेवाले मीडिया के प्रोत्साहित करने में सन्त पापा जॉन पॉल द्वितीय की महान भूमिका को याद किया। उन्होंने कहा कि जॉन पौल द्वितीय के महान कार्यों के परिणामस्वरूप ही लूबलिन का काथलिक विश्वविद्यालय एक महत्वपूर्ण शिक्षण केन्द्र के रूप में प्रतिष्ठित है, जहाँ अन्य विषयों के साथ-साथ पत्रकारिता तथा संचार और सम्प्रेषण सम्बन्धी शिक्षा भी प्रदान की जाती है।

ग़ौरतलब है कि लूबलिन का जॉन पौल काथलिक विश्वविद्यालय विश्व के सर्वाधिक विशाल काथलिक विश्वविद्यालयों में से एक है तथा काथलिक विचार का एक महत्वपूर्ण केंद्र है। यह वैज्ञानिक गतिविधियों का संचालन करता और युवा लोगों को धर्मशास्त्र, दर्शन, सामाजिक विज्ञान, कानून और मानविकी, साथ ही गणितीय और प्राकृतिक विज्ञान जैसे संकायों में शिक्षित करता है।

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02 June 2023, 11:48