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कैनरी द्वीप समूह में समुद्र से 54 प्रवासियों को बचाया गया कैनरी द्वीप समूह में समुद्र से 54 प्रवासियों को बचाया गया  (ANSA)

प्रवासियों की गरिमा की रक्षा के लिए अंतर्राष्ट्रीय एकजुटता आवश्क है, परमधर्मपीठ

जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद को संबोधित करते हुए, मोन्सिन्योर जॉन पुत्ज़र ने सदस्य देशों को एकजुट होने और बेहतर जीवन की तलाश कर रहे प्रवासियों के अधिकारों के लिए लड़ना जारी रखने के लिए आमंत्रित किया।

जिनेवा, बुधवार 28 जून 2023 (वाटिकन न्यूज) : सोमवार 26 जून को जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के एक सत्र में, परमधर्मपीठ का प्रतिनिधित्व करते हुए मोन्सिन्योर जॉन पुत्ज़र ने प्रवासियों के सामने आने वाली चुनौतियों को संबोधित किया।

उन्होंने गहरी चिंता व्यक्त करते हुए सुरक्षित प्रवास मार्गों और नियमित रास्तों की आवश्यकता पर जोर दिया और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से निर्णायक कार्रवाई करने का आग्रह किया।

जिनेवा में संयुक्त राष्ट्र के स्थायी पर्यवेक्षक मोन्सिन्योर पुत्ज़र ने प्रवासियों के सामने आने वाले कठिन विकल्पों पर प्रकाश डाला।

"चलते फिरते लोगों को अक्सर ख़तरनाक यात्राएं करने के कठिन विकल्प का सामना करना पड़ता है, कभी-कभी तो 'ख़तरनाक भ्रमों और बेईमान तस्करों का भी शिकार बनना पड़ता है।''

संत पापा फ्राँसिस का हवाला देते हुए उन्होंने प्रत्येक प्रवासी की गरिमा का सम्मान करने और उनके जीवन की सुरक्षा के महत्व को दोहराया। उन्होंने जोर देकर कहा, "प्रवासी केवल संख्याएं और आंकड़े नहीं हैं, बल्कि हमारे भाई-बहन, ईश्वर प्रदत्त गरिमा वाले एक ही मानव परिवार का हिस्सा हैं।"

स्वागत, सुरक्षा, बढ़ावा एवं एकीकृत करना

मोनसिन्योर पुत्ज़र ने राज्यों और स्थानीय समुदायों से बिना किसी भेदभाव के प्रवासियों का स्वागत, सुरक्षा, बढ़ावा और एकीकरण करने का आह्वान किया। उन्होंने सुरक्षित, व्यवस्थित और नियमित प्रवासन सुनिश्चित करने के लिए प्रवासन पर वैश्विक समझौते को लागू करने के लिए अंतरराष्ट्रीय प्रयासों की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। इसमें नियमित प्रवासन और पुनर्वास के लिए वैकल्पिक मार्गों का विस्तार करना, मूल देशों में शिक्षा और कामकाजी परिस्थितियों में सुधार करना और उनके अभिन्न विकास के लिए प्रवासियों की समग्र आवश्यकताओं को संबोधित करना शामिल है।

उन्होंने संयुक्त राष्ट्र की बैठक में अपना संदेश यह याद दिलाते हुए समाप्त किया कि प्रवासियों के अधिकार और सम्मान दुनिया की साझा जिम्मेदारी हैं।

मोन्सिन्योर पुत्ज़र ने अंतर्राष्ट्रीय समुदाय से बयानबाजी को कार्रवाई में बदलने और एक ऐसी दुनिया बनाने का आग्रह किया जिसमें प्रवासन को करुणा, न्याय और प्रत्येक व्यक्ति के मौलिक अधिकारों और स्वतंत्रता के लिए सम्मान द्वारा चिह्नित किया जाए।

परमधर्मपीठ की ओर से उनकी अपील आशा की किरण के रूप में कार्य करती है, जो सभी प्रवासियों की गरिमा की रक्षा करने वाले एक न्यायपूर्ण और समावेशी वैश्विक समाज की दिशा में काम करने की सामूहिक प्रतिबद्धता को प्रज्वलित करती है।

 

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28 June 2023, 17:09