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सोशल मीडिया पर नये विभाग दस्तावेज़ पेश करने के लिए परमधर्मपीठीय प्रेस कार्यालय में सम्मेलन सोशल मीडिया पर नये विभाग दस्तावेज़ पेश करने के लिए परमधर्मपीठीय प्रेस कार्यालय में सम्मेलन 

डॉ. रुफिनी: सोशल मीडिया में एक बेहतर दुनिया बनाने की ताकत है

सोशल मीडिया कलीसिया के लिए लोगों के बीच रहने का एक तरीका है यह अनुयायियों या 'पसंद' को हासिल करने के लिए सच्चाई से समझौता करने के बारे में नहीं अपितु सामान्य भलाई की दिशा में काम करता है। वाटिकन के संचार विभाग के प्रीफेक्ट ने सोशल मीडिया पर "पूर्ण उपस्थिति की ओर, सोशल मीडिया के साथ जुड़ाव पर एक प्रेरितिक चिंतन" शीर्षक वाले विभाग के नए धर्मशास्त्रीय और प्रेरितिक दस्तावेज़ पर अपना चिंतन को प्रस्तुत करने के बाद वाटिकन न्यूज़ के साथ बात की। (# पूरी तरह से उपस्थित)

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बुधवार 31 मई 2023 (वाटिकन न्यूज) : वाटिकन संचार विभाग के प्रीफेक्ट, डॉ. पावलो रुफिनी का कहना है कि आज की तेजी से विकसित दुनिया में मौजूद रहने के लिए सोशल मीडिया अति आवश्यक है। हालाँकि, उन्होंने वाटिकन न्यूज़ के साथ एक साक्षात्कार में कहा, यह अनुयायियों या 'पसंद' पाने के बारे में नहीं है, बल्कि दुनिया की बेहतरी के लिए काम करता है।

प्रीफेक्ट दस्तावेज़ "पूर्ण उपस्थिति की ओर, सामाजिक मीडिया के साथ जुड़ाव पर एक प्रेरितिक चिंतन" की प्रस्तुति के बाद बोल रहे थे, जिसे परमधर्मपीठीय प्रेस कार्यालय में सोमवार को विभाग द्वारा प्रकाशित किया गया था।

'पूर्ण उपस्थिति की ओर'

दस्तावेज़ का उद्देश्य सोशल मीडिया में ख्रीस्तियों की भागीदारी पर एक आम चिंतन को बढ़ावा देना है, जो तेजी से लोगों के जीवन का हिस्सा बन गया है। भले समारी के दृष्टांत से प्रेरित होकर, दस्तावेज़ डिजिटल दुनिया में भी "प्यार करने वाले पड़ोसी" होने की संस्कृति को बढ़ावा देने के बारे में एक साझा चिंतन शुरू करने का अवसर प्रदान करता है।

इस तरह के दस्तावेज़ की आवश्यकता और इसके महत्व के बारे में पूछे जाने पर डॉ. रुफ़िनी ने याद किया कि, विभाग की शुरुआत से ही, उन्होंने इस विषय पर एक दस्तावेज़ बनाने की आवश्यकता महसूस की, जैसा कि तकनीक तेजी से बदल रही थी।

उन्होंने कहा, जो मांगा गया था, वह एक चिंतन था "सुसमाचार से शुरू करके, एक धर्मशास्त्रीय और प्रेरितिक दृष्टिकोण को तेजी से बदल रही तकनीक से कैसे समझौता करना है।

सत्य से कोई समझौता नहीं

उन्होंने कहा, सोशल मीडिया जिसमें हमारी उपस्थिति है "घृणास्पद भाषण, नकली समाचार" का बढ़ावा नहीं देना चाहिए, बल्कि "सच्चाई, प्रेम और करुणा का पोषण करना चाहिए।"

उन्होंने कहा, "सबसे महत्वपूर्ण बात, हमें इस बारे में जागरूक होना है कि मानवता के इतिहास में, हमेशा बुराई होती है और हम विश्वासियों का मानना है कि शैतान हमेशा अपना काम जारी रखा है और इस तरह से इतिहास विकसित होता है।"

उन्होंने कहा कि प्रौद्योगिकी कोई ऐसी चीज नहीं है जिसे "हमें आविष्कार करना चाहिए"; इसके बजाय, हमें "नियमों और एल्गोरिदम पर बातचीत करनी चाहिए" "साझा करना और सामान्य अच्छाई की दिशा में काम करना", जिसे "हम अक्सर भूल जाते हैं।"

"हम जानते हैं कि हो सकता है कि एक नकली समाचार [होगा] में सच्चाई से अधिक अनुयायी हों, लेकिन क्या इस तरह से हम बेहतर दुनिया का विकास करेंगे? मुझे ऐसा नहीं लगता। किसी भी मायने में, मुझे ऐसा नहीं लगता।"

आत्ममंथन जारी

वाटिकन न्यूज ने सिस्टर नथाली बेक्क्वार्ट का भी साक्षात्कार लिया जिन्होंने सामाजिक मंचों पर उचित दृष्टिकोण पर चर्चा की।

"यह एक सतत विचार है और इसलिए मैं वास्तव में इस बात को उजागर करना चाहती हूँ कि यह दस्तावेज़ एक धर्मसभा दृष्टिकोण से आ रही है जिसमें कई लोग शामिल हैं क्योंकि अकेले किसी के पास सोशल मीडिया पर अच्छी उपस्थिति रखने का जादुई समाधान नहीं है और फिर संदर्भ अलग है और इसलिए इसलिए यह बहुत महत्वपूर्ण है कि यह दस्तावेज़ लोगों को आत्ममंथन करने में मदद करे, विशेष रूप से ख्रीस्तीय के रूप में अपने समुदाय में और दूसरों के साथ।"

उन्होंने सोशल मीडिया में निहित जोखिमों को भी स्वीकार किया। "डिजिटल संस्कृति में, आपके पास सबसे अच्छा है और आपके पास सबसे खराब भी है। इसलिए लोगों को सही चुनाव करने के लिए शिक्षित करना बहुत महत्वपूर्ण है, उन्हें फायदे और नुकसान के बारे में सही जानकारी देते हुए जागरूक बनाना होना।"

सिस्टर बेक्क्वार्ट ने इस बात पर प्रकाश डाला कि कैसे इस माहौल में संवेदनशीलता, जागरूकता और अच्छे निर्णय की आवश्यकता है। दुर्भाग्य से, यह दृष्टिकोण सभी के द्वारा साझा नहीं किया जाता है और इसलिए, हमें एक स्वस्थ संदेहवाद का प्रयोग जारी रखने की आवश्यकता है।

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31 May 2023, 17:33