कार्डिनल परोलिन: हमें प्रवासियों की जान बचानी चाहिए
माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी
रोम, बुधवार 08 मार्च 2023 (वाटिकन न्यूज) : एक संदेश में, संत पापा ने याद किया कि हमारे प्रवासी भाइयों और बहनों की उपस्थिति "मानव विकास, मुलाकात और संवाद के लिए एक अवसर है।" रविवार को देवदूत प्रार्थना के दौरान की गई अपनी अपील के बाद कि "आशा की यात्रा कभी भी मृत्यु की यात्रा में परिवर्तित न हो," संत पापा फ्राँसिस ने प्रवासियों के प्रति "स्वागत और एकजुटता" के लिए अपने आह्वान को दोहराया है। उन्होंने ऐसा स्वागत के विषय पर एक बैठक के उद्घाटन के लिए भेजे गए एक संदेश में किया, जिसे "कातेड्रा देल'अकोलिएंज़ा" (स्वागत की कुर्सी) कहा जाता है, जिसे साक्रोफ़ानो में 6 से 10 मार्च तक रोम प्रांत में फ्रातेरना डोमुस एसोसिएशन द्वारा आयोजित किया गया है।
राज्य सचिव कार्डिनल पिएत्रो पारोलिन द्वारा हस्ताक्षरित संदेश में, संत पापा ने "लोगों के बीच शांति और बंधुत्व को बढ़ावा देने, स्वागत और एकजुटता की भावना को बढ़ावा देने के लिए एक नई प्रतिबद्धता" का आह्वान किया है। संत पापा फिर से "इतने सारे प्रवासी भाइयों और बहनों की उपस्थिति को मानव विकास के अवसर के रूप में, मुलाकात और संस्कृतियों एवं धर्मों के बीच संवाद के लिए" प्रोत्साहित करते हैं।
स्वागत पर कलीसियाई दिशानिर्देश
अपना संदेश देने से पहले, कार्डिनल परोलिन ने दक्षिणी इटली के कुट्रो में हाल ही में जहाज़ की तबाही की भयानक त्रासदी के बारे में एक पत्रकार के सवाल का जवाब दिया, जिसमें कम से कम 71 लोगों की जान चली गई थी। उन्होंने त्रासदी की चौंकाने वाली प्रकृति को याद किया और उनका मानना है कि "प्रवासी स्वागत नीतियों पर पुनर्विचार करने के लिए एक आह्वान" और कैसे "कलीसिया ने सिद्धांतों और दिशानिर्देशों की एक पूरी श्रृंखला की पेशकश की है जिसे इन नीतियों पर फिर से विचार किया जाना चाहिए।"
अधिक सकारात्मक दृष्टिकोण
कार्डिनल परोलिन के अनुसार, "आशा की यात्रा" कहलाने वाली आपदाओं से बचने के लिए सबसे महत्वपूर्ण विचार "प्रवासी प्रवाह का नियमितीकरण है, ताकि प्रवासन सुरक्षित रहे।" कार्डिनल पारोलिन के लिए, "सबसे बढ़कर, हमारे पास एक अधिक सकारात्मक दृष्टिकोण होना चाहिए," आज "दुर्भाग्य से भय का प्रभुत्व है।" उन्होंने कहा कि जिस चीज की आवश्यकता है, वह है एक स्वागत की जो उस स्थिति को ध्यान में रखता है जहाँ से ये लोग आते हैं और जिस स्थिति में हम खुद को पाते हैं।"
सबसे पहले लोगों को बचाना
रविवार को देवदूत प्रार्थना के दौरान संत पापा ने "मनुष्यों की तस्करी" को रोकने के प्रयासों का आह्वान किया। संत पापा की बातों पर अपनी सहमति जताते हुए कार्डिनल पारोलिन ने "उन लोगों की निंदा की जो इस पर सट्टेबाज़ी करते हैं और जो इससे लाभान्वित होते हैं।" राज्य सचिव ने समुद्र में प्रवासियों के बचाव में शामिल गैर सरकारी संगठनों से इटली द्वारा अनुरोध किए गए नए नियमों के बारे में बात नहीं की, लेकिन जोर देकर कहा कि परमधर्मपीठ के लिए "सिद्धांत जो हमेशा लागू होता है वह यह है कि यह सबसे पहले लोगों को बचाने का सवाल है, मानव जीवन को नष्ट न होने देने के लिए" जैसा कि हाल ही में दक्षिणी इटली के तट पर हुआ।
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