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संत पापा फ्राँसिस नाबालिगों की सुरक्षा के लिए गठित परमधर्मपीठीय आयोग के सदस्यों के साथ संत पापा फ्राँसिस नाबालिगों की सुरक्षा के लिए गठित परमधर्मपीठीय आयोग के सदस्यों के साथ  (Vatican Media)

बाल संरक्षण: शोषण के खिलाफ नई रणनीतियाँ

रोम में नाबालिगों की सुरक्षा के लिए परमधर्मपीठीय आयोग क आमसभा के समापन पर प्रीफेक्ट, कार्डिनल सीन पैट्रिक ओ'माल्ली कहा कि संत पापा ने "हमसे बहुत कुछ माँग की है और हम सभी इस काम को करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।”

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, सोमवार 8 मई 2023 (वाटिकन न्यूज) : कलीसिया दिशानिर्देशों को अपडेट करने के लिए एक "नया सार्वभौमिक ढांचा", पीड़ितों को प्रशिक्षण और सहायता के लिए धर्माध्यक्षीय सम्मेलनों से योगदान के साथ एक कोष, सुरक्षा कार्यक्रमों के लिए जीएचआर फाउंडेशन के साथ साझेदारी, ऑनलाइन बाल शोषण से निपटने के लिए रणनीतियाँ, इसके विभिन्न रूपों में भेद्यता के मुद्दे पर गहन अध्ययन, पीड़ितों और बचे लोगों की जरूरतों पर ध्यान केंद्रित करने और उन्हें कलीसिया के जवाबदेही तंत्र में संबोधित करने के लिए एक रणनीतिक योजना बनाना है।

नाबालिगों की सुरक्षा के लिए बने परमधर्मपीठीय आयोग के सदस्यों ने अपनी आम सभा के दौरान वर्तमान और भविष्य के कार्यों का विश्लेषण और विस्तार करने के लिए, आचरण के मानकों में सुधार के निरंतर प्रयासों के लिए और यौन शोषण के भयानक अपराध से कलीसिया की रक्षा करने के संत पापा के आह्वान के आलोक में ऊर्जा, विचार और संसाधन खर्च किया।  

संत पापा के शब्द

नाबालिगों की सुरक्षा के लिए बने परमधर्मपीठीय आयोग - 2014 में स्थापित किया गया था, प्रेदिकाते इवांजेलुम के आधार पर इसे विश्वास के सिद्धांत के लिए गठित परमधर्मपीठीय परिषद के भीतर सम्मिलित करते हुए अपनी आम सत्र को समाप्त कर दिया, जो 3 मई को रोम में शुरू हुआ था।

जबकि हाल के वर्षों में कई इस्तीफे हुए हैं, हाल ही में आयोग को नवंबर 2022 से दस नए सदस्यों द्वारा समृद्ध किया गया है। बोस्टन के कार्डिनल सीन ओ'माली के नेतृत्व में सभी सदस्यों को 5 मई को स्वागत किया गया। संत पापा ने "इस बुराई को रोकने और इसके पीड़ितों की सहायता करने के लिए पर्याप्त रूप से कार्य करने में असमर्थता" की निंदा की।

संत पापा ने "चूक के पाप" की भी निंदा की, यह कहते हुए कि वे दुराचारियों की हिंसा से कम गंभीर नहीं हैं और आयोग को अपने मिशन में हतोत्साहित नहीं होने के लिए कहा, "जो एक वैश्विक दृष्टि का प्रतिनिधित्व करता है कि कैसे कलीसिया सभी के लिए सुरक्षित जगह बन सकती है।"

पीड़ितों के साथ खड़े होना

"आयोग उस दृष्टि को बनाए रखता है और दृढ़ता से मानता है कि वादों को कलीसिया के भीतर सत्यापन योग्य परिवर्तनों के साथ जोड़ा जाना चाहिए जो यह प्रदर्शित कर सके कि युवा और कमजोर लोग जोखिम में नहीं हैं और जो लोग यौन शोषण से प्रभावित हुए हैं उनकी देखभाल की जाती है।"

आयोग के सदस्यों ने इन शब्दों को एक प्रेस विज्ञप्ति में लिखा, जिसमें उन्होंने कहा कि वे संत पापा के शब्दों का "स्वागत" करते हैं, साथ ही मोतु प्रोप्रियो ‘वोस एस्टिस लक्स मुंडी’ (आप ही दुनिया की रोशनी हैं) की पुष्टि "स्थायी कानून" के रूप में करते हैं।

अपडेट दिशानिर्देश

इन परिवर्तनों और नवीकृत आमंत्रणों के आलोक में, कई परिवर्तन, जिसे अध्यक्ष कार्डिनल ओ'माल्ली कार्य पद्धति में "समायोजन" कहते हैं, को पूर्ण सत्र में पेश किया गया था। सबसे पहले, विश्वास के सिद्धांत के तत्कालीन संघ द्वारा 2011 में पहली बार जारी किए गए कलीसिया के दिशानिर्देशों को अपडेट किया गया था, जैसा कि प्रेदिकाते एवांजेलुम मांग करता है - कलीसिया की व्यापक सुरक्षा नीतियों पर ध्यान देने की आवश्यकता है। इसलिए एक 'नया नया सार्वभौमिक दिशानिर्देश ढांचा' (यूजीएफ) का मसौदा तैयार किया गया है और 31 मई तक उपलब्ध है, इस वर्ष के अंत में अंतिम अनुमोदन से पहले सार्वजनिक टिप्पणी अवधि के लिए कलीसिया के नेताओं, पीड़ित समूहों और हितधारकों को प्रस्तुत किया जाएगा।

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08 May 2023, 15:57