पोप फ्राँसिस : कलीसिया के दृश्य-श्रव्य संग्रह को सुरक्षित रखना महत्वपूर्ण है
वाटिकन न्यूज
संत पापा ने कलीसिया के ऐतिहासिक दृश्य-श्रव्य संग्रह को संरक्षित करने हेतु संपूर्ण कलीसियाई समुदाय की प्रतिबद्धता का आह्वान किया: वैज्ञानिक मानदंडों के अनुसार इस विरासत को संरक्षित और क्रमबद्ध किया जाना है। संत पापा इस विषय पर पहले ही फादर दारियो विगनो के साथ एक साक्षात्कार में चर्चा कर चुके हैं जिसको "द गेज़ लीड्स टू द हार्ट" (एक नजर दिल की ओर ले जाती है) पुस्तक में अंकित किया गया है। संत पापा फ्राँसिस पुनः इस विषय पर नव निर्मित इतालवी फाउंडेशन मैक - काथलिकवाद की ऑडियोविज़ुअल यादें, को संदेश भेजा है जिसकी अध्यक्षता स्वयं फादर विगानो कर रहे हैं। इसकी स्थापना काथलिक धर्म से संबंधित ऐतिहासिक दृश्य-श्रव्य विरासत और वृत्तचित्र विरासत की पुनः खोज, संरक्षण और वृद्धि की सांस्कृति आवश्यकता का जवाब देने के लिए किया गया है।
आज सुबह फाऊँडेशन की वैज्ञानिक समिति ने रोमन काथलिक कलीसिया के संग्राहालय की देखरेख करनेवाले मोनसिन्योर अंजेलो भिंचेंत्सो जानी एवं वैज्ञानिक समिति के साथ वाटिकन प्रेरितिक पुस्तकालय में एक सभा में भाग लिया जहाँ संत पापा के संदेश को प्रस्तुत किया गया। संत पापा ने संदेश में लिखा है, “यह मेरे लिए महत्वपूर्ण है कि आपकी संस्था ने काथलिक धर्म की दृश्य-श्रव्य स्मृति के प्रसारण की सेवा में सबसे महत्वपूर्ण अभिलेखीय, फिल्म और शैक्षणिक संस्थानों की विरासत और उच्चतम कौशल एवं संसाधनों को साझा करने के आधार पर एक दृष्टि और एक विधि का प्रस्ताव रखा है।" अपने संदेश में संत पापा ने यह भी कहा है कि वे एक ऐसे रास्ते की कल्पना करते हैं जिसको हम संत पापा जॉन पौल द्वितीय के मोतू प्रोप्रियो “ला कूरा विजिलंतिस्सिमा” (सबसे चौकस देखभाल) में पाते हैं।
जिससे जल्द ही एक संस्था का जन्म हुआ, जो परमधर्मपीठ और पूरी कलीसिया में ऑडियोविज़ुअल संग्रहालय के रूप में कार्य करता है।
एमएसी फाऊँडेशन के अध्यक्ष मोनसिन्योर दारियो विगनो; विज्ञान और सामाजिक विज्ञान परमधर्मपीठीय अकादमी के वाईस चांसलर जुलियो कनेली; अली स्पा दल के प्रबंध निदेशक भलेरियो मोलिनारी; इकोजेस्ट स्पा के प्रभावी भागीदार जोर्दानो पिएलो; एन प्लस एसआरएल के अध्यक्ष अलेसांद्रो माजोनी; अरज़ाना एसआरएल के सीईओ निकोला सेलवी और संचार कार्याशाला के प्रशासक एलिजाबेत्ता सोला ने सभा में भाग लिया।
अपने सम्बोधन में महाधर्माध्यक्ष जानी ने याद किया कि "हाल में प्रकाशित प्रेरितिक संविधान ‘प्रेदिकाते एवंजेलियुम’ ने वाटिकन प्रेरितिक लाईब्रेरी को विज्ञान और कला की एक बहुत समृद्ध विरासत को इकट्ठा करने और संरक्षित करने तथा इसे विद्वानों के लिए उपलब्ध कराने की जिम्मेदारी दी है जो सत्य की तलाश करते हैं' और फाउंडेशन की गतिविधियों के क्षितिज को भी इसी संदर्भ में देखा जाना चाहिए।”
Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here